Gujarat Board GSEB Solutions Class 6 Hindi Chapter 3 समझदार नन्ही Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.
Gujarat Board Textbook Solutions Class 6 Hindi Chapter 3 समझदार नन्ही
GSEB Solutions Class 6 Hindi समझदार नन्ही Textbook Questions and Answers
अभ्यास
1. निम्नलिखित वाक्य किसने, किससे कहा और क्यों? बताइए :
प्रश्न 1.
“माँ, मैं उसकी गंदी आदत छुड़ाकर रहूँगी।”
उत्तर :
यह वाक्य नन्ही ने अपनी माँ से कहा, क्योंकि वह बिच्छू की डंक मारने की आदत छुड़ाना चाहती थी।
प्रश्न 2.
“क्या करूँ! डंक मारना मेरा स्वभाव है।”
उत्तर :
यह वाक्य बिच्छू ने नन्ही से कहा, क्योंकि नन्ही का उपकार भूलकर उसने उसे डंक मार दिया था।
प्रश्न 3.
“तुम यह गंदी आदत छोड़ दो, नहीं तो मुसीबत में कोई तुम्हारी मदद नहीं करेगा।”
उत्तर :
यह वाक्य नन्ही ने बिच्छू से कहा, क्योंकि वह बिच्छू की बुरी आदत के बारे में उसे चेतावनी देना चाहती थी।
प्रश्न 4.
“भलाई करना मेरा स्वभाव है।”
उत्तर :
यह वाक्य नन्ही ने बिच्छू से कहा, क्योंकि बिच्छू के विश्वासघात को भूलकर उसने उसकी मदद की थी।
प्रश्न 5.
“मैं वचन देता हूँ कि अब मैं किसी निर्दोष जीव को डंक नहीं मारूंगा।”
उत्तर :
यह वाक्य बिच्छू ने नन्ही से कहा, क्योंकि नन्ही से विश्वासघात करने पर उसे बहुत पछतावा हुआ था।
प्रश्न 2.
यदि तुम नन्ही की जगह होते तो बिच्छू के साथ कैसा बर्ताव करते? सोचकर कहिए।
उत्तर :
डंक मारना बिच्छू की आदत है। जिसने उसके साथ भलाई की, उसे भी वह डंक मारता है ! नन्ही स्वभाव की अच्छी है। वह समझदार और उदार है। उसने बिच्छू की बुरी आदत छुड़ाने का संकल्प किया है। वह बिच्छू के बुरे व्यवहार को भूलकर उसके साथ भलाई करती है। आखिर बिच्छू शर्मिंदा होकर अपनी बुरी आदत छोड़ देता है। बिच्छू की जगह मैं होता तो मैं भी उसके साथ नन्ही की तरह बर्ताव करता। बुरे व्यक्ति को सुधारने के लिए यह सबसे उत्तम मार्ग है।
स्वाध्याय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
नन्ही कौन थी?
उत्तर :
नन्ही एक बतख थी।
प्रश्न 2.
बिच्छू कहाँ फँस गया था?
उत्तर :
बिच्छू दलदल में फँस गया था।
प्रश्न 3.
बिच्छू को क्यों पछतावा हुआ?
उत्तर :
बिच्छू को पछतावा हुआ, क्योंकि दो बार जीवन-दान देनेवाली बतख (नन्ही) को डंक मारने चला था।
प्रश्न 4.
नन्ही ने क्या निश्चय किया?
उत्तर :
नन्ही ने यह निश्चय किया कि वह मुसीबत में पड़े को हमेशा बचाती रहेगी।
प्रश्न 5.
नन्ही ने बिच्छू को क्यों बचाया?
उत्तर :
बिच्छू दलदल में फंस गया था। उसने नन्ही से प्रार्थना की, “बहन, मुझे बचा लो।” नन्ही को बिच्छू पर दया आ गई। इसलिए नन्ही ने बिच्छू को बाहर निकालकर बचाया।
प्रश्न 6.
बिच्छू के स्वभाव के बारे में माँ ने नन्ही को क्या कहा?
उत्तर :
बिच्छू के स्वभाव के बारे में माँ ने नन्ही को कहा कि बिच्छू अपनी आदत का गुलाम है। उसे चाहे कितनी बार बचाया जाए, वह बार-बार डंक मारता रहेगा।
प्रश्न 7.
नन्ही ने अपने स्वभाव के बारे में क्या कहा?
उत्तर :
नन्ही ने बिच्छू से कहा कि भलाई करना मेरा स्वभाव है। मैं तुमसे बदला लेने के लिए अपनी आदत क्यों छोड़ दूँ? मेरा काम बचाना है। मैं मुसीबत में पड़े को हमेशा बचाती रहूँगी।
2. घटनाओं को उनके सही क्रम में लिखिए :
(अ) नन्ही बिच्छू की आवाज सुनकर दौड़ती आ गई।
(ब) नन्ही अपनी माँ के पास चली गई।
(क) नन्ही ने बिच्छू को दलदल से निकालकर सूखे स्थान पर रख दिया।
(ड) नन्ही ने बिच्छू को दलदल में फँसा हुआ देखा।
(इ) बिच्छू ने नन्ही को डंक मार दिया।
उत्तर :
(अ) नन्ही ने बिच्छू को दलदल में फँसा हुआ देखा।
(ब) नन्ही बिच्छू की आवाज सुनकर दौड़ती आ गई।
(क) नन्ही ने बिच्छू को दलदल से निकालकर सूखे स्थान पर रख दिया।
(ड) बिच्छू ने नन्ही को डंक मार दिया।
(इ) नन्ही अपनी माँ के पास चली गई।
3. इकाई में से पाँच संज्ञा शब्द ढूंढ़िए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए :
उदाहरण : बिच्छू – बिच्छू दलदल में फँस गया था।
उत्तर :
(1) नन्ही – नन्ही एक बतख का नाम है।
(2) स्थान – मुंबई में देखनेलायक कईं स्थान हैं।
(3) मुसीबत – मैंने मुसीबत में पड़े मित्र की सहायता की।
(4) पानी-पानी का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
(5) आदत – सुबह जल्दी उठना अच्छी आदत है।
4. इकाई में प्रयुक्त मुहावरों में से किन्हीं तीन मुहावरों को रेखांकित कीजिए और उनका अर्थ देकर वाक्य में प्रयोग कीजिए।
देखिए : पृष्ठ क्रमांक – 35, 36 ‘मुहावरे – अर्थ और वाक्य-प्रयोग’।
5. निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द खोजकर उनका वाक्य में प्रयोग करके लिखिए :
उदाहरण : नदी = सरिता
वाक्य : नर्मदा गुजरात की सबसे बड़ी सरिता है।
उत्तर :
(1) स्थान = जगह
वाक्य : अच्छे-बुरे लोग हर जगह पाए जाते हैं।
(2) स्वभाव = प्रकृति
वाक्य : वह अच्छी प्रकृति का आदमी है।
(3) मुसीबत = संकट
वाक्य : संकट में धीरज से काम लेना चाहिए।
(4) प्रसन्न = खुश
वाक्य : आज में बहुत खुश हूँ।
(5) थिरकना = नाचना
वाक्य : वर्षा के बादल देखकर मोर नाचने लगे।
6. निम्नलिखित शब्दों को शब्दकोश के क्रम में लिखिए :
(1) बिच्छू ( 2 ) नदी (3) शैतानी (4) डंक (5) मुसीबत
उत्तर :
डंक, नदी, बिच्छू, मुसीबत, शैतानी।
प्रश्न 7.
निम्नलिखित चित्र को देखकर दो-दो वाक्य लिखिए और कहानी बनाइए।
अथवा
निम्नलिखित चित्रों के आधार पर कहानी तैयार कीजिए।
उत्तर :
कबूतर और चींटी
एक नदी थी। उसके किनारे एक पेड़ था। पेड़ पर एक कबूतर रहता था। पेड़ के नीचे एक चींटी रहती थी।
एक दिन कबूतर ने चींटी को नदी के पानी में डूबते हुए देखा। उसने फौरन एक पत्ता तोड़कर चींटी के पास फेंका। चींटी पानी से पत्ते पर आ गई। पत्ता बहते-बहते किनारे आया। कबूतर ने नदी से पत्ता बाहर निकाल दिया। चींटी की जान बच गई। उसने कबूतर को धन्यवाद दिया।
एक दिन कबूतर पेड़ की डाल पर बैठा था। एक शिकारी ने उसे देखा और उसकी तरफ बंदूक का निशाना साधा । चींटी ने यह देखा। उसने फौरन जाकर शिकारी के पाँव में काटा। शिकारी दर्द से चिल्लाया। उसकी आवाज सुनकर कबूतर उड़ गया। चींटी ने कबूतर की जान बचाई। कबूतर ने उसका आभार माना।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित चित्र को देखकर बताइए कि इसके बाद क्या-क्या हुआ होगा?
उत्तर :
इस चित्र में दो कारों और एक मोटरसाइकिल में हुई टक्कर दिखाई गई है। पास ही सड़क पर ऐम्ब्युलन्स् 108 खड़ी है। दुर्घटना में घायल लोगों को ऐम्ब्युलन्स् द्वारा अस्पताल पहुँचाया होगा।’ कार में लगी आग को बुझाने के लिए फायरब्रिगेड को बुलाया होगा। पुलिस भी तुरंत आ गई होगी। उसने दुर्घटना-संबंधी आगे की कार्यवाही की होगी।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित वाक्यों में उचित विरामचिह्न का प्रयोग करके वाक्य फिर से लिखिए :
(1) बिच्छू बोला नन्ही बहन आज तुम जीत गई
(2) क्यों भाई तुमने मुझे डंक क्यों मारा
(3) बिच्छू भाई ठिठक क्यों गए डंक मारो
(4) भलाई करना मेरा स्वभाव है
(5) बहन मुझे बचा लो
उत्तर :
(1) बिच्छू बोला, “नन्ही बहन, आज तुम जीत गई।”
(2) “क्यों भाई, तुमने मुझे डंक क्यों मारा?’
(3) “बिच्छू भाई, ठिठक क्यों गए? डंक मारो।”
(4) “भलाई करना मेरा स्वभाव है।”
(5) “बहन, मुझे बचा लो।”
प्रश्न 10.
निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
देवताओं का अभिवादन स्वीकार करने के पश्चात् ब्रह्माजी ने उनसे कुशल-मंगल पूछा। इस पर इन्द्र बोले, “पितामह, हम वृत्रासुर से त्रस्त हैं। अपनी प्राणरक्षा करना हमारे लिए कठिन हो रहा है। असुर न केवल हमसे अधिक बलवान हैं, अपितु चतुर भी अधिक हैं। हम एक शस्त्र बनाते हैं तो वे चार बना लेते हैं। हम उनसे पार नहीं पा सकते। कृपा कर वृत्रासुर के विनाश का कोई उपाय बताइए।”
(1) असुर के बारे में इन्द्र ने क्या कहा?
(2) देवता ब्रह्माजी के पास क्यों गए?
उत्तर :
(1) असुर के बारे में इन्द्र ने कहा कि हम वृत्रासुर से भयभीत हैं। असुर बलवान तो हैं ही, संख्या व चतुराई में भी हमसे अधिक हैं। उनके पास हमसे चार गुने शस्त्र हैं।
(2) देवता वृत्रासुर के विनाश का उपाय पूछने के लिए ब्रह्माजी के पास गए।
प्रश्न 11.
नीचे दिए हुए वर्णों से पाँच-पाँच शब्द बनाइए :
(भ, व, र, न, ग)
उत्तर :
भ- भवन, भलाई, भगत, भगवान, भजन।
व – वजन, वानर, वेश, विद्या, विकास ।
र – रस, रण, राग, रीति, रोटी।
न – नगर, नाग, नयन, नीर, नियम।
ग – गणेश, गरूड़, गीत, गमला, गाय।
Hindi Digest Std 6 GSEB समझदार नन्ही Important Questions and Answers
1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए :
प्रश्न 1.
नन्ही ने बिच्छू को ……………… में फँसा देखा।
A. झाड़ी
B. जाल
C. चक्कर
D. दलदल
उत्तर :
D. दलदल
प्रश्न 2.
बिच्छू को ……………. सूझी।
A. कल्पना
B. शैतानी
C. युक्ति
D. मनमानी
उत्तर :
B. शैतानी
प्रश्न 3.
बिच्छू ने किसकी बात अनसुनी कर दी?
A. माँ की
B. पिता की
C. मित्र की
D. नन्ही की
उत्तर :
D. नन्ही की
प्रश्न 4.
बिच्छू दूसरी बार कहाँ गिरा?
A. पानी की धारा में
B. कुएँ में
C. तालाब में
D. गड्ढे में
उत्तर :
A. पानी की धारा में
प्रश्न 5.
नन्ही बिच्छू का ……………. समझ गई।
A. सवाल
B. बहाना
C. इरादा
D. वादा
उत्तर :
C. इरादा
2. कोष्ठक में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
(1) नन्ही ने बिच्छू की करुण पुकार सुन ली।
(2) बिच्छू दलदल में फँस गया था।
(3) डंक मारना बिच्छू का स्वभाव है।
(4) मैं बिच्छू की गंदी आदत छुड़ाकर रहूँगी।
(5) अब मैं किसी निर्दोष जीव को डंक नहीं मारूँगा।
3. सही वाक्यांश चुनकर पूरा वाक्य फिर से लिखिए :
प्रश्न 1.
नन्ही ने बिच्छू को बचाया, क्योंकि …………….
(अ) वह अभी बहुत छोटा था।
(ब) उसने एक बार नन्ही को बचाया था।
(क) उसे बिच्छू पर दया आ गई थी।
उत्तर :
नन्ही ने बिच्छू को बचाया, क्योंकि उसे बिच्छू पर दया आ गई थी।
प्रश्न 2.
नन्ही पीड़ा से तड़प उठी, क्योंकि. …………….
(अ) उसे एक काँटा चुभ गया था।
(ब) बिच्छू ने उसे डंक मार दिया था।
(क) बिच्छू को बचाते समय वह घायल हो गई थी।
उत्तर :
नन्ही पीड़ा से तड़प उठी, क्योंकि बिच्छू ने उसे डंक मार दिया था।
प्रश्न 3.
नन्ही को माँ के पास पहुँचने में देर हो गई, क्योंकि …………..
(अ) वह दलदल में फँस गई थी।
(ब) वह बिच्छू को बचाने में लग गई थी।
(क) वह बिच्छू से बातें करने में लग गई थी।
उत्तर :
नन्ही को माँ के पास पहुँचने में देर हो गई, क्योंकि वह बिच्छू को बचाने में लग गई थी।
प्रश्न 4.
बिच्छू शर्म से पानी-पानी हो गया, क्योंकि …………..
(अ) नन्ही की माँ ने उसे बुरी तरह फटकारा था।
(ब) उसे दूसरी बार बचानेवाली नन्ही को वह डंक मारने जा रहा था।
(क) नन्ही ने दूसरी बार उसकी जान बचाई थी।
उत्तर :
बिच्छू शर्म से पानी-पानी हो गया, क्योंकि उसे दूसरी बार बचानेवाली नन्ही को वह डंक मारने जा रहा था।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में दीजिए :
प्रश्न 1.
बिच्छू ने नन्ही से क्या प्रार्थना की?
उत्तर :
बिच्छू ने नन्ही से प्रार्थना की, “बहन, मुझे बचा लो।”
प्रश्न 2.
शैतानी सूझने पर बिच्छू ने क्या किया?
उत्तर :
शैतानी सूझने पर बिच्छू ने नन्ही को डंक मार दिया।
प्रश्न 3.
नन्ही ने माँ के सामने क्या निश्चय किया?
उत्तर :
नन्ही ने माँ के सामने यह निश्चय किया कि वह बिच्छू की गंदी आदत छुड़ाकर रहेगी।
प्रश्न 4.
नन्ही ने क्या सोचकर बिच्छू को दुबारा जीवनदान दिया?
उत्तर :
नन्ही ने यह सोचकर बिच्छू को दुबारा जीवनदान दिया कि शायद अब उसने डंक मारने की गंदी आदत छोड़ दी होगी।
प्रश्न 5.
अंत में बिच्छू ने क्या प्रतिज्ञा की?
उत्तर :
अंत में बिच्छू ने यह प्रतिज्ञा की कि अब वह किसी निर्दोष जीव को कभी डंक नहीं मारेगा।
प्रश्न 6.
बुरे व्यक्ति को हम सही रास्ते पर कैसे ला सकते हैं?
उत्तर :
बुरे व्यक्ति के साथ बार-बार भलाई करके हम उसे सही रास्ते पर ला सकते हैं।
प्रश्न 7.
समझदार नन्ही’ कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर :
‘समझदार नन्ही’ कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि धीरज और प्रेम से हम बुरे व्यक्ति की बुराई भी छुड़ा सकते हैं।
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
डंक मारने पर नन्ही ने बिच्छू से क्या कहा?
उत्तर :
डंक मारने पर नन्ही ने बिच्छू से कहा कि मैंने तो तुम्हारी जान बचाई थी। फिर भी तुमने मुझे डंक मार दिया। तुम यह गंदी आदत छोड़ दो। यदि तुम इसे नहीं छोड़ोगे तो मुसीबत
में कोई तुम्हारी मदद नहीं करेगा।
प्रश्न 2.
बिच्छू को पछतावा क्यों हुआ?
उत्तर :
नन्ही ने बिच्छू के साथ भलाई की थी, फिर भी बिच्छू ने डंक मारने की आदत नहीं छोड़ी। उसने दूसरी बार नन्ही को डंक मारने की कोशिश की। इस बार उसे अपनी गलती समझ में आई। इसलिए बिच्छू को पछतावा हुआ।
भाषा-सज्जता
सर्वनाम
रामू – पिताजी, “मैं चित्रकार बनूँगा”।
पिताजी – अच्छा, तुम चित्रकार बनना चाहते हो?
रामू – पिताजी, आपने कभी चित्रकारी सीखना शुरू किया था?
पिताजी – हाँ, शुरू किया था, लेकिन मेरी माँ ने मना कर दिया था। वह मुझे संगीतकार बनाना चाहती थी।’
ऊपर के वाक्यों में रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए।
‘मैं’ शब्द ‘रामू’ संज्ञा के स्थान पर आया है।
‘तुम’ शब्द भी ‘राम’ संज्ञा के लिए आया है।
‘आप’ शब्द ‘पिता’ संज्ञा के लिए आया है।
‘वह’ शब्द ‘माँ’ संज्ञा के स्थान पर आया है।
इस प्रकार ‘मैं’, ‘तुम’, ‘आप’ और ‘वह’ शब्द किसी-न-किसी संज्ञा के स्थान पर आए हैं। ये शब्द सर्वनाम हैं।
जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं, वे सर्वनाम कहलाते हैं।
सर्वनाम के रूप में प्रयुक्त होनेवाले शब्द :
मैं, हम, मेरा, हमारा, मुझे, हमें, मुझमें, मुझसे, मेरे लिए, हमसे, हमारे लिए।
तू, तुम, तुम्हारा, आप, आपका, आपसे, आपको, तुम्हें, तुम्हारी, तुम्हारे, तेरे, तुझे ।
वह, वे, उसे, उनका, उन्हें, उनसे, उसकी, उसका, उससे, उनकी, उनके।
यह, ये, इसे, इसको, इन्हें, इनका, इनसे, इनके लिए।
कौन, किसने, कुछ, कोई, किसी, कब, कैसे, किसको, किससे, क्या।
जैसा, वैसा, स्वयं, आप, खुद, स्वतः।
1. निम्नलिखित वाक्यों में से सर्वनाम छाँटकर लिखिए :
(1) मैं बुद्धिमान लड़का हूँ।
(2) तुम तो चित्रकारी सीख रहे थे न?
(3) आप कहाँ जा रहे हैं?
(4) हम स्कूल जा रहे हैं।
(5) वह साहब से शिकायत करेगा।
(6) वे अच्छे लड़के हैं।
(7) उसे हँसना अच्छा लगता है।
(8) उन्होंने उपदेश दिया है।
(9) तुम्हें कविता कैसी लगी?
(10) दाल में कुछ पड़ गया है।
उत्तर :
(1) मैं
(2).तुम
(3) आप
(4) हम
(5) वह
(6) वे
(7) उसे
(8) उन्होंने
(9) तुम्हें
(10) कुछ
2. कोष्ठक में से उचित सर्वनाम चुनकर रिक्त स्थानों में लिखिए :
(मैं, वह, उसे, कौन, तुम)
उत्तर :
(1) तुम चुप क्यों बैठे हो?
(2) उसे खेलना अच्छा लगता है।
(3) मैं कलाकार बनना चाहता हूँ।
(4) वह शरारत करता है।
(5) देखते हैं, कौन जीतता है?
संयुक्ताक्षर
किसी व्यंजन का स्वर हटाकर उसे आगेवाले व्यंजन से जोड़ देने पर संयुक्ताक्षर बनता है। जैसे- मच्छर, राष्ट्रीय, मस्तक, अन्य, नगण्य ।
इन शब्दों में रेखांकित अक्षर संयुक्ताक्षर हैं।
संयुक्ताक्षरों से बने कुछ शब्द :
क् + ष = क्ष – कक्षा, क्षमा
ज् + अ = ज्ञ – ज्ञान, विज्ञान
क् + र = क्र – क्रम, क्रिया
द् + व = द्व – विद्वान, द्वार
द् + द = ६ – तद्दन, राजगद्दी
ह् + य = ह्य – बाह्य, सह्य
क + र् + म – कर्म
ध + र् + म – धर्म
श् + च = श्च – आश्चर्य, पश्चात्
श् + र = श्र – श्रवण, श्रेष्ठ
त् + र = त्र – त्रस्त, त्रिमुख
ट् + र = ट्र – राष्ट्र, ट्रक
द् + ध = द्ध – युद्ध, प्रसिद्ध
द् + म = द्म – पद्म, छद्म
ह् + ऋ = ह – हृदय, अपहृत
निम्नलिखित शब्दों में संयुक्ताक्षरों को रेखांकित कीजिए :
वाक्य, दफ्तर, नगण्य, अन्य, सभ्यता, धनाढ्य, रास्ता, भक्ष्य मूल्य, लक्ष्य, सम्मान, चिह्न
उत्तर :
वाक्य, दफ्तर, नगण्य, अन्य, सभ्यता, धनाढ्य, रास्ता, भक्ष्य, मूल्य, लक्ष्य, सम्मान, चिह्न
प्रवृत्तियाँ
प्रश्न 1. पुस्तकालय में जाकर पंचतंत्र या हितोपदेश की अन्य कहानियाँ पढ़िए और कक्षा में सुनाइए।
प्रश्न 2.
पानी के पास रहनेवाले तीन पक्षी हैं – बगुला, सारस और बतख । इनके चित्र अपनी कॉपी में चिपकाइए और प्रत्येक के बारे में दो वाक्य लिखिए।
उत्तर :
पानी के पास रहनेवाले पक्षी :
(1) बगुला : बगुला एक अनोखा पक्षी है। वह अपनी एकाग्रता के लिए प्रसिद्ध है। वह बड़े ध्यान से देखता है और चंचल मछली को चोंच में झपट लेता है।
(2) सारस : सारस अपनी जोड़ी में देखा जाता है। इसकी ‘टिरटों टिरटों’ आवाज सुनने में अच्छी लगती है।
(3) बतख : बतख बहुत भोला पक्षी है। शिकारी इसे बड़ी आसानी से पकड़ लेते हैं।
प्रश्न 3.
वफ़ादार कुत्ते की कहानी पढ़िए।
उत्तर :
भोला एक सेठ का नौकर था। एक दिन वह कहीं से एक पिल्ला ले आया। पिल्ला देखने में बड़ा सुंदर और प्यारा लगता था। सेठ-सेठानी तो उसे घर में रखने के खिलाफ थे, पर बच्चों ने कहा, “हम इसे पालेंगे।” उन्होंने उसका नाम रखा – ‘टाइगर’। बच्चों को टाइगर से
खेलने में बहुत मजा आता था।
धीरे-धीरे पिल्ला बड़ा हो गया।
एक रात घर में सब गहरी नींद में सोए हुए थे। अचानक टाइगर जोर-जोर से भौंकने लगा। भोला की नींद टूट गई। उसने एक आदमी को हाथ में थैली लिए देखा। वह चिल्लाया – “चोर! चोर ! पकड़ो! पकड़ो!” चोर थैली फेंककर भाग रहा था। सेठ-सेठानी भी वहाँ आ गए। सबने देखा कि थैली में हीरा जड़े सोने के गहने थे। उधर टाइगर ने चोर की टाँग दबोच रखी थी। सबने चोर को पकड़ लिया और पुलिस को बुलाकर उसे उसके हवाले कर दिया। टाइगर की वफ़ादारी और बहादुरी से सब बहुत खुश हुए। सेठने कहा, “सचमुच यह कुत्ता नहीं, टाइगर ही है।” उन्होंने टाइगर की पीठ पर हाथ फेरकर उसे शाबाशी दी।
प्रश्न 4.
बिच्छू, साँप और मधुमक्खी के चित्र अपनी कॉपी में चिपकाइए।
प्रत्येक के बारे में दो-तीन वाक्य लिखिए।
उत्तर :
बिच्छू : डंक मारना बिच्छू का स्वभाव है। इसके डंक मारने पर पीड़ा के मारे आदमी तड़पने लगता है।
साँप : यह बड़ा जहरीला प्राणी है। इसके डसने से आदमी की मृत्यु भी हो सकती है।
मधुमक्खी : मधुमक्खी पेड़ों पर अपना छत्ता बनाती है और उसमें फूलों का रस जमा करती है। शहद हमें मधुमक्खियों के छत्ते से ही मिलता है। छेड़ने पर मधुमक्खी बुरी तरह काटती है।
प्रश्न 5.
महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक’ के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए।
उत्तर :
महाराणा प्रताप मेवाड़ के बड़े शूरवीर और स्वाभिमानी राजा थे। उनके घोड़े का नाम चेतक था। वे उसे बहुत चाहते थे और हमेशा उसी पर सवारी करते थे। हल्दी-घाटी के युद्ध में लड़ते-लड़ते राणा प्रताप बुरी तरह घायल हो गए। वे अपने एक सरदार के कहने पर युद्ध के मैदान से बाहर जा रहे थे। तभी शत्रु के दो सिपाहियों ने उन्हें देख लिया। वे उनके पीछे पड़ गए। चेतक ने इसे भाँप लिया। रास्ते में चौड़ा नाला आया तो चेतक ने जोर की छलाँग मारी और नाले के उस पार हो गया। वहाँ गिरते ही चेन के प्राण निकल गए, लेकिन राणा प्रताप शत्रु के हाथों में जाने से बच गए। बाद में राणा प्रताप ने चेतक की याद में एक स्मारक बनवाया।
समझदार नन्ही Summary in English
When a young duckling (Nani) reached on the bank of a river, it saw that a scorpion was trapped in mud.
The scorpion requested Nani, “Dear sister, please save me.” Nani felt pity on it. Nani picked up the scorpion and placed it on a dry place.
The scorpion felt like playing a joke with Nani and it stung Nani. Nani began to struggle in pain. It asked the scorpion, “Brother, why did you sting me ?”
The scorpion replied indifferently, “What can I do? It is my nature to sting others.”
Nani spoke, “Please leave away this bad habit, otherwise nobody will help you when you are in trouble.”
The scorpion did not take any notice of Nani’s advice and went away. Nani also went away to its mother in the river. Mother asked, “Dear daughter Nani, why were you left behind ?”
Nani said, “Mother, a scorpion was trapped in mud. I went there to save him. That is why I was left behind.”
Mother was pleased. She said, “Daughter, you did a very good deed.”
“But in return, the scorpion stung me.”
Mother said, “Scorpion is slave to its bad habit. You may save it many a times but it will sting you all the times.”
Nani replied, “I shall not be at peace until I force it to leave its bad habit of stinging.”
After some days, the scorpion was again held up in danger. It fell into the water-stream and was about to sink.
Seeing the death before its eyes, the scorpion remembered Nani. It began to call Nani.
Nani heard its painful cries and rushed at once to the scorpion. Suddenly Nani thought. “I will not save this scorpion of bad habit now.”
The scorpion was repeatedly praying for help saying, “Sister, pity on me.” Nani’s heart melted. It thought, “The scorpion might have left its bad habit of stinging.”
Nani saved the scorpion for the second time and gave it a new life. But the scorpion, as per its nature ran to sting Nani.
Nani understood its intention. It smiled and said, “Brother scorpion, why did you stop ? Sting me.”
The scorpion was now ashamed. Full of remorse, it said, “Sister Nani, tell me one thing. I have always cheated you and stung you and yet you have done good to me and saved me. Why so ?”
Nani replied, “It is my nature to do good to others. Why should I give up my good habit simply to take revenge? My nature is to save others. I shall always save every one who is in trouble. Your nature is to sting; you go on stinging every one and let us see who wins.”
The scorpion was much remorseful. It spoke, “Young sister ! you have won today. I promise you that now I shall not sting any innocent one.”
Nani became happy and she ran to the river. Her mother asked, “Dear daughter, why are you late ?”
Nani told her mother the whole story.
Mother spoke with love, “Dear wise Nani ! Good men show the path of being good to others by doing good deeds all times.” Nani began to dance with pleasure.
विषय-प्रवेश
सबका स्वभाव एक जैसा नहीं होता। अच्छे स्वभाववाले लोग हमेशा अच्छे काम करते हैं। वे दूसरों की भलाई करते हैं। बुरे स्वभाववाले लोग बुरे काम करते हैं। जो उनका भला करते हैं, उनके साथ भी वे बुरा व्यवहार करते हैं। हमें किसी भी स्थिति में किसीका बुरा नहीं करना चाहिए।
शब्दार्थ (Meanings)
तट – किनारा; bank नन्ही – छोटी (यहाँ बतख का नाम); small (here the name of a duckling) बिच्छू – डंक मारनेवाला एक जंतु, वीछी; a scorpion दलदल – जिसमें खड़े होने पर पाँव अंदर धंसता चला जाए, ऐसी गीली जमीन; mud प्रार्थना – बिनती; request शैतानी – शरारत; mischief डंक – बिच्छू का जहरीला काँटा, जो उसकी पूँछ में होता है।; sting तड़पना – व्याकुल होना, दर्द से छटपटाना; to struggle लापरवाहीबेफिक्री; carelessness स्वभाव – आदत, प्रकृति; habit, nature पुनः – फिर; again प्राण – जान, जीवन; soul, life संकट – मुसीबत; difficulty धारा- प्रवाह, बहाव; flow करुण-दुःखभरी, दर्दभरी; painful पुकार – बुलाने की आवाज; cry झपटकर – बड़ी तेजी से; very fast सहसा – एकाएक; suddenly गिड़गिड़ाना – बिनती करना; to request दोबारा – दूसरी बार; second time इरादा – विचार; intention अनुसार – मुताबिक, according to ठिठकना-रुकना, झिझकना; to stop शर्म – लज़्जा; shame खिसियाना- लज्जित होना, शर्मिंदा होना; to be remorseful विश्वासघात – धोखेबाजी; cheating भलाई – अच्छाई; goodness पछतावा – अपने बुरे काम पर दुःख होना; to repent निर्दोष – बेकसूर; innocent राह – रास्ता; way प्रसन्न – खुश; happy
मुहावरे-अर्थ और वाक्य-प्रयोग
(1) अनसुनी करना – ध्यान न देना
वाक्य : माँ की बात अनसुनी करके तुमने अच्छा नहीं किया।
(2) आदत का गुलाम होना – आदत से मजबूर होना
वाक्य : वह झूठ बोलना छोड़ नहीं सकता, क्योंकि वह आदत का गुलाम है।
(3) मन डोलना – विचार बदलना
वाक्य :
डॉक्टर ने मना किया था, फिर भी मिठाई देखकर मेरा मन डोल गया।
(4) जीवनदान देना – मरने से बचा लेना, नया जीवन देना
वाक्य : डॉक्टर मरीजों को जीवनदान देता है।
(5) शर्म से पानी-पानी होना – बहुत लज्जित होना
वाक्य : चोरी पकड़ी जाने पर नौकर शर्म से पानी-पानी हो गया।
(6) वचन देना – वादा करना
वाक्य : राजा दशरथ ने रानी कैकेयी को तीन वचन दिए।
(7) थिरकने लगना-खशी से नाचना
वाक्य : संगीत सुनते-सुनते लोग थिरकने लगे।