Gujarat Board GSEB Solutions Class 6 Hindi Chapter 2 एक जगत, एक लोक Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.
Gujarat Board Textbook Solutions Class 6 Hindi Chapter 2 एक जगत, एक लोक
GSEB Solutions Class 6 Hindi एक जगत, एक लोक Textbook Questions and Answers
अभ्यास
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
एक जगत, एक लोक’ ऐसा कवि ने क्यों कहा है?
उत्तर :
यह संसार एक मानवलोक है। एक ही चंद्रमा सारे संसार में अपनी चाँदनी फैलाता है। एक ही सूर्य सारे संसार को प्रकाशित करता है। दुनिया के सभी लोग एक ही धरती पर और एक ही आसमान के नीचे रहते हैं। इस प्रकार प्रकृति के तत्त्व हम सबके लिए एक हैं। इसलिए कवि ने ‘एक जगत, एक लोक’ कहा है।
प्रश्न 2.
‘एक रक्त’ का अर्थ समझाइए।
उत्तर :
मनुष्य चाहे किसी भी देश, जाति और धर्म का हो, उसके रक्त का रंग लाल ही होता है। रक्त के रंग की समानता से साबित होता है कि पूरी मनुष्यजाति एक हैं। भले ही हमारे रूप-रंग भिन्न हों, पर भीतर से हम सब एक हैं।
प्रश्न 3.
हमारा धर्म क्या होना चाहिए?
उत्तर :
सबकी प्रगति हो, सबको न्याय मिले और मानवता की रक्षा हो – यही हमारा धर्म होना चाहिए।
प्रश्न 4.
‘हमारा जीवन एक सुख-दुःख की कहानी है’ – ऐसा कवि ने क्यों कहा है?
उत्तर :
सभी मनुष्यों के जीवन में कभी सुख के दिन आते हैं तो कभी लोगों को दुःख के दिन भी देखने पड़ते हैं। किसीका सारा जीवन न सुखी होता है न दुःखी। जीवन में बारी-बारी से सुख और दुःख आते रहते हैं। इसलिए कवि ने कहा है कि ‘हमारा जीवन एक सुख-दुःख की कहानी है’।
ऊँचे स्वर में पढ़िए :
सूर्य, सुख-दुःख, रक्त, अस्थि, प्राण, गाएँ, गूंज, हर्ष, ऐक्य, कर्म, प्रगति, लहराएँ, विश्वशांति
3. उदाहरण के अनुसार निर्देशित वर्ण से शुरू होनेवाले अधिक-सेअधिक शब्द बनाइए :
उदाहरण : क-कौआ, कमल, कागज, कौशल
उत्तर :
ग – गणेश, गमला, गज, गीत
घ- घर, घड़ी, घंटा, घटना
च – चरखा, चमचा, चरण, चटाई
म – महल, मकान, मक्खन, मोर
4. शब्द-सारणी :
उपर्युक्त सारणी में कुछ शब्द दिए गए हैं, सार्थक शब्द ढूँढ़कर घेरा बनाइए और उसका वाक्य में प्रयोग कीजिए :
उदाहरण :
बाइबिल – बाइबिल धर्मग्रंथ है।
उत्तर :
(1) महाभारत – महाभारत महाकाव्य है।
(2) पारसी- पारसी अग्नि की पूजा करते हैं।
(3) हिन्दू – हिन्दू मंदिर में जाते हैं।
(4) मस्जिद – मुसलमान मस्जिद में नमाज पढ़ते हैं।
(5) मंदिर – यह राम का मंदिर है।
(6) अवेस्ता – अवेस्ता पारसियों का धर्मग्रंथ है।
(7) रामायण – रामायण हिन्दूओं का धर्मग्रंथ है।
(8) मुस्लिम – ईद मुस्लिम त्योहार है।
(9) साई – साई एक संत थे।
(10) गुरुग्रंथसाहिब – गुरुग्रंथसाहिब सिखों का धर्मग्रंथ है।
(11) सिख – सिख गुरुद्वारा में जाते हैं।
स्वाध्याय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
इस काव्य में प्रकृति के कौन-कौन-से तत्त्व हैं?
उत्तर :
इस काव्य में प्रकृति के तत्त्व चंद्रमा, सूर्य, भूमि, आकाश, हवा और पानी हैं।
प्रश्न 2.
काव्य का ऐसा शीर्षक ‘एक जगत, एक लोक’ क्यों रखा गया है?
उत्तर :
पूरे विश्व को एक ही सूर्य प्रकाश देता है। विश्व में एक ही हवा चल रही है और पानी भी एक ही है। सबके जीवन में सुख और दुःख समान हैं। सभी मनुष्यों का शरीर मांस और हड्डियों से बना है। इस तरह कवि ने पूरे विश्व की एकता सिद्ध की है। इसलिए इस काव्य का शीर्षक ‘एक जगत, एक लोक’ रखा गया है।
प्रश्न 3.
आप इस काव्य को और कौन-कौन-से शीर्षक देना चाहेंगे?
उत्तर :
हम इसके अलावा काव्य को ये शीर्षक देना चाहेंगे : ‘एक विश्व, एक धरा’ तथा ‘हम सब विश्वबंधु’।
प्रश्न 4.
सभी नदियाँ अलग-अलग हैं, फिर भी कवि क्यों कहते हैं कि ‘एक ही पानी’?
उत्तर :
सभी नदियों के पानी की वैज्ञानिक संरचना एक जैसी है। सभी नदियों के पानी का मनुष्य के लिए समान उपयोग है। इसलिए कवि अलग-अलग नदियों के पानी को ‘एक ही पानी’ कहते हैं।
2. विलोम अर्थवाले शब्दों के जोड़े बनाइए और उदाहरण के अनुसार वाक्य में प्रयोग कीजिए :
उदाहरण : पास x दूर
– मेरे घर के पास मीना का घर है।
– मीना का घर मेरे घर से दूर नहीं है।
उत्तर :
(1) शुभ x अशुभ
(2) चेतन x जड़ शुभ
(3) जीवन x मृत्यु
(4) स्वामी x दास
(5) प्रकाश x अंधकार
वाक्य-प्रयोग :
(1) शुभ-विजयादशमी का दिन सबके लिए शुभ दिन है।
अशुभ- कल का दिन आपके लिए अशुभ था।
(2) चेतन – वृक्षों में भी चेतन हैं।
जड़ – वनस्पति जड़ नहीं है।
(3) जीवन – औषधियाँ हमें जीवन देती हैं।
मृत्यु – औषधियाँ हमें मृत्यु से बचाती हैं।
(4) स्वामी – ईश्वर सबका स्वामी है।
दास – वह किसीका दास नहीं है।
(5) प्रकाश – सूर्य हमें प्रकाश देता है।
अंधकार – दीपक अंधकार का नाश करता है।
3.समान प्रासवाले शब्द बनाकर लिखिए :
उदाहरण : आना – जाना
सुनकर, मेहरबान, सेठानी, बागबान, जेठानी, पढ़कर
उत्तर :
सुनकर – पढ़कर
मेहरबान – बागबान
सेठानी – जेठानी
4. निम्नलिखित भाव दर्शानवाली काव्य-पंक्तियाँ लिखिए :
प्रश्न 1.
पूरे विश्व में एक ही सूर्य का प्रकाश है, एक ही हवा चल रही है और एक ही प्रकार का जल है।
उत्तर :
एक तेज, एक हवा, एक ही पानी।
प्रश्न 2.
समता का यह गीत पूरा विश्व हमेशा गा रहा है।
उत्तर :
हर्ष भरे गाएँ हम राग सुहाने
समता और ममता के गीत-तराने
5. समानार्थी शब्द ढूँढ़कर घेरा बनाइए और लिखिए :
उत्तर :
(1) लोक = विश्व, दुनिया
(2) मान = सम्मान, प्रतिष्ठा
(3) निशान = चिह्न, संज्ञा
(4) हाथ = हस्त, पाणि
(5) अंबर = आकाश, आसमान, गगन
6. प्रश्न 5 में दिए गए कोष्ठक में से आपने जो दो समानार्थी शब्द ढूँढ़े हैं, उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए :
उदाहरण : हाथ-पाणि
हाथ : ज्योतिषी ने सीता का हाथ देखा।
पाणि : लड़की के पाणि सुंदर हैं।
उत्तर :
(1) विश्व – सारा विश्व एक है।
दुनिया – दुनिया में बहुत-से देश हैं।
(2) सम्मान – हम बड़ों का सम्मान करें।
प्रतिष्ठा – अच्छे कामों से हमारी प्रतिष्ठा बढ़ती है।
(3) चिह्न – यह किसी के पैर का चिह्न है।
संज्ञा – दरवाजे पर कोई संज्ञा नहीं है।
(4) हस्त – हस्त की शोभा दान है।
पाणि – सीता ने पाणि से पानी पिया।
(5) आकाश – आकाश का कहीं अंत नहीं है।
आसमान – आसमान का रंग नीला है।
गगन – धीरे-धीरे गगन बादलों से छा गया।
7. नीचे दिए हुए चौरस में से उदाहरण के अनुसार संज्ञा शब्द बनाइए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए :
उदाहरण : फूल – यह फूल सुंदर है।
उत्तर :
(1) कमल- तालाब में कमल खिले हैं।
(2) सागर – सागर की शोभा दर्शनीय है।
(3) भारत – भारत विशाल देश है।
(4) हिमालय – हिमालय सबसे ऊँचा पर्वत है।
(5) आरती – मंदिर में आरती के समय बहुत भीड़ होती है।
योग्यता विस्तार
चित्र में रंग भरिए और प्रकृति के बारे में चर्चा कीजिए :
उत्तर :
अशोक – देखो, यह स्थान कितना सुंदर है ! हरी-भरी घास मखमल-सी बिछी हुई है।
मनोहर – हाँ, ये पेड़ कितने हरे-भरे हैं।
नीलम – और नदी के किनारे पौधों पर फूल कितने अच्छे लग रहें हैं ! आकाश में पंछी उड़ रहे हैं।
अशोक – दो बच्चे कागज की नौका तैरा रहे हैं। नदी के जल में बतख तैर रहे हैं और मछलियाँ इधर-उधर घूम रही हैं।
मनोहर – वह देखो, हाथी अपनी सूंड हिला रहे हैं।
नीलम – पेड़ पर चिड़ियाँ, तोता, मोर आदि पक्षी बैठे हैं। नीचे एक मोर रूमझूमकरता हुआ चल रहा है।
अशोक – दूर से मंदिर की मधुर घंटियाँ सुनाई दे रही है। कुछ छोटी-छोटी झोंपड़ियाँ भी दिखाई दे रही है।
Hindi Digest Std 6 GSEB एक जगत, एक लोक Important Questions and Answers
1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए :
प्रश्न 1.
इनमें से किस शब्द का अर्थ ‘आसमान’ होता है?
A. नमन
B. चमन
C. गगन
D. नयन
उत्तर :
C. गगन
प्रश्न 2.
हम सबका जीवन ………….. की कहानी है।
A. ऊँच-नीच
B. सुख-दुःख
C. गरीब-अमीर
D. जाति-पाँति
उत्तर :
B. सुख-दुःख
प्रश्न 3.
सबका जीवन …………. के सूत्र में बँधा है।
A. पवित्रता
B. शांति
C. समता
D. एकता
उत्तर :
D. एकता
प्रश्न 4.
हमारा राग कैसा होना चाहिए? ।
A. सुहाना
B. ऊँचा
C. स्वादिष्ट
D. पवित्र
उत्तर :
A. सुहाना
प्रश्न 5.
………… ही हमारा सच्चा धर्म है।
A. सज्जनता
B. सुंदरता
C. एकता
D. मानवता
उत्तर :
D. मानवता
2. कोष्ठक में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
(ऐक्य, विश्वशांति, जीवन, राग)
उत्तर :
(1) जीवन है सुख-दुःख की एक कहानी।
(2) हर्ष भरे गाएँ हम राग सुहाने ।
(3) राष्ट्रों में ऐक्य यही कर्म हमारा।
(4) हिलमिल के लहराएँ विश्वशांति का निशान
3. सही वाक्यांश चुनकर पूरा वाक्य फिर से लिखिए :
प्रश्न 1.
हम सब मिल-जुलकर …
(अ) स्वच्छता-अभियान चलाएँ।
(ब) शांति-गीतों की रचना करें।
(क) विश्वशांति का झंडा लहराएँ।
उत्तर :
हम सब मिल-जुलकर विश्वशांति का झंडा लहराएँ।
प्रश्न 2.
प्रकृति लोगों में भेदभाव नहीं करती, इसलिए …
(अ) सबके रक्त का रंग लाल है।
(ब) वह सबको हवा, पानी और प्रकाश देती है।
(क) सबका शरीर एक जैसी हड्डियों से बना है।
उत्तर :
प्रकृति लोगों में भेदभाव नहीं करती, इसलिए वह सबको हवा, पानी और प्रकाश देती है।
प्रश्न 3.
यह सारा संसार …
(अ) एक मानवलोक है।
(ब) जादू की पुड़िया है।
(क) एक खुली हुई पुस्तक है।
उत्तर :
यह सारा संसार एक मानवलोक है।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में दीजिए :
प्रश्न 1.
हमारा जीवन क्या है?
उत्तर :
हमारा जीवन सुख-दुःख की एक कहानी है।
प्रश्न 2.
हम सबका रक्त कैसा है?
उत्तर :
हम सबका रक्त एक जैसा लाल है।
प्रश्न 3.
हम कैसे तराने गाएँगे?
उत्तर :
हम मानवजाति की समता और ममता के तराने गाएँगे।
प्रश्न 4.
हमारा कर्म क्या है?
उत्तर :
विश्व के सभी राष्ट्रों में एकता बनाए रखना ही हमारा कर्म है।
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
एक जगत, एक लोक’ कविता में कवि ने कौन-सी भावना प्रकट की है?
उत्तर :
‘एक जगत, एक लोक’ में कवि ने कहा है कि यह सारा विश्व एक है। सारी मानवजाति एक है। संसार के सब लोग इसी एकता का अनुभव करें। सब में समता और ममता का भाव हो। इस प्रकार कवि ने इस कविता में विश्वबंधुत्व की भावना प्रकट की है।
प्रश्न 2.
घर-घर में कौन-सा मधुर गान गूंज रहा है?
उत्तर :
संसार के सभी मनुष्यों के जीवन में हर्ष हो। सब सुहावने रागों में अपना आनंद प्रकट करें। पूरी मानवजाति में एक-दूसरे के प्रति प्रेम की भावना हो। ऐसी आकांक्षा से भरा हुआ मधुर गान घर-घर में गूंज रहा है।
भाषा-सज्जता
निम्नलिखित वाक्य पढ़िए :
(1) हम पाठशाला जाते हैं।
(2) विनय, तुम्हारा गृहकार्य पूरा हो गया?
(3) वाह ! क्या शानदार छक्का मारा !
इन वाक्यों में ये चिह्न आए हैं : (।), (,), (?), (!)। प्रत्येक चिह्न अपना विशेष भाव और अर्थ रखता है।
किसी भी भाषा को बोलते, पढ़ते और लिखते समय अर्थ को स्पष्ट करने के लिए वाक्यों के बीच या अंत में रुकना पड़ता है। इस रुकावट के संकेत देनेवाले लिपि चिह्नों को ‘विरामचिह्न’ कहते है।
नीचे विभिन्न विरामचिह्नों (Punctuation) का परिचय दिया गया है :
(i) पूर्णविराम (Full Stop) (।) : पढ़ते समय जिस स्थान पर वाक्य पूर्ण होता है, वहाँ पूर्णविराम का चिह्न रखा जाता है।
जैसे – (i) हमारे देश का नाम भारत है।
(ii) अहमदाबाद गुजरात का प्रमुख नगर है।
(2) अल्पविराम (Comma) (,) : वाक्य पढ़ते समय जहाँ थोड़ी देर के लिए रुकना हो, वहाँ अल्पविराम लगाया जाता है।
जैसे – (i) माँ, आज मेरा जन्मदिन है।
(ii) आषाढ़, सावन, भादों और आश्विन वर्षाऋतु के महीने हैं।
(3) प्रश्नवाचक चिह्न (Mark of Interrogation) ( ? ) :
किसी व्यक्ति से कोई जानकारी प्राप्त करने के हेतु उपयोग में लिए जानेवाले वाक्य के अंत में प्रश्नवाचक चिहन लगाया जाता है।
जैसे – (i) आपका नाम क्या है?
(ii) गाड़ी कब आएगी?
(4) विस्मयादिबोधक चिह्न (Mark of Exclamation) (!) :
बात करते समय कभी-कभी हम हर्ष, शोक, आश्चर्य, घृणा, प्रशंसा आदि भाव प्रकट करते हैं। ऐसे भाव प्रकट करने को ‘उद्गार’ कहते हैं। इन उद्गारों को सूचित करने के लिए विस्मयादिबोधक चिह्न लगाया जाता है।
जैसे – (i) आज मैं कितना खुश हूँ ! (हर्ष)
(ii) हाय ! अब मैं क्या करूँ ! (शोक)
(iii) छिः कितने गंदे हो तुम ! (घृणा)
(iv) अरे ! यह रस्सी साँप कैसे बन गई! (आश्चर्य)
(v) वाह ! क्या कविता है। (प्रशंसा)
(5) योजक चिह्न (Hyphen) ( – ) : दो शब्दों को जोड़ने के लिए योजक चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
जैसे- (i) यहाँ कोई छोटा-बड़ा नहीं है।
(ii) सुख-दुःख सबके जीवन में आते हैं।
(6) निर्देशक चिह्न (Dash) (-) : वाक्य में किसी बात की स्पष्टता करने के लिए निर्देशक चिह्न लगाया जाता है।
जैसे- (अ)
( i) कृपया मुझे निम्नलिखित पुस्तकें भेज दीजिए –
(ii) ये नए लड़के टीम में लिए गए, वे थे – अशोक, मोहन, गणेश
(ब) बातचीत (वार्तालाप) में भी निर्देशक चिह्न का प्रयोग होता है।
जैसे – दुकानदार – आपको क्या चाहिए?
(7) कोष्ठक (Bracket) [ ( ) ] : किसी शब्द के अर्थ को स्पष्ट करने के लिए कोष्ठक का प्रयोग होता है।
जैसे – आज विद्युत (बिजली) का उपयोग बढ़ गया है।
(8) अवतरण चिह्न (Inverted Commas) :
इकहरा अवतरण चिह्न (‘ ‘) : इकहरे अवतरण चिह्न का प्रयोग किसी उपनाम, रचना या पुस्तक के शीर्षक आदि को उद्धृत करते समय किया जाता है।
जैसे- (i) हमने ‘दयालु शिकारी’ कहानी पढ़ी।
(ii) गोपालदास ‘नीरज’ प्रसिद्ध कवि हैं।
दुहरा अवतरण चिह्न (” “) : किसी व्यक्ति के कथन को मूल रूप में उद्धृत करने के लिए दुहरे अवतरण चिहन का प्रयोग किया जाता है।
जैसे – (i) नेहरूचाचा कहते थे – “आराम हराम है।”
(ii) लालबहादुर शास्त्री ने कहा था – “जय जवान, जय किसान ।
8. निम्नलिखित वाक्यों में उचित विरामचिह्न लगाइए :
(1) छि छि तुमने यह क्या किया
(2) वैशाली ने मयंक से कहा घर चलो
(3) वाह मजा आ गया
(4) अरे तुम नहीं गए
उत्तर :
(1) छि ! छि ! तुमने यह क्या किया !
(2) वैशाली ने मयंक से कहा, “घर चलो।”
(3) वाह ! मजा आ गया !
(4) अरे ! तुम नहीं गए।
प्रवृत्तियाँ
प्रश्न 1.
विश्वबंधुत्व’ के बारे में सहपाठियों के समक्ष पाँच-सात वाक्य बोलिए।
उत्तर :
दुनिया में अनेक देश हैं। वे सभी एक ही पृथ्वी पर बसे हुए हैं। जिस तरह एक माता की कई संताने होती हैं, उसी तरह इन सभी देशों के लोग इस धरतीमाता की संताने हैं। इस दृष्टि से दुनिया के सभी लोग भाई-भाई हैं। उनका यह भाईचारा ही विश्वबंधुत्व है। हमें (किसी भी कीमत पर) इस भाईचारे को बनाए रखने का प्रयत्न करना चाहिए।
प्रश्न 2. अपनी कॉपी में ‘दुनिया का मानचित्र’ चिपकाइए। उसमें भारत के नक्शे में रंग भरिए।
प्रश्न 3. टेपरिकॉर्डर पर देश की एकता दशनिवाले गीत सुनिए।
प्रश्न 4.
किन्हीं पाँच धर्म और उनके धर्मग्रंथ की सूची बनाइए।
उत्तर:
धर्म ——– धर्मग्रंथ
(1) हिन्दू – भगवद्गीता
(2) इस्लाम – कुरान
(3) ईसाई – बाइबिल
(4) सिख – गुरुग्रंथसाहिब
(5) पारसी – अवेस्ता
प्रश्न 5. दीपावली, ईद, पतेती, क्रिसमस जैसे त्योहारों के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए।
एक जगत, एक लोक Summary in Hindi
(1) एक जगत …………………….. आसमान ।
यह संसार एक मानवलोक है। इस दुनिया में रहनेवाले सभी लोग एक जैसे सम्मान के हकदार हैं। रात में एक ही चंद्रमा सारे संसार में अपनी चाँदनी फैलाता है। दिन में एक ही सूर्य सारे संसार को प्रकाशित करता है। हम सब एक ही धरती पर और एक ही आसमान के नीचे रहते हैं।
(2) एक तेज ………………. एक प्राण।
हमें मिलनेवाला प्रकाश, हवा और पानी एक ही हैं। हम सबके जीवन में सुखदुःख भी एक जैसे हैं। हमारे शरीर एक जैसे हैं। हम सबके खून का रंग एक-सा है। हमारे शरीर की बनावट एक जैसी हड्डियों से हुई है। हमारे प्राण भी एक जैसे हैं।
(3) हर्ष भरे …………………. मधुर गान।
हम आनंदित होकर सुंदर राग छेड़ें। हम समानता और पारस्परिक प्रेम के गीत गाएँ। रात-दिन घर-घर में यही गीत गूंजे कि हम सब एक जगत, एक लोक के निवासी हैं।
(4) राष्ट्रों में ………………… निशान।
संसार के सभी राष्ट्रों में एकता का भाव लाना ही हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है। हम सब मिलकर प्रगति करें। सबके साथ न्याय हो। मानवता की रक्षा हो। यही हमारा धर्म बने । हम सब मिल-जुलकर विश्वशांति के निशान (झंडे) को लहराएँ और इस तरह अपनी एकता साबित करें।
एक जगत, एक लोक Summary in English
(1) This world is the world of men. All the men residing in this world deserve the same respect. Only one moon showers its light all over the world at night. In the same way, the sun enlightens the whole earth during the day. We all reside on the same earth and under the same sky.
(2) The light, air and water that we get are of the same kind. Not only this, but the happiness and miseries are also same in our life. The bodies of all of us are made up of bones of the same kind. Our souls are also of the same type.
(3) Let’s sing good music with pleasure. Let’s sing the songs of equality and mutual love. The same sweet song is sung in each house that we are all of the same world, reside on the same earth. We are entitled to the same respect.
(4) It is our foremost duty to in calcute the feeling of unity among all the nations of this world. Let us progress all together. Let it be our religion that all get justice and protect humanity. Let all of us meet together and hoist the flag of world peace so that we may achieve our unity.
विषय-प्रवेश
यह संसार बहुत बड़ा है। संसार में बहुत-से देश और बहुत-सी जातियाँ हैं। सब एक ही धरती पर रहते हैं। धरती सबकी माता है। इसलिए सब भाई-भाई हैं। इस कविता में विश्वबंधुत्व की भावना प्रकट हुई है।
शब्दार्थ (Meanings)
जगत – दुनिया, संसार; world लोक – दुनिया, विश्व; world मान – आदर, सम्मान; respect भूमि – जमीन, धरती; land, earth तेज – प्रकाश; light देह – शरीर; body रक्त – खून, लहू; blood अस्थि- हड्डी; bones प्राण – जान, जीव; soul हर्ष – आनंद; joy राग – गीत; song सुहाना – सुंदर; beautiful समता – समानता, बराबरी; equality ममता – प्रेम; love तराना – गीत, गाना; song निशदिन-दिन-रात; day and night मधुर – मीठा; sweet ऐक्य – एकता; unity कर्म – काम; duty प्रगति – उन्नति, विकास; progress, development हिलमिल के- मिल-जुलकर; together निशान -चिह्न (झंडा); symbol (flag)