GSEB Gujarat Board Textbook Solutions Class 12 Economics Chapter 2 वृद्धि और विकास के निर्देशक Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.
Gujarat Board Textbook Solutions Class 12 Economics Chapter 2 वृद्धि और विकास के निर्देशक
GSEB Class 12 Economics वृद्धि और विकास के निर्देशक Text Book Questions and Answers
स्वाध्याय
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखिए :
1. विकास एक बहुपरिमाणीय प्रक्रिया है । यह विधान किसने प्रस्तुत किया ?
(A) टोडेरो
(B) किन्डल बर्जर
(C) मार्शल
(D) मेचलव
उत्तर :
(A) टोडेरो
2. कौन-सी संकल्पना गुणात्मक है ?
(A) राष्ट्रीय आय की वृद्धि दर
(B) प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धि दर
(C) आर्थिक वृद्धि
(D) आर्थिक विकास
उत्तर :
(D) आर्थिक विकास
3. 2014 में विश्व में मानवविकास अंक की दृष्टि से भारत का क्रम कौन-सा था ?
(A) 127
(B) 128
(C) 129
(D) 130
उत्तर :
(D) 130
4. 2014 में मानवविकास कि रिपोर्ट के अनुसार भारत की प्रतिव्यक्ति आय कितने डॉलर थी ?
(A) 7110
(B) 7068
(C) 480
(D) 5497
उत्तर :
(D) 5497
5. देश की आर्थिक विकास में वृद्धि होने से …………………….
(A) कृषि क्षेत्र का हिस्सा घटता है ।
(B) कृषि क्षेत्र का हिस्सा बढ़ता है ।
(C) औद्योगिक क्षेत्र का योगदान घटता है ।
(D) सेवा क्षेत्र का योगदान घटता है ।
उत्तर :
(A) कृषि क्षेत्र का हिस्सा घटता है ।
6. जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक (PQLI) का महत्तम मूल्य कितना होता है ?
(A) 100 से कम
(B) 100 से अधिक
(C) 100
(D) शून्य
उत्तर :
(C) 100
7. मानवविकास आंक का मूल्य कितना होता है ?
(A) शून्य
(B) एक
(C) शून्य से एक के बीच
(D) 100
उत्तर :
(C) शून्य से एक के बीच
8. आर्थिक वृद्धि का प्रश्न मुख्य रूप से किन राष्ट्रों के साथ जुड़ा हुआ है ?
(A) विकसित देश
(B) विकासशील देश
(C) पिछड़े देश
(D) तीसरे विश्व के देश
उत्तर :
(A) विकसित देश
9. आर्थिक विकास, आर्थिक वृद्धि का ……………………..
(A) कारण है ।
(B) परिणाम है ।
(C) साधन है ।
(D) साध्य है ।
उत्तर :
(B) परिणाम है ।
10. 2014 में मानवविकास आंक की दृष्टि से विश्व में प्रथम स्थान पर देश था ।
(A) जापान
(B) नोर्वे
(C) अमेरिका
(D) भारत
उत्तर :
(B) नोर्वे
11. 2014 में मानवविकास अंक दृष्टि से विश्व में अंतिम क्रम रखनेवाला देश था ।
(A) नाइजीरिया
(B) पाकिस्तान
(C) भारत
(D) चीन
उत्तर :
(A) नाइजीरिया
12. द्वितीय विश्वयुद्ध का समय ……………………
(A) 1929 से 1934
(B) 1924 से 1939
(C) 1939 से 1944
(D) 1944 से 1949
उत्तर :
(C) 1939 से 1944
13. आर्थिक विकास का प्रश्न किन देशों के साथ जुड़ा हुआ है ?
(A) विकसित देश
(B) विकासशील देश
(C) पूँजीवादी देश
(D) साम्यवादी देश
उत्तर :
(B) विकासशील देश
14. आर्थिक वृद्धि कैसा परिवर्तन है ?
(A) परिमाणात्मक
(B) गुणात्मक
(C) संरचनात्मक
(D) तुलनात्मक
उत्तर :
(A) परिमाणात्मक
15. आज ऐशिया आफ्रिका और …………………………. के देश आर्थिक विकास के लिए सक्रिय बने हैं ।
(A) रशिया
(B) युरोप
(C) अन्टार्कटिका
(D) लेटिन अमेरिका
उत्तर :
(D) लेटिन अमेरिका
16. आर्थिक विकास की प्रक्रिया के दरम्यान देश का आर्थिक और ………………………. ढाँचा बदलता है ।
(A) सामाजिक
(B) भौतिक
(C) रासायनिक
(D) राजनैतिक
उत्तर :
(A) सामाजिक
17. आर्थिक विकास के कारण लोगों की ………………………… में परिवर्तन आता है ।
(A) पूर्ति
(B) जत्था
(C) माँग
(D) सीमांत आय
उत्तर :
(C) माँग
18. आर्थिक विकास मापने के मापदंड …………………..
(A) एक
(B) तीन
(C) चार
(D) दो
उत्तर :
(B) तीन
19. नोर्वे की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर कितने प्रतिशत है ?
(A) 2.2
(B) 2.4
(C) 2.6
(D) 2.8
उत्तर :
(A) 2.2
20. 2014 में भारत की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर कितने प्रतिशत थी ?
(A) 3.7%
(B) 7.3
(C) 7.7
(D) 10.3
उत्तर :
(B) 7.3
21. 2014 में अमेरिका की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर ……………………………
(A) 4.4% थी ।
(B) 2.2% थी ।
(C) 2.4% थी ।
(D) 2.6% थी ।
उत्तर :
(C) 2.4% थी ।
22. आर्थिक विकास में राष्ट्रीय आय की गणना बाजार भाव पर नहीं परंतु …………………………… भाव पर की जाती है ।
(A) वास्तविक भाव
(B) सामाजिक मूल्य
(C) स्थिर भाव
(D) मुद्राकीय भाव
उत्तर :
(C) स्थिर भाव
23. 2014 में श्रीलंका की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर कितने प्रतिशत थी ?
(A) 5.4
(B) 4.5
(C) 3.5
(D) 7.3
उत्तर :
(B) 4.5
24. चीन की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर 7.3% थी और पाकिस्तान की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर कितने प्रतिशत थी ?
(A) 2.2
(B) 2.4
(C) 4.5
(D) 4.7
उत्तर :
(D) 4.7
25. राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर की अपेक्षा जनसंख्या वृद्धिदर अधिक हो तो प्रतिव्यक्ति आय में क्या परिवर्तन होगा ?
(A) स्थिर रहेगी
(B) बढ़ेगी
(C) घटेगी
(D) तटस्थ रहेगी
उत्तर :
(C) घटेगी
26. प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धि यह प्रजा के भौतिक कल्याण में होनेवाली वृद्धि का उत्तम ……………………………… है ।
(A) उदाहरण
(B) निर्देशक
(C) लक्षण
(D) शीर्षक
उत्तर :
(B) निर्देशक
27. 2014 में नोर्वे की प्रतिव्यक्ति आय कितनी थी ?
(A) 64992 डॉलर
(B) 52947 डॉलर
(C) 9779 डॉलर
(D) 5497 डॉलर
उत्तर :
(A) 64992 डॉलर
28. वर्ष 2014 में भारत की प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धिदर कितने प्रतिशत थी ?
(A) 1.1
(B) 1.6
(C) 6.7
(D) 6.0
उत्तर :
(D) 6.0
29. वर्ष 2014 में अमेरिका की प्रतिव्यक्ति आय कितने डॉलर थी ?
(A) 80442
(B) 52947
(C) 64992
(D) 12547
उत्तर :
(B) 52947
30. चीन की वर्ष 2014 में प्रतिव्यक्ति आय कितने डॉलर थी ?
(A) 4866
(B) 5497
(C) 12547
(D) 9779
उत्तर :
(C) 12547
31. श्रीलंका की प्रतिव्यक्ति आय अमेरिकन डॉलर में कितनी थी ?
(A) 9779
(B) 7799
(C) 7997
(D) 9991
उत्तर :
(A) 9779
32. भारत में जनसंख्या की गणना कितने वर्ष के बाद होती है ?
(A) 5 वर्ष
(B) 10 वर्ष
(C) 15 वर्ष
(D) 20 वर्ष
उत्तर :
(B) 10 वर्ष
33. पाकिस्तान की प्रतिव्यक्ति आय ………………………… ।
(A) 6648 डॉलर
(B) 6468 डॉलर
(C) 4866 डॉलर
(D) 580 डॉलर
उत्तर :
(C) 4866 डॉलर
34. जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक की रचना किस अर्थशास्त्री ने की ?
(A) मोरिस डेविस
(B) थोमस माल्वस
(C) मार्शल
(D) मेकलप
उत्तर :
(A) मोरिस डेविस
35. जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक का मूल्य कितना होता है ?
(A) 0 से 1 के बीच
(B) 0 से 100 के बीच
(C) शून्य
(D) 100
उत्तर :
(B) 0 से 100 के बीच
36. मानवविकास अंक किसने प्रस्तुत किया ?
(A) UNDP
(B) UNO
(C) U.S.
(D) U.K.
उत्तर :
(A) UNDP
37. HDI में किस वर्ष में सुधार किया गया ?
(A) 2009
(B) 2011
(C) 2008
(D) 2010
उत्तर :
(D) 2010
38. मानवविकास अंक का महत्तम मूल्य कितना होता है ?
(A) 1
(B) 100
(C) 0 से 1
(D) 0 से 100
उत्तर :
(A) 1
39. 2014 में भरत का मानवविकास अंक मूल्य कितना था ?
(A) 0.595
(B) 0.609
(C) 0.906
(D) 0.960
उत्तर :
(C) 0.906
40. वर्ष 2014 में नोर्वे का मानवविकास अंक कितना था ?
(A) 0.915
(B) 0.944
(C) 0.995
(D) 0.990
उत्तर :
(B) 0.944
41. अमेरिका मानवविकास अंक की दृष्टि से कौन-से क्रम पर था ?
(A) 4
(B) 1
(C) 5
(D) 8
उत्तर :
(D) 8
42. चीन का मानवविकास अंक कितना था ?
(A) 0.915
(B) 0.944
(C) 0.727
(D) 0.609
उत्तर :
(C) 0.727
43. चीन मानवविकास अंक की दृष्टि से कौन से क्रम पर था ?
(A) प्रथम
(B) अंतिम
(C) 90
(D) 8
उत्तर :
(C) 90
44. वर्ष 2014 में मानवविकास अंक की गणना में कितने देशों का समावेश किया गया था ?
(A) 100
(B) 150
(C) 188
(D) 200
उत्तर :
(C) 188
45. सबसे अधिक मानवविकास रखनेवाले राष्ट्रों का औसत मानवविकास का मूल्य कितना था ?
(A) 0.890
(B) 0.735
(C) 0.614
(D) 0.493
उत्तर :
(A) 0.890
46. मध्यम मानवविकास रखनेवाले राष्ट्रों का औसत मूल्य कितना होता है ?
(A) 0.890
(B) 0.614
(C) 0.735
(D) 0.493
उत्तर :
(B) 0.614
47. निम्न मानवविकास रखनेवाले राष्ट्रों का औसत मूल्य कितना होता है ?
(A) 0.549
(B) 0.614
(C) 0.493
(D) 0.395
उत्तर :
(C) 0.493
48. भारत का HDI के वर्गीकरण में मानवविकास के किस ग्रुप में समावेश होता है ?
(A) अधिक
(B) सबसे अधिक
(C) मध्यम
(D) निम्न
उत्तर :
(C) मध्यम
49. 2014 में भारत में जन्म के समय अपेक्षित औसत आयुष्य कितने वर्ष था ?
(A) 81.6 वर्ष
(B) 79.1 वर्ष
(C) 75.8 वर्ष
(D) 68.0 वर्ष
उत्तर :
(D) 68.0 वर्ष
50. सबसे अधिक मानवविकास अंक रखनेवाले देशों में कितने देश है ?
(A) 1 से 40
(B) 50 से 105
(C) 106 से 143
(D) 144 से 188
उत्तर :
(A) 1 से 40
प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए ।
1. आर्थिक वृद्धि अर्थात् क्या ?
उत्तर :
आर्थिक वृद्धि अर्थात् देश में दीर्घकालीन समय दरम्यान राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर अथवा वस्तु और सेवाओं के कुल उत्पादन में होनेवाली वृद्धि ।
2. आर्थिक विकास का अर्थ बताइए ।
उत्तर :
आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ जीवनस्तर में सुधार हो तो उसे आर्थिक विकास कहते हैं । आर्थिक विकास में देश की आर्थिक और सामाजिक ढाँचा बदलता है । यह गुणात्मक परिवर्तन है ।
3. प्रतिव्यक्ति आय अर्थात् क्या ?
उत्तर :
कुल राष्ट्रीय आय में देश की कुल जनसंख्या का भाग देने से प्राप्त आय को प्रतिव्यक्ति आय कहते हैं ।
4. राष्ट्रीय आय की तुलना में प्रतिव्यक्ति आय का मापदण्ड किस लिए अधिक श्रेष्ठ है ?
उत्तर :
राष्ट्रीय आय आर्थिक विकास का उचित निर्देशक हैं । परंतु राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर जनसंख्या वृद्धिदर से कम हुयी तो प्रतिव्यक्ति आय कम हो जाएगी और लोगों के जीवनस्तर पर विपरीत असर पड़ेगा । प्रतिव्यक्ति आय में आय के साथ जनसंख्या को भी ध्यान में लिया जाता है । इसलिए प्रतिव्यक्ति आय के बढ़ने से लोगों के जीवनस्तर में सुधार होगा । इसलिए उचित निर्देशक है ।
5. जीवन की भौतिक गुणवत्ता आंक किसने प्रस्तुत किया था ?
उत्तर :
जीवन की भौतिक गुणवत्ता का आंक मौरिस डेविस ने प्रस्तुत किया था ।
6. 2014 में HDI के कितने देशों के आंक प्रस्तुत किया गया ?
उत्तर :
2014 में HDI के 188 देशों के आंक प्रकाशित हुये हैं ।
7. मानवविकास आंक में किन परिबलों को समाविष्ट कर लिया गया है ?
उत्तर :
मानवविकास आंक में अपेक्षित औसत आयुष्य, साक्षरता और जीवनस्तर को समाविष्ट किया गया है ।
8. बालमृत्यु दर अर्थात् क्या ?
उत्तर :
प्रति हजार बालकों पर जीवित जन्मे हुये बालकों में से एक वर्ष का आयुष्य पूर्ण होने से पहले मृत्यु पानेवाले बालकों की संख्या को बालमृत्यु दर कहते हैं ।
9. मानवविकास आंक का महत्तम मूल्य कितना होता है ?
उत्तर :
मानवविकास आंक का महत्तम मूल्य एक (1) होता है ।
10. अधिक प्रतिव्यक्ति आय क्या सूचित करती है ?
उत्तर :
अधिक प्रतिव्यक्ति आय जीवनस्तर में सुधार को सूचित करती है ।
11. विश्व के देशों का आज मुख्य उद्देश्य क्या है ?
उत्तर :
विश्व के देशों का आज मुख्य उद्देश्य आर्थिक विकास करना है ।
12. श्रीमति उर्सला हिक्स के अनुसार आर्थिक वृद्धि और आर्थिक विकास में मुख्य अंतर क्या है ?
उत्तर :
श्रीमति उर्सला हिक्स के अनुसार विकासशील देशों के आर्थिक प्रश्नों का निवारण यह आर्थिक विकास है और विकसित देशों के प्रश्नों का निवारण आर्थिक वृद्धि है ।
13. आर्थिक वृद्धि कैसा परिवर्तन है ?
उत्तर :
आर्थिक वृद्धि परिमाणात्मक परिवर्तन है ।
14. हेन्सन के अनुसार आर्थिक वृद्धि अर्थात् क्या ?
उत्तर :
हेन्सन के अनुसार ‘आर्थिक वृद्धि अर्थात् राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर अथवा वस्तुओं और सेवाओं के कुल उत्पादन प्रमाण में होनेवाली वृद्धि ।’
15. सायमन क्रूझनेट के अनुसार आर्थिक वृद्धि किसे कहते हैं ?
उत्तर :
सायमन क्रूझनेट के अनुसार ‘प्रजा को अधिक से अधिक वैविध्यपूर्ण आर्थिक चीजवस्तुओं की आपूर्ति पूर्ण करने की देश की शक्ति में दीर्घकालीन समय तक होनेवाली वृद्धि आर्थिक वृद्धि है ।
16. आर्थिक वृद्धि में राष्ट्रीय आय और प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि होने पर भी क्या स्थिर रहता है ?
उत्तर :
आर्थिक वृद्धि में राष्ट्रीय आय और प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि होने पर भी संस्थाकीय और मनोवैज्ञानिक ख्याल स्थिर रहते हैं ।
17. आर्थिक विकास में कौन-कौन सी बातें समाविष्ट हो जाती हैं ?
उत्तर :
आर्थिक विकास में आर्थिक वृद्धि, आर्थिक सुख-समृद्धि तथा आर्थिक प्रगति भी समाविष्ट हो जाती है ।
18. आर्थिक विकास किस प्रकार का परिवर्तन है ?
उत्तर :
आर्थिक विकास गणात्मक परिवर्तन है ।
19. जी. एम. मेयर के अनुसार आर्थिक विकास किसे कहते हैं ?
उत्तर :
जी. एम. मेयर के अनुसार ‘आर्थिक विकास एक एसी प्रक्रिया है कि जिसके अन्तरगत गरीबी रेखा के नीचे जनसंख्या में वृद्धि न हो, आय का वितरण अधिक असमान न हो, इन शर्तों के अनुसार देश की प्रतिव्यक्ति वास्तविक आय में दीर्घकालीन समय तक वृद्धि होती है ।
20. मेकलप किसे आर्थिक विकास मानते हैं ? ।
उत्तर :
मेकलप के अनुसार ‘जनसंख्या स्थिर हो या निरंतर बढ़ रही हो, परंतु उत्पादन के साधनों तथा उत्पादन पद्धति में परिवर्तन उत्पन्न करनेवाली ऐसी प्रक्रिया है, जिसके कारण प्रतिव्यक्ति आय में निरंतर वृद्धि होती, हो और लोगों के जीवनस्तर में सुधार हो रहा हो तो देश का आर्थिक विकास हो रहा है ऐसा कहते हैं ।’
21. आर्थिक विकास का अंतिम उद्देश्य क्या है ?
उत्तर :
आर्थिक विकास का अंतिम उद्देश्य जीवनस्तर में सुधार करके मानवविकास में सुधार करना है ।
22. भारत की प्रतिव्यक्ति आय अमेरिकन डॉलर में कितनी है ?
उत्तर :
भारत की प्रतिव्यक्ति आय 5497 डॉलर है ।
23. जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक का महत्तम मूल्य कितना होता है ?
उत्तर :
जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक का महत्तम मूल्य 100 होता है ।
24. अपेक्षित औसत आयुष्य किसे कहते हैं ?
उत्तर :
बालक जन्म के समय से कितने वर्ष की आयु जियेगा उसकी अपेक्षा को अपेक्षित औसत आयु कहते हैं ।
25. नोर्वे का 2014 में मानवविकास अंक कितना था ?
उत्तर :
2014 में नोर्वे का मानवविकास अंक 0.944 था ।
26. मानवविकास अंक की दृष्टि से विश्व में भारत का स्थान कौन-सा है ?
उत्तर :
मानवविकास की दृष्टि से विश्व में भारत का स्थान 130 वाँ हैं ।
27. 2014 में भारत का मानवविकास मूल्य कितना था ?
उत्तर :
2014 में भारत का मानवविकास अंक का मूल्य 0.609 है ।
28. 2014 में भारत की अपेक्षित औसत आयु कितनी थी ?
उत्तर :
2014 में भारत की अपेक्षित औसत आयु 68.0 वर्ष है ।
29. 2014 में मानवविकास अंक की दृष्टि से विश्व में प्रथम क्रम पर कौन-सा देश था ?
उत्तर :
2014 में मानवविकास अंक की दृष्टि से विश्व में प्रथम क्रम पर नोर्वे था ।
30. 2014 में मानवविकास अंक की दृष्टि से अंतिम क्रम पर कौन-सा देश था ?
उत्तर :
2014 में मानवविकास अंक की दृष्टि से अंतिम क्रम पर नाइजीरिया था ।
31. सबसे अधिक मानवविकास रखनेवाले कितने देश है ?
उत्तर :
सबसे अधिक मानवविकास रखनेवाले 49 देश है ।
32. अधिक मानवविकास रखनेवाले राष्ट्रों का मानवविकास का औसत मूल्य कितना निश्चित किया है ?
उत्तर :
अधिक मानवविकास रखनेवाले राष्ट्रों का मानवविकास का औसत मूल्य 0.735 निश्चित किया है ।
33. GNI का पूरा नाम लिखिए ।
उत्तर :
GNI = Gross National Income.
34. LEB का पूरा नाम लिखिए ।
उत्तर :
LEB का पूरा नाम Life Expectancy at Birth.
35. HDI का पूरा नाम लिखिए ।
उत्तर :
HDI का पूरा नाम – Human Development Index.
36. GDI का पूरा नाम लिखिए ।
उत्तर :
GDI = Gender Development Index.
37. TAI का पूरा नाम लिखिए ।
उत्तर :
TAI का पूरा नाम – Technological Achievement Index.
38. HPI का पूरा नाम लिखिए ।
उत्तर :
HPI का पूरा नाम – Human Poverty Index.
39. HCI का पूरा नाम लिखिए ।
उत्तर :
HCI का पूरा नाम – Human Consumer Index.
40. परिमाणात्मक परिवर्तन किसे कहते हैं ?
उत्तर :
अर्थतंत्र के विविध क्षेत्रों के कुल उत्पादन में होनेवाली वृद्धि को परिमाणात्मक परिवर्तन कहते हैं ।
41. गुणात्मक परिवर्तन किसे कहते हैं ?
उत्तर :
अर्थतंत्र में आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ नये संशोधन हो, नयी पद्धति का उपयोग हो, श्रम की कार्यक्षमता बढ़े, विभिन्न क्षेत्रों का अर्थतंत्र में हिस्सा बदले तो उसे गुणात्मक परिवर्तन कहते हैं ।
42. प्रौढ साक्षरता दर किसे कहते हैं ?
उत्तर :
15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों में शिक्षण के प्रमाण को प्रौढ़ साक्षरता दर कहते हैं ।
43. जीवनस्तर को किससे माप सकते हैं ?
उत्तर :
नागरिको को प्राप्त होनेवाली सुविधाएँ जिसमें पानी, बिजली, ड्रेनेज, मकान, परिवहन और संचार, आरोग्य सुविधा, द्रव्य केलरी, प्रोटीन और चर्बी से माप सकते हैं ।
44. माइकल टोडेरो के अनुसार आर्थिक विकास क्या है ?
उत्तर :
माइकल टोडेरो के अनुसार – ‘आर्थिक विकास यह बहुपरिमाणीय प्रक्रिया है ।’
प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में लिखिए :
1. राष्ट्रीय आय निर्देशक की मर्यादाएँ बताइए ।
उत्तर :
किसी भी राष्ट्र की राष्ट्रीय आय उस देश की प्रगति की सूचक है । यदि राष्ट्रीय आय बढ़े तो देश की विकास दर अधिक कम तो देश का विकास कम इसी प्रकार राष्ट्रीय आय स्थिर तो आर्थिक विकास की दर भी स्थिर होगी । अर्थात् राष्ट्रीय आय आर्थिक विकास का उचित निर्देशक हैं । परंतु यह संपूर्ण सत्य नहीं है । राष्ट्रीय आय में निम्नलिखित मर्यादाएँ देखने को मिलती हैं :
- राष्ट्रीय आय की गणना में कठिनाई आती है, जैसे दोहरी गिनती, स्व-उपयोगी की वस्तुएँ, घिसावट, गैरकानूनी आय आदि के कारण राष्ट्रीय आय का सही अनुमान नहीं लगा पाते ।
- राष्ट्रीय आय में जनसंख्या को ध्यान में नहीं लिया जाता जिससे उस देश की जनता के जीवनस्तर का ख्याल नहीं आता । जैसे-राष्ट्रीय आय बढ़े परंतु जनसंख्या वृद्धि दर उससे अधिक बढ़े तो आर्थिक विकास नहीं कहेंगे ।
- राष्ट्रीय आय की गणना की पद्धतियाँ भी अलग-अलग होती हैं । जो दोनों में अंतर खड़ा कर देती हैं ।
2. प्रतिव्यक्ति आय के निर्देशक की मर्यादाएँ बताइए ।
उत्तर :
प्रतिव्यक्ति आय से लोगों के जीवनस्तर को मापा जा सकता है । इसलिए राष्ट्रीय आय की अपेक्षा प्रतिव्यक्ति आय आर्थिक
विकास का उचित निर्देशक है । परंतु प्रतिव्यक्ति आय में भी निम्नलिखित मर्यादाएँ देखने को मिलती हैं :
- राष्ट्रीय आय की गणना प्रतिवर्ष की जाती है परंतु जनगणना 10 वर्ष के बाद होती है । अर्थात् शेष वर्षों में जनसंख्या का अंदाज लगाया जाता है । इसलिए प्रतिव्यक्ति आय का सही ख्याल नहीं आता है ।
- राष्ट्रीय आय की तरह ही प्रतिव्यक्ति आय की गणना चालू भाव या स्थिर भाव पर गणना इस कठिनाई के कारण भी प्रतिव्यक्ति आय का सही ख्याल नहीं आता है ।
- प्रतिव्यक्ति आय मात्र औसत आय दर्शाती है । यदि प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि हो परंतु उसका वितरण असमान हो तो आर्थिक विकास नहीं माना जाता है ।
- विश्व देश के अलग-अलग चलन होते हैं । इसलिए प्रतिव्यक्ति आय अलग-अलग चलनों में होती है । प्रथम उसे डॉलर में परिवर्तित किया जाता है । अलग-अलग देश अपने विनिमय दर पर अनेक नियंत्रण रखते हैं । इसलिए सही ख्याल नहीं आता । परिणाम स्वरूप प्रतिव्यक्ति आय के आधार पर अलग-अलग देशों की तुलना नहीं कर सकते हैं ।
3. परिमाणात्मक एवं गुणात्मक परिवर्तन कौन-कौन से हैं ? बताइए ।
उत्तर :
देश के अर्थतंत्र में चीजवस्तुओं के कुल उत्पादन में जो वृद्धि होती है उसे परिमाणात्मक परिवर्तन कहते हैं । जैसे – जमीन, पूँजी, श्रम, नियोजनशक्ति जैसे उत्पादन के साधनों की पूर्ति में वृद्धि होती है ।
कुल उत्पादन की वृद्धि के साथ जब ढाँचाकीय परिवर्तन हो तो उसे गुणात्मक परिवर्तन कहते हैं । गुणात्मक परिवर्तन में आर्थिक और सामाजिक ढाँचा भी बदलता है ।
4. उत्पादन में वृद्धि यह किस प्रकार का परिवर्तन है ?
उत्तर :
उत्पादन में वृद्धि यह परिमाणात्मक परिवर्तन है । परिमाणात्मक परिवर्तन में कुल राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है । वृद्धि के लिए जमीन, पूँजी, श्रम, नियोजनशक्ति की आपूर्ति में वृद्धि होती है ।
5. विकास के निर्देशक कौन-से है ? सूचि बनाइए ।
उत्तर :
निर्देशकों के द्वारा आर्थिक विकास का माप सकते हैं ।
आर्थिक विकास के निर्देशक निम्नानुसार है :
- राष्ट्रीय आय की वृद्धि दर
- प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धि दर
- जीवन की भौतिक गुणवत्ता और अंक में वृद्धि
- मानवविकास अंक में वृद्धि
6. वृद्धि की मर्यादाएँ बताइए ।
उत्तर :
आर्थिक वृद्धि की मर्यादाएँ निम्नानुसार हैं :
- आर्थिक वृद्धि में मात्रा परिमाणात्मक परिवर्तन को ही ध्यान में लिया जाता है ।
- आर्थिक वृद्धि में राष्ट्रीय आय और प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि होती है, परंतु संस्थाकीय और मनोवैज्ञानिक व्यवहार स्थिर रहते हैं ।
- आर्थिक वृद्धि का ख्याल मर्यादित है, इसमें मात्र उत्पादन में होनेवाली वृद्धि और वृद्धि के प्रमाण को दर्शाता है ।
- लोगों के कल्याण और उसमें होनेवाले परिवर्तन को जानने के लिए आर्थिक वृद्धि का ख्याल अधिक उपयोगी नहीं है ।
7. विकास की मर्यादाएँ बताइए ।
उत्तर :
आर्थिक विकास की मर्यादाएँ निम्नानुसार है :
- आर्थिक विकास देश की प्रगति और स्थिति को दर्शा सकते हैं । परंतु सही अर्थ में मानवविकास की चर्चा नहीं कर सकते हैं। यह मानवप्रगति का मापदंड नहीं बन सकता है ।
- आर्थिक विकास को मापना कठिन है । क्योंकि आर्थिक विकास में सामाजिक परिवर्तनों का भी समावेश होता है, जिसे मापना कठिन है ।
- आर्थिक विकास में लोगों का जीवनस्तर ऊँचा होता है । परंतु वर्तमान समय में आर्थिक विकास होने पर भी जीवनस्तर नीचा है अर्थात् जीवनस्तर में सुधार ऐसा नहीं कह सकते हैं ।
8. अपेक्षित आयुष्य अर्थात् क्या ?
उत्तर :
बालक जन्म के समय से कितने वर्ष की आयु जियेगा उसकी अपेक्षा को अपेक्षित औसत आयु कहते हैं ।
9. वृद्धि एवं विकास में से किसका मापन कठिन है और क्यों ?
उत्तर :
वृद्धि और विकास में से विकास को मापना कठिन है । क्योंकि विकास में सामाजिक परिवर्तन का समावेश किया जाता है । जिसे सरलता से माप नहीं सकते हैं ।
10. सेनिटेशन की सुविधा किस में सुधार सूचित करती है ?
उत्तर :
सेनिटेशन की सुविधा जीवनस्तर में सुधार का सूचित करती है । सेनिटेशन एक सामाजिक परिवर्तन है । स्वच्छता के लिए मात्र परिमाणात्मक परिवर्तन नहीं सामाजिक परिवर्तन भी आवश्यक है । इसलिए सेनिटेशन एक गुणात्मक परिवर्तन है । अर्थात् आर्थिक विकास को सूचित करता है ।
11. ‘आर्थिक विकास का ख्याल विकासशील देशों से जुड़ा हुआ है ।’ चर्चा कीजिए ।
उत्तर :
एशिया, अफ्रीका और लेटिन अमेरिका के विकासशील देश अपनी बेकारी, गरीबी, असमानता, भुखमरी जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए आर्थिक विकास पर अधिक भार देते हैं । आर्थिक वृद्धि में मात्र कुल उत्पादन में ही वृद्धि होती है । जीवन स्तर में सुधार अनिवार्य नहीं है । इसलिए विकासशील देशों में कुल उत्पादन की वृद्धि के साथ देश के लोगों के जीवनस्तर में सुधार हो यह जरूरी है । इसलिए आर्थिक विकास का ख्याल विकासशील देशों से जुड़ा हुआ है ।
12. ‘आर्थिक विकास का ख्याल व्यापक है ।’ समझाइए ।
उत्तर :
आर्थिक विकास आर्थिक वृद्धि की अपेक्षा अधिक व्यापक है । आर्थिक विकास एक प्रक्रिया है, निरंतर चलनेवाली प्रक्रिया है आर्थिक सुख-समृद्धि प्राप्त करने का साधन है । इसलिए आर्थिक विकास इतना व्यापक है, कि जिसमें आर्थिक वृद्धि आर्थिक सुख-समृद्धि और आर्थिक प्रगति समा जाती है ।
13. जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक में साक्षरता का प्रमाण, अपेक्षित आयु एवं बालमृत्युदर इन्ही तीन निर्देशकों का समावेश क्यों होता है ?
उत्तर :
जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक में साक्षरता, अपेक्षित आयु एवं बालमृत्युदर इन्ही तीन निर्देशकों का ही निम्नलिखित कारणों से समावेश किया जाता है ?
- इन तीन निर्देशकों के विश्वसनीय अंक प्रत्येक देश में से प्राप्त कर सकते हैं ।
- यह तीनो निर्देशक मात्र प्रयत्न नहीं परिणाम को दर्शाते हैं ।
- यह तीनों निर्देशक वस्तुलक्षी होने कार्य की तुलना के लिए उचित मापदण्ड उपलब्ध कराते हैं ।
14. जीवन के भौतिक गुणवत्ता अंक के सकारात्मक पहलू की चर्चा कीजिए ।
उत्तर :
जीवन के भौतिक गुणवत्ता अंक के सकारात्मक पहलू निम्नानुसार हैं :
- जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक में मानवजीवन को स्पर्श करनेवाले मापदण्ड शिक्षा-आरोग्य जैसी बातों का समावेश होता है ।
- प्रति व्यक्ति आय की अपेक्षा जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक श्रेष्ठ है ।
- राष्ट्रीय आय और प्रतिव्यक्ति आय से कम मर्यादाएँ या सीमाएँ हैं ।
- जीवन की भौतिक गुणवत्ता से अलग-अलग देश, देशों के समूह एक ही देश के विविध प्रदेशों की तुलना हो सकती है ।
- शहरी-ग्रामीण, स्त्री-पुरुष का PQLI बनाकर तुलना कर सकते हैं ।
15. जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक (PQLI) के महत्त्वपूर्ण निष्कर्ष की चर्चा कीजिए ।
उत्तर :
जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक (PQLI – Physical Quality Life Index) के महत्त्वपूर्ण निष्कर्ष निम्नानुसार हैं :
- जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक का मूल्य 0 से 100 के बीच होता है ।
- जिस देश का PQLI अंक 100 के नजदीक होगा तो उस देश की शिक्षा, औसत आयु एवं बालमृत्युदर का कार्य उत्तम है ।
- जो देश PQLI अंक 0 के नजदीक वह इन तीनों में कनिष्ठ है ।
- PQLI के आधार पर दो देश या दो राज्यों की तुलना कर सकते हैं ।
- PQLI का अंक अधिक तो उस देश का आर्थिक विकास अधिक हुआ माना जाता है ।
- PQLI का अंक कम उस देश का आर्थिक विकास नीचा गिना जाता है ।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर मुद्दासर लिखिए :
1. जीवन की भौतिक गुणवत्ता अर्थात् क्या ? उसमें किन-किन बातों का समावेश होता है ?
उत्तर :
जीवन की भौतिक गुणवत्ता अर्थात् मानवजीवन की भौतिक गुणवत्ता विविध वस्तुओं और सेवाओं के उपयोग का का स्तर । उपयोग का स्तर अर्थात् समय के किसी एक समय दरम्यान व्यक्ति अथवा व्यक्तियों के समूह द्वारा ।
जीवन की भौतिक गुणवत्ता में निम्नलिखित बातों का समावेश होता है :
- भोजन : जीवन की भौतिक गुणवत्ता जानने के लिए मनुष्य को भोजन में प्रोटीन, चरबी के साथ कितनी केलरी प्राप्त हो रही है । इसे ध्यान में लिया जाता है ।
- आरोग्य और चिकित्सा सेवा : जीवन की गुणवत्ता जानने के लिए जनसंख्या पर प्रति डॉलर का प्रमाण कितना है । इसे ध्यान में लिया जाता है ।
- आवास और वस्त्र : जीवन की भौतिक गुणवत्ता को जानने के लिए आवास और वस्त्र में कमरों की संख्या कितनी है । प्रति कमरे कितने व्यक्ति हैं । इसे ध्यान में लिया जाता है ।
- साक्षरता और मनोरंजन : साक्षरता में जनसंख्या के कितने प्रतिशत लोगों को प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा प्राप्त होती है । तथा मनोरंजन के लिए टेलीविजन और थियेटर्स आदि की व्यवस्था को ध्यान में लिया जाता है ।
- ऊर्जा : प्रतिव्यक्ति कितनी ऊर्जा का उपयोग करता है ।
- शुद्ध पानी : देश की जनसंख्या को कितना शुद्ध पानी मिलता है ।
- औसत आयु : बालक जन्म के समय से कितने वर्ष की आयु जियेगा उसकी अपेक्षा को ध्यान में लिया जाता है ।
- बाल मृत्युदर : प्रति हजार बालकों में से वर्ष के दरम्यान मृत्यु पानेवाले बालकों की संख्या को बाल मृत्युदर कहते हैं ।
- ड्रेनेज की सुविधा : देश में कितने प्रतिशत लोगों को ड्रेनेज की सुविधा प्राप्त हो रही है । उपर्युक्त 10 बातों में सुधार हो रहा हो तो देश में मानवजीवन की भौतिक गुणवत्ता में सुधार हो रहा है । ऐसा कह सकते हैं ।
2. आर्थिक विकास के निर्देशक के रूप में राष्ट्रीय आय की चर्चा कीजिए ।
उत्तर :
आर्थिक विकास के निर्देशक चार हैं :
- राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर
- प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धिदर
- जीवन की भौतिक गुणवत्ता में सुधार
- मानवविकास अंक
अब इनमें से राष्ट्रीय आय निर्देशक की चर्चा करेंगे ।
राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर : किसी भी देश का आर्थिक विकास उस देश की राष्ट्रीय आय पर निर्भर करता है । यदि राष्ट्रीय आय में वृद्धि हो रही हो तो उस देश का आर्थिक विकास हो रहा है । राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर अधिक तो आर्थिक विकास अधिक वृद्धिदर कम तो आर्थिक विकास कम यदि राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर स्थिर तो आर्थिक विकास भी स्थिर हो जाता है । इस मापदंड में राष्ट्रीय आय में मात्र मुद्राकीय आय नहीं परंतु वास्तविक आय को ध्यान में लिया जाता है । तथा राष्ट्रीय आय की गणना बाज़ार कीमत पर नहीं परंतु स्थिर भाव पर की जाती है ।
चीन और भारत की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर 7.3% है । जो नोर्वे 2.2%, अमेरिका 2.4%, श्रीलंका 4.5% और पाकिस्तान 4.7% से अधिक है । इसलिए भारत विश्व के तीव्र गति से विकास करनेवाला अर्थतंत्र गिना जाता है । परंतु हमें यहाँ यह नहीं भूलना चाहिए कि नोर्वे और अमेरिका का पहले ही आर्थिक विकास अधिक हो चुका है । इसलिए वृद्धिदर नीची है । क्योंकि . एक बार वृद्धि होने के बाद धीमी हो जाती है ।
3. आर्थिक विकास के निर्देशक के रूप में प्रतिव्यक्ति आय को समझाइए ।
उत्तर :
आर्थिक विकास के निर्देशक के रूप में जब राष्ट्रीय आय की टीका (मर्यादा) होने लगी तब प्रतिव्यक्ति आय को आर्थिक विकास
का नया निर्देशक स्वीकार किया गया ।
इस प्रकार प्रतिव्यक्ति आय यह देश की कुल औसत आय यह प्रति व्यक्ति आय है । प्रति व्यक्ति आय में जनसंख्या को भी शामिल कर लिया है । इसलिए राष्ट्रीय आय की अपेक्षा प्रति व्यक्ति आय उचित निर्देशक है । प्रति व्यक्ति आय की वृद्धिदर अधिक हो तो आर्थिक विकास भी अधिक वृद्धिदर कम हो तो विकास दर भी कम, प्रतिव्यक्ति आय स्थिर हो तो आर्थिक विकास भी स्थिर माना जाता है । यदि प्रतिव्यक्ति आय घट रही तो आर्थिक विकास भी घटता है ।
यदि विकास से लोगों के जीवन स्तर में सुधार न हो तो विकास नहीं माना जाता है । इसलिए प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि यह प्रजा के भौतिक कल्याण में होनेवाली वृद्धि का उत्तम निर्देशक है । प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि यह व्यक्ति के भौतिक सुखसमृद्धि में वृद्धि लाती है । इसलिए आर्थिक विकास का उत्तम मापदंड है ।
देश | प्रतिव्यक्ति आय (डॉलर में) समखरीद शक्ति के मापदंड के अनुसार | वृद्धिदर (प्रतिशत में) |
नोर्वे | 64992 | 1.1 |
अमेरिका | 52947 | 1.6 |
श्रीलंका | 9779 | 3.5 |
चीन | 12547 | 6.7 |
भारत | 5497 | 6.0 |
पाकिस्तान | 4866 | 2.6 |
उपर तालिका में देख सकते हैं कि भारत की प्रतिव्यक्ति आय 5497 डॉलर है । जो नोंवे अमेरिका, श्रीलंका, चीन से भी कम है । नोर्वे से तो 11 से 12 गुना कम है । परंतु भारत की वृद्धिदर अधिक है । जिससे हम कह सकते हैं कि भारत का विकास तीव्रता से हो रहा है ।
4. जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक की मर्यादाओं को संक्षिप्त में समझाइए ।
उत्तर :
जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक मानव की भौतिक सुख-समृद्धि का निर्देशक है । इसलिए उसे आर्थिक विकास का उचित निर्देशक माना गया है । परंतु जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक में भी कुछ मर्यादाएँ हैं जो आर्थिक विकास को निर्देशित नहीं करती हैं, जैसे :
- अन्य मापदण्डों की अवगणना : जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक में साक्षरता, औसत आयु और बाल मृत्युदर को ही ध्यान में लिया गया है । इन तीन बातों से ही देश के विकास को नहीं जाना जा सकता है । इसलिए अन्य मापदण्डों को भी ध्यान में लेना चाहिए ।
- मात्र औसत दर्शाता है : तीनों निर्देशकों से प्राप्त अंक को तीन से भाग देने पर प्राप्त अंक PQLI है । जो औसत है । औसत से देश की तीनों बातों में अग्रिमता या पिछड़ापन नहीं कह सकते । औसत से उचित निर्णय नहीं ले सकते हैं ।
- सामान्यीकरण संभव नहीं : किसी देश का वर्तमान PQLI की दर अधिक हो, तो देश का विकास दूसरे देशों से अधिक है। ऐसा सामान्यीकरण संभव नहीं है ।
- आवक वृद्धि की उपेक्षा : जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक में आवक वृद्धि भी महत्त्वपूर्ण होती है । परंतु उसकी उपेक्षा की गयी हैं । जो उचित नहीं है ।
- धनिक देशों की मर्यादा : धनिक देशों की PQLI बढ़ने की गति धीमी होती है कारण कि औसत आयु अमुक सीमा के बाद बढ़ाना संभव नहीं है । इसलिए ऐसा नहीं कह सकते हैं कि धनिक देशों का विकास स्थिर है ।
5. भारत में वर्तमान में वृद्धि हो रही है अथवा विकास हो रहा है अथवा दोनों हो रहे हैं । कारण सहित उत्तर दीजिए ।
उत्तर :
आर्थिक विकास से सम्बन्धित भारत के सम्बन्ध में निम्नलिखित निष्कर्ष हैं :
(1) भारत में वर्तमान में वृद्धि हो रही है : किसी भी देश की वृद्धि अर्थात् उस देश के उत्पादन के कुल साधनों में वृद्धि । उस देश की राष्ट्रीय आय प्रतिव्यक्ति आय भी वृद्धि बढ़ रही हो तो ऐसा कह सकते हैं कि उस देश की वृद्धि हो रही है । भारत की राष्ट्रीय आय और प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि में हुयी है । जैसे भारत की प्रतिव्यक्ति आय 5497 डॉलर है । इसके साथ ही भारत की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर वर्ष 2014 में 7.3 प्रतिशत है । जो नोर्वे 2.2 प्रतिशत अमेरिका 2.4 प्रतिशत, श्रीलंका 4.5 प्रतिशत से अधिक है । जो भारत की वृद्धिदर का निर्देशक है ।
(2) भारत में विकास हो रहा है : भारत में वर्तमान समय में वृद्धि हो रही है । इसके साथ-साथ साक्षरता में वृद्धि हो रही है । स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है । जीवनस्तर में सुधार हो रहा है । इन सबके लिए विकास जवाबदार है । विकास के लिए राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर के साथ-साथ प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धि दर भी बढ़े यह जरूरी है । भारत की प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धिदर 6.7 प्रतिशत जो नोर्वे 1.1 प्रतिशत, अमेरिका 1.6 प्रतिशत, श्रीलंका 3.5 प्रतिशत से अधिक है । जो भारत में विकास तीव्रता से हो रहा है । इसका निर्देश दे रहा है ।
(3) आर्थिक वृद्धि और आर्थिक विकास दोनों हो रहे हैं : आर्थिक वृद्धि और आर्थिक विकास दोनों एक-दूसरे के विरोधी नहीं परंतु . पूरक है । एक कारण है तो दूसरा परिणाम । इसलिए भारत में राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर वृद्धि को दर्शाती है । तो प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धिदर विकास को । इसलिए हम कह सकते हैं । कि भारत में आर्थिक वृद्धि, आर्थिक विकास दोनों ही हो रहे हैं ।
6. राष्ट्रीय आय की मर्यादा के तीन मुद्दों की चर्चा कीजिए ।
उत्तर :
राष्ट्रीय आय आर्थिक विकास निर्देशक है । परंतु यह निर्देशक संपूर्ण नहीं है । कुछ मर्यादाएँ देखने को मिलती हैं जो निम्नानुसार है:
(1) राष्ट्रीय आय की गणना में कठिनाई : राष्ट्रीय आय की गणना में अनेक कठिनाइयाँ आती हैं । जैसे – दोहरी गणना, स्व-उपयोग की वस्तुएँ घिसायी जानना कठिन, गैरकानूनी आय, करचोरी, सट्टा पद्धति, निरक्षरता, एक से अधिक व्यवसाय में रुके हुये लोगों के कारण राष्ट्रीय आय और उसकी सही वृद्धिदर का ख्याल नहीं आता इसलिए राष्ट्रीय आय को आर्थिक विकास का उचित मापदंड नहीं कह सकते हैं ।
(2) जनसंख्या की अपेक्षा : राष्ट्रीय आय की गणना के साथ-साथ देश की जनसंख्या को भी ध्यान में लेना चाहिए । क्योंकि राष्ट्रीय आय की वृद्धि के साथ प्रतिव्यक्ति आय भी बढ़नी चाहिए । यदि राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर के साथ जनसंख्या वृद्धि दर भी अधिक हो तो राष्ट्रीय आय में वृद्धि दर होने पर भी आर्थिक विकास का निर्देशक नहीं माना जाता ।
(3) राष्ट्रीय आय की गणना की अलग-अलग पद्धति : अलग-अलग देशों में राष्ट्रीय आय की अलग-अलग पद्धतियों का उपयोग किया जाता है । जैसे – उत्पादन की पद्धति, आय की पद्धति, खर्च की पद्धति प्रमुख हैं । यदि राष्ट्रीय आय की गणना एक पद्धति से करें और उसी की गणना दूसरी पद्धति से करें तो दोनों में अंतर आता है । सभी देशों की राष्ट्रीय आय की गणना अलग-अलग पद्धति से करते हैं परिणाम स्वरुप अन्तर्राष्ट्रीय तुलना का कार्य कठिन होता है ।
7. आर्थिक विकास के निर्देशक के रूप में प्रतिव्यक्ति आय की मर्यादा को विस्तार से समझाइए ।
उत्तर :
राष्ट्रीय आय की अपेक्षा प्रतिव्यक्ति आय आर्थिक विकास का उचित निर्देशक है परंतु संपूर्ण नहीं । इसलिए प्रतिव्यक्ति आय .
की मर्यादाएँ निम्नानुसार हैं :
(1) मात्र अनुमान : देश की राष्ट्रीय आय की गणना प्रति वर्ष की जाती हैं । परंतु जनगणना प्रति 10 वर्षों के बाद अर्थात् शेष वर्षों में मात्र प्रतिव्यक्ति आय का अनुमान लगाया जाता है । इसलिए वास्तविक और सही प्रतिव्यक्ति आय ज्ञात नहीं होती है ।
(2) प्रतिव्यक्ति आय की गणना कठिन : राष्ट्रीय आय की तरह ही प्रतिव्यक्ति आय की गणना कठिन है । प्रतिव्यक्ति आय की गणना चालू भाव पर करना या स्थिर भाव पर करना इस कठिनायी के कारण प्रतिव्यक्ति आय की सही स्थिति को नहीं जान सकते हैं ।
(3) प्रतिव्यक्ति आय मात्र औसत है : प्रतिव्यक्ति आय देश की कुल राष्ट्रीय आय में कुल जनसंख्या का भाग देने पर प्राप्त अंक होता है । इसलिए प्रतिव्यक्ति आय मात्र औसत स्थिति को दर्शाता है । औसत के आधार पर किसी भी देश की सही स्थिति को नहीं जान सकते हैं । साथ ही प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धि के साथ-साथ उसका वितरण असमान हो तो उसका लाभ देश की सभी जनसंख्या को नहीं मिलता है । इसलिए विकास नहीं माना जाता है । यह प्रतिव्यक्ति आय की एक मर्यादा है ।
(4) तुलना में कठिनायी : विश्व देशों की प्रतिव्यक्ति आय उनके चलन में होती है । और प्रत्येक देश का चलन अलग-अलग होता है । इसलिए उसे प्रथम अमेरिकन डॉलर में परिवर्तित करके तुलना कर सकते हैं । अलग-अलग देशों की विदेशी मुद्रा की विनिमय दर पर अनेक प्रकार के नियंत्रण होते हैं । इसलिए सही विनिमय दर ज्ञात नहीं कर सकते हैं । इसलिए सही तुलना नहीं हो सकती है ।
(5) आय का असमान वितरण : प्रतिव्यक्ति आय जितनी आय देश के सभी नागरिकों को प्राप्त नहीं होती है । प्रतिव्यक्ति आय का निर्देशक जितना निर्देश करता है उससे अधिक छिपाता है । इसलिए सही में निर्देशक नहीं है ।
8. मानवविकास अंक के महत्त्व की चर्चा कीजिए ।
उत्तर :
मानवविकास अंक का महत्त्व निम्नानुसार है :
- आर्थिक विकास के HDI (Human Development Index) में मात्र आर्थिक ही नहीं सामाजिक कल्याण के शिक्षा और स्वास्थ्य का भी समावेश किया जाता है । इसलिए यह संपूर्ण है ।
- HDI आर्थिक नीति निर्धारित करनेवालों को सूचित करता है कि आर्थिक विकास साधन है । और मानव कल्याण यह अंतिम उद्देश्य है ।
- HDI देश की सच्ची प्रगति को दर्शाती है क्योंकि इसमें आर्थिक और सामाजिक दोनों प्रगति होती है ।
- HDI का अंक विधेयात्मक (सकारात्मक) है । HDI में वृद्धि हो तो देश में शिक्षा और स्वास्थ्य में भी सुधार हो रहा है । ऐसा सूचित करता है ।
- HDI अंक से विकासशील देशों में कहाँ विकास की संभावना है । कहाँ सरकार को कार्य करना है इसका ख्याल आता है ।
- HDI का अंक अधिक प्रगतिशील संकल्पना है ।
9. मानवविकास अंक (HDI) की मर्यादाओं की चर्चा कीजिए ।
उत्तर :
मानवविकास अंक की मर्यादाएँ नीचे देख सकते हैं :
- HDI में मात्र दो ही सामाजिक निर्देशकों का समावेश किया जाता है, जो कम हैं । दूसरे सामाजिक निर्देशकों को समाविष्ट करना चाहिए ।
- HDI में तीनों निर्देशकों को समान महत्त्व दिया जाता है । वास्तव में अलग-अलग परिस्थिति में अलग-अलग महत्त्व होता है ।
- मानवविकास अंक निरपेक्ष स्थिति को दर्शाता नहीं है । कोई एक देश अन्य देशों की तुलना में किस स्थान पर है वह दर्शाता है, जिससे मात्र सापेक्ष प्रगति का ही ख्याल आता है ।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तारपूर्वक लिखिए :
1. आर्थिक वृद्धि और आर्थिक विकास के बीच अंतर स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर :
मुद्दे | आर्थिक वृद्धि | आर्थिक विकास |
1. अर्थ | किसी देश की कुल राष्ट्रीय आय में दीर्घकालीन समय तक वृद्धि हो तो उसे आर्थिक वृद्धि कहते हैं । | आर्थिक वद्धि के साथ लोगों के जीवनस्तर में सधार हो तथा सामाजिक परिवर्तन हो तो उसे आर्थिक विकास कहते हैं । |
2. स्थिति | आर्थिक वृद्धि यह घटना है । | आर्थिक विकास एक प्रक्रिया है । |
3. परिवर्तन | आर्थिक वृद्धि में परिमाणात्मक परिवर्तन होते हैं । | आर्थिक विकास में गुणात्मक परिवर्तन होते हैं । |
4. साधनों का वितरण | आर्थिक वृद्धि में अर्थतंत्र में उपलब्ध साधनों का पुन:-वितरण पर अधिक भार दिया जाता है । | आर्थिक विकास में अर्थतंत्र में अनुपयोगी साधनों के उपयोग में लेने का प्रश्न खड़ा होता है । |
5. देश | आर्थिक वृद्धि विकसित देशों के साथ जडी हयी संकल्पना है । | आर्थिक विकास विकासशील देशों के साथ जुड़ी हुयी संकल्पना है । |
6. मापना | आर्थिक वृद्धि को मापना सरल है । | आर्थिक विकास को मापना कठिन है । |
7. ख्याल (संकल्पना) | आर्थिक वृद्धि का ख्याल सीमित है । | आर्थिक विकास का ख्याल विस्तृत है । |
8. प्रतिव्यक्ति आय | आर्थिक वृद्धि का प्रति व्यक्ति आय की दृष्टि के साथ सम्बन्ध है । | आर्थिक विकास में प्रतिव्यक्ति आय के साथ-साथ वितरण के साथ भी सम्बन्ध है । |
9. गति | आर्थिक वृद्धि तीव्र गति से होती है । | आर्थिक विकास की प्रक्रिया धीमी होती है । |
10. स्वतंत्रता | आर्थिक विकास के बिना आर्थिक वृद्धि संभव है । | आर्थिक विकास आर्थिक वृद्धि के बीना सम्भव नहीं है । |
11. समय | आर्थिक वृद्धि अल्पकालीन होता है । | आर्थिक विकास दीर्घकालीन होता है । |
2. आर्थिक विकास के निर्देशक के रूप में जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक में सुधार के बारे में चर्चा कीजिए ।
उत्तर :
आर्थिक विकास के निर्देशक के रूप में राष्ट्रीय आय और प्रतिव्यक्ति आय में मर्यादा देखी गयी तब जीवन की भौतिक गुणवत्ता में सुधार को नया निर्देशक स्वीकार किया गया ।
जीवन की भौतिक गुणवत्ता में तीन बातों का समावेश किया जाता है :
(1) शिक्षा का प्रमाण
(2) अपेक्षित औसत आयु
(3) बाल मृत्युदर
(1) शिक्षा का प्रमाण : सामान्य रूप से साक्षरता अर्थात् देश में शिक्षा प्राप्त करनेवाली जनसंख्या के देश में कितनी जनसंख्या प्रतिशत में साक्षर है इसके आधार पर शिक्षा का प्रभाव जान सकते हैं ।
साक्षरता का प्रभाव बढ़ने से व्यक्ति की कुशलता और देश के विकास के लिए अनिवार्य है ।
(2) अपेक्षित औसत आयु : बालक जन्म के समय से कितने वर्ष की आयु जियेगा उसकी अपेक्षा को अपेक्षित औसत आयु कहते है ।
अपेक्षित औसत आयु सामाजिक परिस्थिति और सुख-समृद्धि का प्रतिबिंब है । अपेक्षित औसत आयु में वृद्धि पोषण, स्वास्थ्य तथा पर्यावरणीय परिस्थिति का प्रतिबिम्ब है ।
(3) बाल मृत्युदर : एक वर्ष में प्रति हजार बालकों में से एक वर्ष की आयु से पूर्व मृत्यु पाने बालको की संख्या को बालमृत्युदर कहते हैं ।
बाल मृत्युदर पीने का स्वच्छ पानी, घर का पर्यावरण, महिलाओं की स्थिति, मातृत्व का संवेदनशील प्रतिबंध है ।
* जीवन के भौतिक गुणवत्ता अंक की रचना : इन तीनों मापदण्डों के आधार पर प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ने जीवन के भौतिक गुणवत्ता अंक की रचना की । जिसका मूल्य 0 से 100 के बीच होता है ।
3. मानवविकास आंक में किन-किन बातों का समावेश होता है ? उसे समझाइए ।
उत्तर :
आर्थिक विकास के रूप में जब अन्य निर्देशक टीकापात्र बने तब 1990 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा मानवविकास आंक (HDI – Human Development Index) नया निर्देशक प्रस्तुत किया गया । इसमें आर्थिक मापदण्डों के साथ-साथ बिनआर्थिक मापदण्डों को भी शामिल किया गया है । 1990 से HDI को मापने के लिए जो न्यूनतम और महत्तम मूल्यों का उपयोग होता था । उसमें 2010 में सुधार किया गया ।
मानवविकास अंक (HDI) में निम्नलिखित तीन बातों को ध्यान में लिया जाता है :
(1) अपेक्षित औसत आयु : जन्म के समय जनसंख्या का अपेक्षित आयु कितनी है । इसके आधार पर अंक दिया जाता है । यदि 50 वर्ष से कम है तो स्वास्थ्य से वंचित है यदि आयु अधिक है तो स्वास्थ्य अच्छा माना जाता है ।
(2) शिक्षण : साक्षरता को जानने के लिए दो बातों को ध्यान में रखा जाता है ।
(A) 15 वर्ष से कम बालक कितनी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं ।
(B) 15 वर्ष से अधिक प्रौढ़ कितनी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं ।
मानवविकास अंक लिए (A) स्कूलिंग के औसत वर्ष और (B) स्कूलिंग के अपेक्षित वर्षों में देश की स्कूली स्तर कितने वर्ष अपेक्षित हैं । उसमें से बालक स्कूल में कितने वर्ष व्यतीत करता है । उसका अंक ज्ञात किया जाता है ।
(3) जीवनस्तर : किसी देश की जनसंख्या का जीवनस्तर जानने के लिए उस देश के लोगों को प्राप्त होनेवाली सुविधाएँ जिनमें शुद्ध पीने का पानी, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, बालमृत्युदर, प्रतिव्यक्ति प्राप्त दैनिक कैलरी, बालमृत्युदर का प्रमाण आदि का समावेश किया जाता है ।
जीवनस्तर को जानने के लिए उस देश की प्रतिव्यक्ति आय का उपयोग करते हैं । उस देश की प्रतिव्यक्ति आय की गणना अमेरिकन डॉलर में करते हैं जिसे समखरीदशक्ति (PPP) कहते हैं ।
इन तीनों निर्देशकों के आधार पर मानव विकास अंक की रचना की जाती है । जिसका मूल्य 0 से 1 होता है । इसके आधार पर कौन-सा देश श्रेष्ठ है और कौन-सा देश घनिष्ठ है । इसका ख्याल आता है ।
जैसे : 2014 में नोर्वे 0.944 अंको के साथ 188 देशों में प्रथम स्थान पर था । नाइजेरिया 0.348 अंक के साथ अंतिम क्रम पर था । भारत 0.609 अंक के साथ विश्व में 130 वें स्थान पर था । इस प्रकार भारत मध्यम मानव विकासवाले राष्ट्रों में शामिल हैं ।
4. POLI और HDI की तुलना कीजिए और दोनों में कौन-सा निर्देशक श्रेष्ठ है ? क्यों ?
उत्तर :
PQLI – (Physical Quality Life Index) जीवन की भौतिक गुणवत्ता में शिक्षा, अपेक्षित औसत आयु तथा बालमृत्युदर का समावेश किया जाता है ।
साक्षरता : जीवन की भौतिक गुणवत्ता का महत्त्वपूर्ण मापदंड है । साक्षरता में वृद्धि व्यक्ति के कल्याण में वृद्धि को दर्शाती । है । व्यक्ति की कुशलता और देश के विकास के लिए आवश्यक है ।
अपेक्षित आयु : यह सामाजिक परिस्थिति और सुख-समृद्धि का प्रतिबिम्ब है । अपेक्षित आयु में वृद्धि अच्छे स्वास्थ्य का निर्देशक है ।
बालमृत्युदर : बालमृत्युदर भी सामाजिक परिस्थिति और सुख-समृद्धि का प्रतिबिम्ब है । बालमृत्युदर में कभी स्वच्छ पानी, घर का पर्यावरण, महिलाओं की स्थिति आदि को दर्शाती है ।
इन तीनों के आधार पर प्रसिद्ध अर्थशास्त्री मौरिस डेविस ने POLI अंक की रचना की जिसका मूल्य 0 से 100 के बीच होता है । इसके आधार पर उसके लोगों की भौतिक स्थिति को जाना जा सकता है । दो देश या दो राज्यों की तुलना कर सकते हैं ।
PQLI की कुछ मर्यादाएँ हैं : जैसे –
- इसमें माग, शिक्षा, बालमृत्यु दर और अपेक्षित औसत आयु का ही समावेश होता है । अर्थात् अन्य बातों की अवहेलना करते हैं ।
- PQLI अंक औसत अंक है । इसलिए इसके आधार पर सही निर्णय नहीं ले सकते हैं ।
- वर्तमान PQLI अंक अधिक हो तो दूसरे देशों से श्रेष्ठ है ऐसा सामान्यीकरण नहीं कर सकते हैं ।
- तीनों मापदण्डों को समान महत्त्व दिया जाता है जो अयोग्य हैं । क्योंकि तीनों का मानवजीवन में एकसमान महत्त्व नहीं होता है ।
* HDI – Human Development Index (मानवविकास अंक) :
PQLI की मर्यादाओं को देखकर संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने मानवविकास अंक (HDI) नया निर्देशक प्रस्तुत किया । जिसमें तीन बातों का समावेश होता है ।
(1) अपेक्षित औसत आयु : इसमें देश की जनसंख्या की जन्म के समय अपेक्षित औसत आयु कितनी है । इसका ध्यान रखा है । औसत आयु के आधार पर उस देश का स्वास्थ्य जान सकते हैं ।
(2) साक्षरता : साक्षरता में बालक (15 वर्ष से कम) और प्रौढ़ (15 वर्ष से अधिक) कितनी साक्षरता है । इसके आधार पर उस देश की साक्षरता को जान सकते हैं ।
(3) जीवनस्तर : जीवनस्तर को उस देश की जनता को शुद्ध पानी, स्वच्छता, स्वास्थ्य, बालमृत्युदर, प्रतिव्यक्ति दैनिक प्राप्त कैलरी प्राप्त होती है । उसे जान सकते हैं । जीवनस्तर को जानने के लिए उस देश की प्रतिव्यक्ति आय को ध्यान में रखकर अमेरिकन डॉलर में परिवर्तित करके अर्थात् समखरीद शक्ति के आधार पर जीवनस्तर मापा जाता है ।
इन तीनों के आधार पर मानव विकास अंक की रचना की जाती है । जिसका मूल्य 0 से 1 होता है ।
निष्कर्ष : PQLI और HDI में से HDI आर्थिक विकास का अद्यतन और अधिक श्रेष्ठ निर्देशक है । क्योंकि मानवविकास अंक की रचना में POLI के घटकों का भी समावेश होता है । तथा अन्य बातों का भी समावेश होता है । तथा मानवविकास अंक के आधार पर अलग-अलग देशों की तुलना भी सरलता से कर सकते हैं ।
5. आर्थिक विकास के निर्देशकों को संक्षिप्त में समझाइए ।
उत्तर :
आर्थिक विकास के निर्देशक चार हैं :
(1) राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर
(2) प्रति व्यक्ति आय की वृद्धिदर
(3) जीवन की भौतिक गुणवत्ता और अंक
(4) मानवविकास अंक में वृद्धि
(1) राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर : जिस देश की राष्ट्रीय आय में दीर्घकालीन समय तक वृद्धि हो रही हो तो उस देश का आर्थिक विकास हो रहा है । ऐसा मानेंगे । राष्ट्रीय आय की वृद्धि आर्थिक विकास में वृद्धि, राष्ट्रीय आय में कमी तो आर्थिक विकास नीचा यदि राष्ट्रीय आय स्थिर तो आर्थिक विकास स्थिर है । राष्ट्रीय आय भी बाज़ार भाव पर नहीं स्थिर भाव पर की जाती है।
भारत की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर 7.3% हैं जो नोर्वे और अमेरिका से अधिक है । इस प्रकार हम कह सकते हैं कि भारत विश्व में शीघ्रता से विकसित होनेवाला अर्थतंत्र हैं ।
(2) प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धिदर : राष्ट्रीय आय की अपेक्षा प्रतिव्यक्ति आय आर्थिक विकास का उचित निर्देश है । क्योंकि प्रतिव्यक्ति आय में जनसंख्या को भी ध्यान में लिया जाता है । राष्ट्रीय आय की तरह ही प्रतिव्यक्ति आय अधिक तो आर्थिक विकास अधिक कम तो नीची विकासदर स्थिर तो आर्थिक विकास भी स्थिर माना जाता है ।
भारत की प्रतिव्यक्ति आय की वृद्धिदर 6.0% है । जो नोर्वे (1.1%), अमेरिका (1.6%) से अधिक है जो आर्थिक विकास को सूचित करती है ।
(3) जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक : जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक में तीन बातें :
(1) साक्षरता (2) अपेक्षित औसत आयु और (3) बालमृत्युदर इन निर्देशकों के आधार पर प्रसिद्ध अर्थशास्त्रीने जीवन की भौतिक गुणवत्ता अंक (PQLI) की रचना की जिसका मूल्य 0 से 100 होता है ।
(4) मानवविकास अंक में वृद्धि : उपर के निर्देशकों की मर्यादाओं को देखकर 1990 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP), HDI अंक आर्थिक विकास का नया निर्देशक प्रस्तुत किया । मानवविकास अंक की रचना में तीन बातों का समावेश होता है । (1) अपेक्षित औसत आयु (2) साक्षरता (3) अच्छा जीवनस्तर ।
इन निर्देशकों के आधार पर मानवविकास अंक की रचना की जाती है । जिसका मूल्य 0 से 1 होता है । इस अंक के आधार पर कौन-सा देश श्रेष्ठ है और कौन-सा देश कनिष्ठ है । ऐसा ख्याल आता है ।
6. आर्थिक विकास के लक्षणों की विस्तृत चर्चा कीजिए ।
उत्तर :
आर्थिक विकास एक गुणात्मक प्रक्रिया है । उसे जानना कठिन हैं । इसलिए आर्थिक विकास को जानने के लिए उसके निम्नलिखित लक्षणों की चर्चा करेंगे ।
(1) आर्थिक विकास यह निरंतर चलनेवाली प्रक्रिया हैं : आर्थिक, विकास एक निरंतर एक निश्चित दिशा में नियत क्रम में धीमी परंतु मजबूत प्रक्रिया है । किसी भी देश में विकास की प्रक्रिया शुरू करना सरल है परंतु उसे बनाये रखना कठिन है । सामान्य रूप से विकास की प्रक्रिया आरम्भ में तेज होती है और समय के बाद धीमी पड़ जाती है ।
(2) परिमाणात्मक और गुणात्मक परिवर्तन होता है : आर्थिक विकास में उत्पादन में वृद्धि यह परिमाणात्मक परिवर्तन है । और संशोधनों द्वारा वस्तु की गुणवत्ता में सुधार जैसे गुणात्मक परिवर्तन भी होते हैं । इस प्रकार आर्थिक विकास परिमाणात्मक और गुणात्मक परिवर्तन है ।
(3) मांग में परिवर्तन : विकास होने से लोगों की आय बढ़ती है । जिससे रूचि बदलती है परिणाम स्वरूप मांग भी परिवर्तित होती है । विकास के आरम्भ के सोपान में प्राथमिक वस्तु की माँग बढ़ती है । उसके बाद मौज-शौख की और सुख-समृद्धि की वस्तुओं की मांग में वृद्धि होती है ।
(4) श्रम की गतिशीलता में वृद्धि : आर्थिक विकास की प्रक्रिया में साक्षरता में वृद्धि होती है । परिणाम स्वरूप श्रम की गतिशीलता में वृद्धि होती है ।
(5) पूँजी सर्जन में वृद्धि : आर्थिक विकास होने से लोगों की आय में वृद्धि होती है । परिणाम स्वरूप वस्तु की मांग में वृद्धि होती है । जिससे नये साहस आगे आते हैं । परिणाम स्वरुप, पूँजी सर्जन और पूँजीनिवेश में वृद्धि होती है ।
(6) टेक्नोलोजी में परिवर्तन होता है : आर्थिक विकास की प्रक्रिया में अग्नि और पानी पर आधारित टेक्नोलोजी के स्थान पर कोयला और लोहे पर आधारित टेक्नोलोजी अपनाने से विकास दर तीव्र बनती है ।
(7) विकास की प्रक्रिया स्वयंभू : आर्थिक विकास की प्रक्रिया के आरम्भ के सोपान में गति तीव्र होती है । लेकिन एक समय के बाद आर्थिक विकास की प्रक्रिया स्वयंभू होती है ।
7. 2015 की रिपोर्ट के अनुसार मानवविकास और विश्व के देशो की चर्चा कीजिए ।
उत्तर :
वर्ष 2015 में मानवविकास की रिपोर्ट (HDR) ने प्रस्तुत किया उसमें 2014 में विश्व के देशों के मानवविकास अंक की स्थिति निम्नानुसार थी :
निष्कर्ष : 2015 की HDI की रिपोर्ट में विश्व के 188 देशों को समाविष्ट किया गया है । मानवविकास की दृष्टि से विश्व के . देशों को चार विभागो में बाँटा गया है :
- सबसे अधिक मानवविकास रखनेवाले राष्ट्र : 1 से 49 राष्ट्रों का औसत मानवविकास का मूल्य 0.890 है ।
- अधिक मानवविकास रखनेवाले देश : 50 से 105 राष्ट्रो का औसत मानवविकास का मूल्य 0.735 है ।
- मध्यम मानवविकास रखनेवाले देश : 106 से 143 राष्ट्रों का मानवविकास अंक 0.614 है ।
- निम्न मानवविकास रखनेवाले देश : 144 से 188 राष्ट्रों का औसत मानवविकास अंक 0.493 है ।
इस निष्कर्ष पर से हम कह सकते हैं :
- 2014 में नोर्वे 0.944 अंक के साथ प्रथम नंबर पर है ।
- 2014 में नाइजेरिया 0.348 HDI के साथ अंतिम क्रम पर है ।
- 2014 में भारत 0.609 अंक के साथ 130 वें स्थान पर है । अर्थात् भारत का स्थान मध्यम मानवविकास रखनेवाले देशों में समाविष्ट है ।
8. निम्नलिखित जानकारी पर से स्तंभ आकृति बनाकर विश्लेषण कीजिए :
उत्तर :
विश्लेषण :
- सर्वप्रथम x-अक्ष और y-अक्ष की रचना की ।
- x-अक्ष पर वर्ष और y-अक्ष पर राष्ट्रीय आय प्रतिशत में दर्शायी है ।
- नोर्वे की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर 2.2% और अमेरिका की 2.4% है ।
- श्रीलंका की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर 4.5% है ।
- भारत और चीन दोनों देशों की राष्ट्रीय आय की वार्षिक वृद्धिदर 7.3 प्रतिशत है ।
- पाकिस्तान की राष्ट्रीय आय की वृद्धिदर 4.7% है ।
- नोर्वे, अमेरिका से भारत की वृद्धिदर अधिक है । इसका कारण है, कि नोर्वे और अमेरिका का पहले ही खूब विकास हो चुका है । इसलिए धीमी है ।
- भारत की राष्ट्रीय आय की वार्षिक वृद्धिदर अधिक है । यह दर्शाता है कि भारत तीव्रता से विकास करनेवाला देश है ।