Gujarat Board GSEB Hindi Textbook Std 12 Solutions प्रयोजनमूलक हिन्दी डाक घर से संबंधित प्रपत्र Questions and Answers, Notes Pdf.
GSEB Std 12 Hindi प्रयोजनमूलक हिन्दी डाक घर से संबंधित प्रपत्र
स्वाध्याय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो वाक्यों में दीजिए :
प्रश्न 1.
डाकघर किसे कहते हैं?
उत्तर :
डाकघर भारत सरकार के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत वह कार्यालय है, जो जनता को मेल, पार्सल, धनहस्तांतरण, बैंकिंग, बीमा तथा अन्य खुदरा सेवोएं तेज गति से विश्वसनीयता के साथ उपलब्ध कराता है। हमारे देश में कुल 1,55,015 डाकघर हैं।
प्रश्न 2.
पोस्टकार्ड क्या होता है?
उत्तर :
पोस्टकार्ड 14 सेमी × 9 सेमी लंबाई-चौड़ाई का कार्ड होता है जिस पर खुला संदेश लिखा जाता है। यह दो किस्मों में उपलब्ध होता है, एकल और जवाबी पोस्टकार्ड। पोस्टकार्ड केवल भारत के अंदर ही प्रेषित किए जाते हैं।
प्रश्न 3.
अंतरदेशीय पत्र किसे कहते हैं?
उत्तर :
अंतरदेशीय पत्र डाकघर से मिलनेवाला पत्र होता है। पत्र भेजनेवाला व्यक्ति इसी पत्र पर अपना संदेश लिखता है। अंतरदेशीय पत्र कार्ड के तीन फ्लैप होते हैं। दो फ्लैप बाई और दाई ओर तथा एक ऊपर की ओर होता है। यह पत्र एक तरफ से खुला होता है। इसका प्रयोग केवल भारत में पत्रव्यवहार के लिए किया जाता है।
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर चार-पाँच वाक्यों में दीजिए :
प्रश्न 1.
स्पीड पोस्ट क्या होती है?
उत्तर :
भारत में पत्रों, दस्तावेजों और पार्सलों को तीव्र गति एवं समयबद्ध वितरण सेवाएं प्रदान करने के लिए स्पीड पोस्ट सेवा की शरूआत की गई है। स्पीड पोस्ट ने एक नए युग की शुरूआत की है। स्पीड पोस्ट के द्वारा 25 रुपए की दर से पूरे देश में कहीं भी किसी भी स्पीड पोस्ट बुकिंग केंद्र से डाक भेजी जा सकती है। स्थानीय स्पीड पोस्ट की सुविधा भी स्पीड बुकिंग केंद्र में उपलब्ध है।
प्रश्न 2.
मनीआर्डर किसे कहते हैं?
उत्तर :
मनीआर्डर डाकघर के माध्यम से प्रदान की जानेवाली घरेलू अंतरण सेवा है। मनीआर्डर के माध्यम से भेजे गए धन की सुपुर्दगी प्राप्तकर्ता के द्वार पर की जाती है। यह सेवा सभी डाकघरों में उपलब्ध है। एकल मनीआर्डर के माध्यम से भेजी जा सकनेवाली अधिकतम राशि पांच हजार रुपए है। प्रेषक यह राशि नकद अथवा चेक से पोस्ट-आफिस में अदा कर सकते हैं। राशि पर पांच प्रतिशत की दर से सेवा प्रभार देना होता है। धन-प्रेषक को इसके लिए हस्ताक्षरित पावती प्राप्त होती है।
प्रश्न 3.
भारतीय पोस्टल आर्डर क्या होता है?
उत्तर :
भारतीय पोस्टल आर्डर बैंकों से बनवाए जानेवाले ड्राफ्ट की तरह होता है। डाकघर में जितनी राशि का पोस्टल आर्डर बनवाना हो उतने रुपए देकर पोस्टल आर्डर बनवाया जा सकता है। पोस्टल आर्डर पर धन पानेवाले का नाम और पता लिखा जाता है। प्राप्तकर्ता अपने डाकघर से उस पोस्टल आर्डर को भुना सकता है।
डाक घर से संबंधित प्रपत्र Summary in Hindi
विषय-प्रवेश :
डाकघर हमारे लिए बड़े काम के होते हैं। भारत समूचे विश्व में डेढ़ लाख से अधिक डाकघरों के साथ सबसे बड़ा नेटवर्क है। प्रस्तुत पाठ में डाकघर की विभिन्न योजनाओं, प्रक्रियाओं, मेल, पार्सल, बीमा, बैंकिंग, धन-हस्तांतरण आदि की समुचित जानकारी दी गई है।
पाठ का सार :
डाक विभाग का मंत्रालय : डाक विभाग संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
डाकघर नेटवर्क : भारत पूरे विश्व में सबसे बड़ा डाक नेटवर्क है। इसके डाकघरों की कुल संख्या 1,55,015 है। इनमें से 1,39,144 डाकघर ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। स्वतंत्रताप्राप्ति के समय देश में कुल 23,344 डाकघर थे। ये मुख्यतः शहरी क्षेत्रों में थे। अब इसमें सात गुना वृद्धि हुई है। अधिकतर डाकघर ग्रामीण क्षेत्रों में बने हैं।
लक्ष्य : मेल, पार्सल, धन-हस्तांतरण, बैंकिंग, बीमा तथा खुदरा सेवाओं को मुहैया कराना। सामाजिक सेवा सुरक्षा को जारी रखना।
डाकघर बचत योजनाएँ : डाकघर की कई बचत योजनाएं हैं- डाकघर बचत खाता, पंचवर्षीय डाकघर आवर्ती जमा खाता, डाकघर सावधि जमा खाता, डाकघर मासिक आय खाता योजना, पंद्रह वर्षीय लोक भविष्य निधि खाता तथा वरिष्ठ नागरिक बचत योजना।
मूल्यदेय डाक : मूल्यदेय डाक द्वारा कोई भी सामग्री भेजी जा सकती है, भले ही उसका तात्त्विक मूल्य न हो। वैधानिक दस्तावेज, बीमा की पालिसियां, वचनपत्र, रेलवे के सामान तथा पार्सल की रसीदें, लीडिंग बिल या वसूली के साधारण बिलों को मूल्यदेय डाक सामग्री के रूप में भेजा जा सकता है।
स्पीड पोस्ट : भारत में स्पीड पोस्ट नेटवर्क 315 राष्ट्रीय स्पीड पोस्ट केंद्र से निर्मित हैं। इसके अतिरिक्त समूचे भारत में 986 स्पीड पोस्ट केंद्र विद्यमान हैं। प्रत्येक राज्य स्पीड पोस्ट केंद्र मूल राष्ट्रीय स्पीड पोस्ट केंद्र से जुड़ा हुआ है। इसको राज्य स्पीड पोस्ट केंद्र अपनी सभी बाहरी डाक आगे की छंटाई और प्रेषण के लिए भेज देता है।
पंजीकरण : डाक से भेजी जानेवाली कई सामग्रियों का पंजीकरण अनिवार्य होता है। पंजीकरण का उद्देश्य है ग्राहकों की डाक वस्तुओं को सुरक्षित प्रेषण करना। जहाँ-जहाँ से होकर डाक वस्तुएं जाती हैं, उन सभी चरणों पर एक रिकार्ड रखा जाता है। इन्हें बहुत सावधानी से भेजा जाता है।
धन-प्रेषण सेवाएँ:
मनीआर्डर : यह डाकघर के माध्यम से प्रदान की जानेवाली घरेलू धन अंतरण सेवा है। यह सेवा सभी डाकघरों में उपलब्ध है। एकल मनीआर्डर के माध्यम से पांच हजार रुपये तक की अधिकतम राशि भेजी जा सकती है। इस राशि पर सेवा प्रभार पाँच प्रतिशत की दर से देना होता है। धन-प्रेषक को प्राप्तकर्ता द्वारा हस्ताक्षरित रसीद प्राप्त होती है।
इलेक्ट्रॉनिक मनीआर्डर : इस प्रणाली के माध्यम से प्रेषण में काफी कम समय लगता है। धन का भुगतान बुकिंग के दिन ही कर दिया जाता है।
तत्काल मनीआर्डर : यह एक वेद-आधारित त्वरित धन अंतरण सेवा प्रस्तुत करता है। धन प्राप्त करने के लिए प्राप्तकर्ता को डाकघर जाकर फार्म भरकर अपना पहचानपत्र प्रस्तुत करना होता है। प्राप्त धनराशि को प्राप्तकर्ता के खाते में जमा करवाया जा सकता है। इसके तहत एक हजार रुपए से पचार हजार रुपए तक भेजे जा सकते हैं।
एम.ओ. विदेश : यह भारतीय डाक द्वारा अधिकतर विदेशी गंतव्य स्थलों तक भेजी जानेवाली अंतरराष्ट्रीय धन-प्रेषण सेवा है। जावक धनप्रेषण का भुगतान गंतव्य देशों में उनके बैंक खाते में किया जाता है। एक धन-प्रेषण पाँच हजार अमेरिकी डालर से अधिक का नहीं होगा। यह सुविधा सभी कंप्यूटरीकृत डाकघरों में उपलब्ध है।
अंतरराष्ट्रीय धन अंतरण सेवा : यह सेवा विदेशों से भारत में लाभार्थियों को निजी धन-प्रेषण अंतरित करने का त्वरित और सरल माध्यम है। भारत के चुनिंदा डाकघरों के माध्यम से इस सेवा के अंतर्गत 195 देशों से धन प्राप्त किया जा सकता है। यह धन प्राप्तकर्ता को मिनटों में मिल जाता है। एक बार में इस सेवा से दो हजार पाँच सौ अमेरिकी डालर प्राप्त किए जा सकते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक क्लियरेंस स्कीम : इस स्कीम की शुरूआत 9 अगस्त, 2003 को हुई थी। भारतीय डाक द्वारा इस स्कीम का प्रयोग मासिक आय योजना के अंतर्गत ब्याज के भुगतान के लिए किया जाता है। इसके अंतर्गत एम.आई.एस. खातों के जमाकर्ताओं का मासिक ब्याज का भुगतान निर्धारित तिथि को उनकी पसंद की बैंक के खाते में जमा कर दिया जाता है।
ग्रीटिंग पोस्ट : ग्रीटिंग पोस्ट अर्थात् भारतीय डाक की ओर से प्रस्तुत मनभावन ग्रीटिंग कार्डों की दुनिया में यह एक अनूठा प्रयोग है। भारत में यह पहली बार हो रहा है। इन ग्रीटिंग कार्डों को ग्रीटिंग कार्ड के निजी वितरकों और स्टेशनरी की दुकानों से प्राप्त किया जा सकता है। ये कार्ड सभी प्रमुख डाकघरों में उपलब्ध हैं। ग्रीटिंग कार्ड योजना के अंतर्गत एक लिफाफा और एक कार्ड शामिल है। इस पर टिकट अलग से लगाने की जरूरत नहीं है। इसके ठीक पिछली तरफ फ्लैप पर गोलाकार डाक-टिकट मुद्रित है।
पिनकोड : डाक इंडेक्स संख्या (पिन) डाकघर का छ: अंकों का कोड है, जिसका प्रयोग भारतीय डाक द्वारा किया जाता है। समूचे देश में नौ पिन क्षेत्र हैं। शुरू के 8 भौगोलिक क्षेत्र हैं तथा 9वां अंक सेना डाक सेवा के लिए आरक्षित है।
प्रथम अंक किसी क्षेत्र को प्रदर्शित करता है। प्रथम 2 अंक साथ-साथ उपक्षेत्र अथवा उनमें से एक डाक सर्विस को दिखाता है। प्रथम 3 अंक साथ-साथ छटाई / राजस्व जिले को प्रदर्शित करता है। अंतिम 3 अंक वितरण डाकघर को प्रदर्शित करता है।
डाक घर से संबंधित प्रपत्र शब्दार्थ :
- शीर्षस्थ – उच्चतम, प्रथम स्थानीय।
- वित्तीय – वित्त सम्बन्धी।
- विश्वसनीयता – विश्वास किए जाने की योग्यता।
- मुहैया – प्रस्तुत, तैयार।
- परीक्षण – जाँच करने का काम।
- अधिसूचित – जिसकी अधिकारिक सूचना दी गई हो।
- निष्पादन – आज्ञा आदि के अनुसार कोई काम ठीक तरह पूरा करना।
- पंजीकृत – जिसका पंजीकरण हो चुका हो।
- अंतरण – किसी चीज का दूसरे के हाथ जाना।
- सुपुर्दगी – सौंपने की क्रिया।
- विनिर्दिष्ट – स्पष्ट और निश्चित रूप से बतलाया हुआ।
- लाभार्थी – जो लाभ करना चाहता हो।
- प्राप्तकर्ता – पानेवाला।