Gujarat Board GSEB Std 10 Hindi Textbook Solutions Chapter 12 एक नई शुरुआत Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.
GSEB Std 10 Hindi Textbook Solutions Chapter 12 एक नई शुरुआत
GSEB Class 10 Hindi Solutions एक नई शुरुआत Textbook Questions and Answers
स्वाध्याय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
परमाणु में क्या नहीं होता है ?
(अ) अणु
(ब) इलेक्ट्रॉन
(क) प्रोटान
(ड) न्यूट्रॉन
उत्तर :
(अ) अणु
प्रश्न 2.
माधवन कौन थे ?
(अ) साहित्यकार
(ब) राजनेता
(क) वैज्ञानिक
(ड) अभिनेता
उत्तर :
(क) वैज्ञानिक
प्रश्न 3.
प्रोफेसर रामिश का ड्रीम प्रोजेक्ट क्या था ?
(अ) दवाइयाँ बनाना
(ब) कैन्सर का टीका ढूँढना
(क) मानव प्रक्षेपण यंत्र बनाना
(ड) कृत्रिम मनुष्य बनाना
उत्तर :
(क) मानव प्रक्षेपण यंत्र बनाना
2. निम्नलिखित प्रश्नों के एक-एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
‘एक नई शुरुआत’ के दोनों वैज्ञानिकों के नाम दीजिए ।
उत्तर :
‘एक नई शुरुआत’ के दोनों वैज्ञानिकों के नाम हैं – प्रोफेसर रामिश और प्रोफेसर माधवन।
प्रश्न 2.
मानव प्रक्षेपण यंत्र किसे कहते हैं ?
उत्तर :
जिस यंत्र के द्वारा किसी व्यक्ति को एक स्थान से दूसरे स्थान को भेजा जाए, उसे मानव प्रक्षेपण-यंत्र कहते हैं।
प्रश्न 3.
प्रो. माधवन को पसीना क्यों आ गया ?
उत्तर :
यकायक चालू मानव प्रक्षेपण-यंत्र से जुड़े पावर सप्लाई बॉक्स से धुआं उठता हुआ देखकर प्रोफेसर माधवन को पसीना आ गया।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
प्रोफेसर रामिश के प्रयोग का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर :
विज्ञान के सिद्धांत के अनुसार किसी वस्तु को उसके मूलतत्त्वों में विभक्त किया जा सकता है और उसे तरंगों के द्वारा किसी अन्य स्थान पर भेजा और उन तत्वों को जोड़कर वापस पाया जा सकता है। प्रोफेसर रामिश के प्रयोग का उद्देश्य इसी सिद्धांत के अनुसार मानवशरीर को तरंगों के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजना है।
प्रश्न 2.
परमाणु विघटन और संगठन के बारे में बताइए ।
उत्तर :
परमाणु का विघटन उसमें मौजूद इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रॉन को उससे अलग करके किया जा सकता है। परमाणु का संगठन उसमें स्थित इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रॉन के समावेश से होता है।
प्रश्न 3.
अणु तथा परमाणु किसे कहते हैं ?
उत्तर :
किसी वस्तु के छोटे-से-छोटे अंश या कण को अणु कहते हैं। परमाणु किसी पदार्थ का सबसे छोटा वह अंश होता है, जिसके और टुकडे न हो सकें। अणु की रचना परमाणुओं से होती है तथा परमाणु को आकार मिलता है, उसके अपने भीतर मौजूद इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रॉन के कारण।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के चार-पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
ऊर्जा के बारे में संक्षेप में बताइए ।
उत्तर :
ऊर्जा का अर्थ है कार्य करने की क्षमता। ऊर्जा कई प्रकार की होती है। ऊर्जा की विशेषता यह है कि इसे हम उत्पन्न नहीं कर सकते। इसी प्रकार ऊर्जा कभी नष्ट भी नहीं की जा सकती। पर आवश्यकतानुसार ऊर्जा को दूसरा रूप दिया जा सकता है। यानी उसका स्वरूप परिवर्तित किया जा सकता है। जैसे- विद्युत-ऊर्जा को आणविक ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है और आणविक ऊर्जा को विद्युतऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है।
प्रश्न 2.
लेखक की दृष्टि से मनुष्य को एक स्थान से दूसरे स्थान पर कैसे भेजा जा सकता है ?
उत्तर :
विज्ञान के सिद्धांत के अनुसार किसी भी वस्तु को उसके मूलतत्त्वों में तोड़ा और उन मूलतत्त्वों को आपस में जोड़कर उसके मूल स्वरूप में प्राप्त किया जा सकता है। लेखक की दृष्टि से मानवशरीर भी विभिन्न प्रकार के तत्त्वों से मिलकर बना है। इसलिए मानवशरीर को उसके मूलतत्त्वों में विभक्त कर उसे विशेष प्रकार की तरंगों में परिवर्तित करके एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है और उसे मूल स्वरूप में प्राप्त भी किया जा सकता है।
प्रश्न 3.
प्रा. रामिश के साथ प्रा. माधवन की पहली मुलाकात कब और कैसे हुई थी ?
उत्तर :
गर्मियों के दिन थे। प्रोफेसर माधवन प्रोफेसर रामिश के जिगरी दोस्त आनंद मेहता का सिफारिशी-पत्र लेकर पहली बार प्रोफेसर रामिश की लैब में उनसे मिलने आए थे। तब प्रोफेसर रामिश अपने कम्प्यूटर पर झुके हुए थे। प्रोफेसर माधवन का परिचय जानने के बाद प्रोफेसर रामिश ने उन्हें सहर्ष अपने साथ काम करने की अनुमति दे दी थी। इस प्रकार प्रोफेसर रामिश के साथ उसी समय प्रोफेसर माधवन की पहली बार मुलाकात हुई थी।
प्रश्न 4.
‘मानव प्रक्षषण प्रयोग’ से संबंधित जानकारी दीजिए ।
उत्तर :
‘मानव प्रक्षेपण प्रयोग’ प्रोफेसर रामिश का महत्त्वाकांक्षी प्रॉजेक्ट था। यह प्रॉजेक्ट विज्ञान के इस सिद्धांत पर आधारित था कि किसी वस्तु को उसके मूलतत्त्वों में तोड़ा जा सकता है और उन्हें विशेष प्रकार की तरंगों में परिवर्तित कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है। इसी सिद्धांत के आधार पर प्रोफेसर रामिश ने मानवशरीर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने का प्रक्षेपण प्रयोग किया था।
5. सूचनानुसार उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
विरोधी शब्द बनाइए :
- सामान्य × …………
- शुरुआत × …………
- असंभव × …………
- शक्तिशाली × …………
- आनंद × …………
- जटिल × …………
उत्तर :
- सामान्य × असामान्य
- शुरुआत × अंत
- असंभव × संभव
- शक्तिशाली × शक्तिहीन
- आनंद × विषाद
- जटिल × सरल
प्रश्न 2.
भाववाचक संज्ञा बनाइए :
- मानव – …………
- अपना – …………
- बच्चा – …………
उत्तर :
- मानव – मानवता
- अपना – अपनापन
- बच्चा – बचपन
प्रश्न 3.
कर्तृवाचक संज्ञा बनाइए :
- विज्ञान – …………
- इतिहास – …………
- विश्लेषण – …………
- कमांड – …………
उत्तर :
- विज्ञान – विज्ञानी
- इतिहास – इतिहासकार
- विश्लेषण – विश्लेषक
- कमांड – कमांडर
प्रश्न 4.
विशेषण बनाइए :
- शरीर – …………
- क्षण – …………
- आनंद – …………
- वास्तव – …………
उत्तर :
- शरीर – शारीरिक
- क्षण – क्षणिक
- आनंद – आनंदित
- वास्तव – वास्तविक
Hindi Digest Std 10 GSEB एक नई शुरुआतहै Important Questions and Answers
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर चार-पांच वाक्यों में लिखिए :
प्रश्न 1.
प्रोफेसर रामिश ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘मानव प्रक्षेपणयंत्र’ का प्रयोग छोड़ देने का निर्णय क्यों किया?
उत्तर :
प्रोफेसर रामिश ‘मानव प्रक्षेपण-यंत्र’ की प्रयोग प्रक्रिया के दौरान जिन स्थितियों से गुजरे थे, उन स्थितियों ने उन्हें बेचैन कर १ दिया था। उनका तरंग में परिवर्तित शरीर गंदे नाले और उसके पास की 3 दुनिया में पहुंच गया था, जहां नाले के किनारे बजबजाती मानवीयता १ ने उन्हें हिलाकर रख दिया था। चैम्बर से निकलने पर उन्होंने निश्चय कर लिया कि अभी तो उन्हें देश के लाखों नागरिकों को कुपोषण से बचाने और उनको जीवन की न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध करवाने का काम करना बाकी है। यह काम ‘मानव प्रक्षेपण-यंत्र’ प्रोजेक्ट के प्रयोग से कहीं अधिक जरूरी है। इसलिए प्रोफेसर रामिश ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का प्रयोग छोड़ देने का निर्णय किया।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए :
प्रश्न 1.
प्रोफेसर रामिश कौन-सी नई शुरुआत करनेवाले थे?
उत्तर :
प्रोफेसर रामिश मानवदेह को विद्युत-तरंगों में रूपांतरित करके उसे नई तकनीक से स्थानांतरित करने की नई शुरुआत करनेवाले थे।
प्रश्न 2.
प्रो. रामिश ने माधवन को अपने साथ काम करने की अनुमति क्यों प्रदान की?
उत्तर :
प्रो. रामिश ने माधवन को अपने साथ काम करने की अनुमति प्रदान की, क्योंकि वह उनके जिगरी दोस्त आनंद की सिफारिश लेकर आया था।
प्रश्न 3.
माधवन की तंद्रा अचानक क्यों भंग हो गई?
उत्तर :
माधवन की तंद्रा अचानक भंग हो गई, क्योंकि पावर सप्लाई बंद हो जाने से मानव प्रक्षेपण-यंत्र से जुड़े पावर सप्लाई बॉक्स से धुआँ उठने लगा था।
प्रश्न 4.
प्रोफेसर रामिश के अचेत शरीर में चेतना कब आई?
उत्तर :
डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन लगाए जाने और कुछ अन्य सावधानियाँ बरतने के बाद प्रोफेसर रामिश के अचेत शरीर में चेतना आई।
प्रश्न 5.
परमाणु विघटन कैसे किया जाता है?
उत्तर :
परमाणु विघटन मैं उसमें मौजूद इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रॉन को अलग करना है।
प्रश्न 6.
प्रोफेसर माधवन किसका सिफारिश-पत्र लेकर प्रो. रामिश की लैब में मिलने आए थे?
उत्तर :
प्रोफेसर माधवन आनंद मेहता का सिफारिश-पत्र लेकर पहली बार प्रो. रामिश की लैब में मिलने आए थे।
प्रश्न 7.
ऊर्जा का क्या अर्थ है?
उत्तर :
ऊर्जा का अर्थ है कार्य करने की क्षमता।
प्रश्न 8.
अणु किसे कहते हैं?
उत्तर :
किसी वस्तु के छोटे-से छोटे अंश को अणु कहते हैं।
प्रश्न 9.
अणु किससे बनते हैं?
उत्तर :
अणु परमाणु से बनते हैं।
प्रश्न 10.
आणविक ऊर्जा कैसे प्राप्त की जाती है?
उत्तर :
आणविक ऊर्जा यूरेनियम, थोरियम आदि तत्त्वों को तोड़कर प्राप्त की जा सकती है।
सही वाक्यांश चुनकर निम्नलिखित विधान पूर्ण कीजिए:
प्रश्न 1.
प्रोफेसर रामिश ने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट का प्रयोग छोड़ देने का निर्णय किया क्योंकि …
(अ) यह काम ‘मानव प्रक्षेपण-यंत्र” प्रॉजेक्ट के प्रयोग से कहीं अधिक जरूरी है।
(ब) यह काम मानव के लिए उपयोगी न था।
(क) ‘मानव विघटन प्रयोग’ प्रोफेसर
रामिश का महत्त्वपूर्ण प्रॉजेक्ट था।
उत्तर :
प्रोफेसर रामिश ने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट का प्रयोग छोड़ देने का निर्णय किया क्योंकि यह काम ‘मानव प्रक्षेपण-यंत्र’ प्रॉजेक्ट के प्रयोग से कहीं अधिक जरूरी है।
प्रश्न 2.
‘एक नई शुरुआत’ के दो वैज्ञानिकों के नाम …
(अ) प्रोफेसर आल्बर्ट और प्रोफेसर भुट्टो
(ब) प्रोफेसर रामिश और प्रोफेसर माधवन
(क) प्रोफेसर बल्कीश और प्रोफेसर एडविन
उत्तर :
“एक नई शुरुआत’ के दो वैज्ञानिकों के नाम प्रोफेसर रामिश और प्रोफेसर माधवन
प्रश्न 3.
ऊर्जा की विशेषता यह है कि …
(अ) इसे हम बेच नहीं सकते।
(ब) इसे हम उत्पन्न नहीं कर सकते।
(क) इसे हम खरीद नहीं सकते।
उत्तर :
ऊर्जा की विशेषता यह है कि इसे हम उत्पन्न नहीं कर सकते।
प्रश्न 4.
प्रो. रामिश कहते हैं कि अभी तो उन्हें अपना काम शुरू करना है और …
(अ) नये इन्जेक्शन बनाना है।
(ब) नये देश का निर्माण करना है।
(क) देश के लाखों लोगों को कुपोषण से बचाना है।
उत्तर :
प्रो. रामिश कहते हैं कि अभी तो उन्हें अपना काम शुरू करना है और देश के लाखों लोगों को कुपोषण से बचाना है।
सही विकल्प बनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
प्रश्न 1.
- ऊर्जा कभी नष्ट नहीं होती, पर उसका ………… परिवर्तन किया जा सकता है। (परिरूप, स्वरूप)
- माधवन के साथ ………. की संस्तुति थी। (आनंद, सदानंद)
- विद्युत ऊर्जा को ………… ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है। (अणु, यांत्रिक)
- मानव प्रक्षेपण-यंत्र के संपादन की प्रक्रिया अत्यंत ……. होती है। (सरल, जटिल)
- परमाणु में …………… नहीं होता है। (अणु, बीजाणु)
- माधवन ………… थे। (यांत्रिक, वैज्ञानिक)
- प्रोफेसर रामिश का ड्रीम प्रोजेक्ट ……….. बनाना था। (रोबोट प्रक्षेपण-यंत्र, मानव प्रक्षेपण-यंत्र)
- प्रोफेसर रामिश के चहरे पर एक विशेष प्रकार की ……………. चमक रही थी। (आभा, प्रभा)
उत्तर :
- स्वरूप
- आनंद
- यांत्रिक
- जटिल
- अणु
- वैज्ञानिक
- मानव प्रक्षेपण-यंत्र
- आभा
व्याकरण
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए :
प्रश्न 1.
- अदभुत – ………
- गर्व – ………
- क्षण – ………
- प्रसन्नता – ………
- कमरा – ………
- अंतर – ………
- मेहनत – ………
- सहायक – ………
- दमक – ………
- सहसा – ………
- अनुमति – ………
- लेकिन – ………
- आश्चर्य – ………
- तरंग – ………
- सिर्फ – ………
- सीमा – ………
- बधाई – ………
- जटिल – ………
उत्तर :
- अद्भुत – विचित्र
- गर्व – अभिमान
- क्षण – पल
- प्रसन्नता – हर्ष
- कमरा – कोठरी
- अंतर – तफावत
- मेहनत – श्रम
- सहायक – मददगार
- दमक – चमक
- सहसा – अचानक
- अनुमति – आज्ञा
- लेकिन – परन्तु
- आश्चर्य – विस्मय
- तरंग – लहर
- सिर्फ – केवल
- सीमा – हद
- बधाई – अभिनंदन
- जटिल – कठिन, पेचीदा
निम्नलिखित शब्दों के विरोधी शब्द लिखिए :
प्रश्न 1.
- उचित × ………..
- सक्रिय × ………..
- समर्थन × ………..
- संयोग × ………..
- कुपोषण × ………..
- जीवित × ………..
- अति × ………..
- लंबी × ………..
- व्यक्त × ………..
- संपन्न × ………..
- अगला × ………..
- शेष × ………..
- सुविधा × ………..
उत्तर :
- उचित × अनुचित
- सक्रिय × निष्क्रिय
- समर्थन × खंडन
- संयोग × वियोग
- कुपोषण × सुपोषण
- जीवित × मृत
- अति × अल्प
- लंबी × चौड़ी
- व्यक्त × अव्यक्त
- संपन्न × विपन्न
- अगला × पिछला
- शेष × अशेष
- सुविधा × असुविधा
निम्नलिखित संधि को छोड़िए:
प्रश्न 1.
- दुर्घटना
- संयोग
- दुर्गध
उत्तर :
- दुर्घटना = दुः + घटना
- संयोग = सम् + योग
- दुगंध = दु: + गंध
निम्नलिखित शब्दसमूह के लिए एक शब्द लिखिए :
प्रश्न 1.
- सहायता करनेवाला
- जो संभव न हो
- भूतकाल की घटनाओं का क्रमशः वर्णन करनेवाली पुस्तक
- जो सहयोग देता है वह
- जल्दी न सुलझनेवाला
- किसी का कोई काम करने के लिए दूसरों से कहना
- कोई काम करने के लिए किसी से ली गई स्वीकृति
- क्रिया के परिणाम से होनेवाली क्रिया
- छ्त से फैलनेवाला एक रोग
- किसी मर्ज से पीड़ित होनेवाला
- कार्य करने की विधि
- बिना चेतनावाला
- अच्छी तरह पोषण न होना
- घास-फूस का बना आवरण
- प्रयोग करने का विशेष स्थान
- किसी चीज के अंगों को अलग-अलग करना
- मध्यवर्ती स्थान या काल
- तत्त्व का सबसे छोटा कण
- तत्त्व का वह टुकड़ा जिसका और भाग न हो सके
- काबू करने की क्रिया ।
उत्तर :
- सहायक
- असंभव
- इतिहास
- सहयोगी
- जटिल
- सिफारिंश
- अनुमति
- प्रतिक्रिया
- चेचक
- मरीज
- कार्यप्रणाली
- अचेत
- कुपोषण
- झुग्गी
- प्रयोगशाला
- विश्लेषण
- अंतराल
- अणु
- परमाणु
- नियंत्रण
निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ देकर वाक्य में प्रयोग कीजिए:
- तंद्रा भंग होना – चेतना में आना वाक्य : दिल दहलानेवाला हादसा देखने पर काफी देर के बाद रमेश की तंद्रा भंग हुई।
- हक्का-बक्का रह जाना – आश्चर्यचकित होना वाक्य : जादूगर का खेल देखकर दर्शक हक्का-बक्का रह गए।
- हाथ-पैर फूल जाना-बहुत घबरा जाना वाक्य : सामने शेर आता देखकर देहाती के हाथ-पैर फूल गए।
- दिमाग में विचार कौंधना – अचानक विचार आना वाक्य : अचानक लगी आग देखकर विजय को कंबल डालने का दिमाग में विचार कौंध गया।
- दम साधे बैठना – चिंता के साथ प्रतिक्षा करना वाक्य : शाम आठ बजे तक मीना के घर वापिस न आने पर माता दम साधे बैठी थी।
- दो-चार होना – सामना करना वाक्य : भगतसिंह अंग्रेजों के सामने दो-चार हुए।
- बाँहों में भींच लेना – आलिंगन देना वाक्य : विदेश से पढ़ाई कर लौट आए बेटे को माँ ने बांहों में भींच लिया।
- आँख गड़ाना – एकटक देखना वाक्य : दो दिन से भूखा गरीब बच्चा हलवाई की दुकान पर आँखें गड़ाये खड़ा था।
- आंखों में झांकना – भलीभांति निरखना वाक्य : कक्षा में नये आए विद्यार्थी को सारे विद्यार्थी उसकी आँखों में झांक कर देखने लगे।
- लंबी सांस लेना – आह भरना वाक्य : बहू के तौखे तेवर देखकर बूढ़ी सास लंबी साँस लेकर बैठ गई।
निम्नलिखित शब्दों की भाववाचक संज्ञा लिखिए :
प्रश्न 1.
- प्रक्षेप – ……….
- व्यस्त – ……….
- संपादित – ……….
- मिलना – ……….
- परखना – ……….
- सुनना – ……….
- मौजूद – ……….
- वक्ता – ……….
- उड़ना – ……….
- जुड़ना – ……….
- लायक – ……….
- प्रसिद्ध – ……….
- व्यक्ति – ……….
उत्तर :
- प्रक्षेप – प्रक्षेपण
- व्यस्त – व्यस्तता
- संपादित – संपादन
- मिलना – मिलन
- परखना – परख
- सुनना – सुनवाई
- मौजूद – मौजूदगी
- वक्ता – वक्तव्य
- उड़ना – उड़ान
- जुड़ना – बुड़ाव
- लायक – लायकी
- प्रसिद्ध – प्रसिद्धि
- व्यक्ति – व्यक्तित्व
निम्नलिखित शब्दों की कर्तृवाचक संज्ञा लिखिए :
प्रश्न 1.
- विशेष – ……….
- अध्ययन – ……….
- तत्त्व – ……….
- नियंत्रण – ……….
- सहाय – ……….
- निर्माण – ……….
- सम्मोहन – ……….
- घूमना – ……….
उत्तर :
- विशेष – विशेषज्ञ
- अध्ययन – अध्येता
- तत्त्व – तत्वज्ञ
- नियंत्रण – नियंत्रक
- सहाय – सहायक
- निर्माण – निर्माता
- सम्मोहन – सम्मोहक
- घूमना – घुमक्कड़
निम्नलिखित शब्दों की विशेषण संज्ञा लिखिए :
प्रश्न 1.
- प्रकाश – ……….
- संसार – ……….
- भारत – ……….
- विज्ञान – ……….
उत्तर :
- प्रकाश – प्रकाशित
- संसार – सांसारिक
- भारत – भारतीय
- विज्ञान – वैज्ञानिक
निम्नलिखित समास को पहचानिए :
प्रश्न 1.
- श्रमसाध्य
- कुपोषण
- प्रयोगशाला
- सक्रिय
- कार्यप्रणाली
- सुविधा
उत्तर :
- तत्पुरुष
- कर्मधारय
- तत्पुरुष
- बहुव्रीहि
- तत्पुरुष
- कर्मधारय
एक नई शुरुआत Summary in Hindi
विषय-प्रवेश :
‘एक नई शुरुआत’ एक सर्वथा नवीन काल्पनिक, वैज्ञानिक एवं अनुसंधान पर आधारित रचना है। इसमें विज्ञान के एक प्रचलित सिद्धांत पर आधारित दो वैज्ञानिकों द्वारा मनुष्य के शरीर को तरंगों में रूपांतरित कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने की तकनीक और उससे संबंधित प्रयोगों का रोमांचक ढंग से विस्मयकारी वर्णन किया गया है।
पाठ का सार :
मानव प्रक्षेपण-यंत्र : मानव प्रक्षेपण-यंत्र दो खंडों में विभक्त था। उसका एक खंड प्रोफेसर रामिश की प्रयोगशाला में तथा दूसरा खंड यहाँ से 500 मीटर दूर उनके सहयोगी माधवन के घर में स्थापित था। आज इनके द्वारा मानवशरीर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्रक्षेपित किए जाने का प्रयोग संपन्न हो रहा था। खुद प्रोफेसर रामिश अपने शरीर को प्रक्षेपित करने का प्रयोग कर रहे थे।
प्रो. रामिश का शरीर तत्त्वों में विभक्त : कम्प्यूटर को प्रोसेस रेडी सिग्नल मिलता है और प्रोफेसर रामिश, माधवन को फोन पर सूचित करके अपने कम्प्यूटरचालित चैम्बर में प्रवेश करते हैं। मानव प्रक्षेपण-यंत्र अपना काम शुरू करता है और प्रो. रामिश का शरीर अपने मूलतत्वों में विभक्त होना आरंभ हो जाता है। दूसरे छोर पर बैठा माधवन अपने कम्प्यूटर की स्क्रीन पर यह दृश्य देखता है।
माधवन के दिमाग में कौंधती बातें : माधवन स्क्रीन पर प्रो, रामिश के शरीर को मूलतत्त्वों में विभाजित होते और उस पर प्रक्रिया होते देख रहा था और उसके मस्तिष्क में प्रो. रामिश द्वारा मानव प्रक्षेपण के बारे में बताई हुई बातें कौंध रही थी।
माधवन का आश्चर्य : जब पहले-पहल प्रो. रामिश ने माधवन को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘मानव प्रक्षेपण-यंत्र’ और उसकी कार्यप्रणाली के बारे में बताया था, तो उसका मुंह आश्चर्य से खुला रह गया था। प्रोफेसर रामिश ने उसे विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों के द्वारा कैसे उसे समझाया था कि जिस प्रकार किसी वस्तु को उसके मूलतत्त्वों में विभक्त किया जा सकता है और फिर उन तत्त्वों को जोड़कर उसके मूल रूप में उसे पाया जा सकता है। उसी प्रकार जीवित प्राणी के साथ भी यह प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।
व्यक्ति को भेजने का साधन : प्रोफेसर रामिश ने उसे बताया था कि जिस प्रकार किसी फिल्म को एक खास प्रकार की तरंगों में परिवर्तित करके उसे एक स्थान (टीबी स्टेशन) से प्रक्षेपित कर दूसरे स्थान (टीवी सेट) पर प्राप्त कर लिया जाता है, उसी प्रकार किसी व्यक्ति को उसके मूलतत्त्वों में विभक्त करके वे उन तत्त्वों को एक विशेष प्रकार की तरंगों में परिवर्तित कर एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजेंगे। वे वहाँ इन तरंगों को ग्रहण कर उन्हें वापस मूलतत्त्वों में परिवर्तित करके उसके मूल रूप में पुनः बदल लेंगे।
पावर सप्लाई बॉक्स से धुआँ : तभी माधवन की तंद्रा भंग होती है। मानव प्रक्षेपण-यंत्र से उठता हुआ धुआँ देख कर वह हक्का-बक्का रह जाता है। उसने देखा प्रो. रामिश का शरीर तरंगों में परिवर्तित होकर प्रक्षेपण-यंत्र के रिसीवर की ओर जा रहा था। तभी कमरे की पावर सप्लाई ऑफ हो गई थी। प्रक्षेपण-यंत्र का नियंत्रण कक्ष फेल हो जाने से प्रो. रामिश का तरंग रूप में परिवर्तित शरीर प्रक्षेपण-यंत्र की रिसीविंग प्रणाली के नियंत्रण से बाहर जा चुका था। वह हवा के बहाव के साथ प्रयोगशाला के पीछेवाले नाले की ओर उड़ गया था।
माधवन का प्रयास : तभी माधवन प्रक्षेपण-यंत्र का स्विच निकाल कर उसे बिजली के स्विच से जोड़ देता है। इससे मानव प्रक्षेपण-यंत्र कार्यरत हो जाता है। माधवन ने पाया कि प्रोफेसर का शरीर नियंत्रण कक्ष की सीमा में था। मशीन की कार्यप्रणाली ऑन होते ही वे तरंगें रिसीवर की ओर घूम जाती हैं। कुछ अन्य स्विच चालू करने से रिसीवर चैम्बर में हलचल होती है और प्रो. रामिश बाहर आ जाते हैं। पर कुछ ही क्षणों में वे अचेत हो जाते हैं। डॉक्टर के इलाज से उन्हें होश आता है।
प्रो. रामिश का कथन : प्रो. रामिश कहते हैं कि अभी तो उन्हें अपना काम शुरू करना है। देश के लाखों लोगों को कुपोषण से बचाना है। उन्हें जीवन की न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध करानी हैं और वे कमरे से बाहर चले जाते हैं।
एक नई शुरुआत शब्दार्थ :
- अद्भुत – आश्चर्यजनक, विचित्र।
- प्रक्षेपणयंत्र – फेंकनेवाला यंत्र।
- परीक्षण – परखने या जांच करने का काम।
- द्रव्य – वस्तु, पदार्थ।
- विश्लेषण – वास्तविक रूप के स्पष्टीकरण के लिए सब अंगों की छानबीन।
- विभक्त – अलग।
- प्रयोगशाला – जहाँ रासायनिक प्रयोग या जाँच हो।
- कमांड – आदेश।
- स्क्रीन – परदा।
- आभा – चमक-दमक।
- प्रक्रिया – वह क्रिया जिससे कोई वस्तु बनती है।
- अंतराल – दो बिंदुओं के बीच का स्थान या अंतर।
- जिगरी – अत्यंत घनिष्ठ।
- प्रॉजेक्ट – परियोजना।
- संस्तुति – किसी कार्य के लिए अपनी मंजूरी देना।
- प्रतिक्रिया – किसी क्रिया के विरोध में होनेवाली किया।
- विधि – रीति, तरीका।
- तरंग – लहर।
- यांत्रिक – यंत्रसंबंधी।
- आणविक – अणुसंबंधी।
- संरचना – अनेक अवयवोंवाली रचना।
- सम्मोहन – मोहित करने या लुभाने की क्रिया।
- प्रक्षेपित – प्रसारित। तंद्रा- ऊँघ।
- झुग्गियाँ – झोपड़ियाँ।
- चेचक – शीतला रोग।
- उपक्रम – आयोजन, तैयारी।
- कार्यप्रणाली – कार्य करने का ढंग।
- चेकअप – जांच-पड़ताल।
- उथल-पुथल – उलट-पलट।
- आविष्कार – ईजाद. किसी बात का पहले-पहल पता लगाना। प्रसिद्धि-ख्याति, शोहरत।
- बजबजाना – सड़े हुए गंदे पानी में बुलबुले उठना।
- मानवीयता – मनुष्यता।