Gujarat Board GSEB Solutions Class 10 Hindi Vyakaran मुहावरे Questions and Answers, Notes Pdf.
GSEB Std 10 Hindi Vyakaran मुहावरे
एक मुहावरे के चार अर्थ दिए हैं और उनमें से सही अर्थ बताना होता है।
दीर्घकाल तक व्यवहार में आनेवाली भाषा में कुछ विशेषताएँ अपने आप आ जाती हैं। भावों की अभिव्यक्ति कलात्मक रूप ले लेती है। बात कहने का ढंग आकर्षक बन जाता है। भाषा में मुहावरों का समावेश इसी प्रकार की एक विशेषता है।
मुहावरों का महत्त्व :
मुहावरों के समुचित प्रयोग से भाषा की सुन्दरता और कलात्मकता बढ़ जाती है। मुहावरों का सटीक प्रयोग भाषा को जानदार बना देता है। मुहावरेदार भाषा अधिक मार्मिक होती है।
मुहावरा क्या है?
जब कोई शब्दसमूह अपने मूल या सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी विशिष्ट या लाक्षणिक अर्थ में प्रचलित हो जाता है, तो उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं।
मुहावरों में प्रायः शरीर के अंगों, प्राकृतिक वस्तुओं या अन्य पदार्थों का उल्लेख होता है। ऊपरी तौर पर इनका अर्थ अटपटा और निरर्थक प्रतीत होता है, परंतु इनसे जो सांकेतिक अर्थ निकलता है, वह महत्त्वपूर्ण होता है। उसी के कारण भाषा सजीव, प्रवाही एवं आकर्षक बनती है। जैसे – ‘तुम तो बस दिनभर दूसरों की टोपी उतारते रहते हो!’ यहाँ ‘टोपी उतारने’ का अर्थ ‘सिर से टोपी उतारना’ नहीं है, बल्कि दूसरों की बेइज्जती करना है।
इसी प्रकार ‘उसने पेट काट-काटकर धन जोड़ा है’ वाक्य में ‘काटने’ शब्द का प्रयोग सामान्य अर्थ में नहीं हुआ है। यहाँ ‘पेट काटने’ का मतलब है ‘बहुत कंजूसी करके या बहुत मुश्किल से।’
तुलनात्मक अध्ययन के लिए नीचे कुछ सामान्य और कुछ मुहावरों से युक्त वाक्य साथ-साथ दिए गए हैं।
सामान्य कथन | मुहावरे का प्रयोग |
1. गुंडे को पकड़ने में पुलिस को बहुत कठिनाई हुई। | गुंडे को पकड़ने में पुलिस को पसीना आ गया। |
2. भारतीय टीम की विजय से मुझे बहुत आनंद हुआ। | भारतीय टीम की विजय से मेरा दिल उछल पड़ा। |
3. बहुत समझाने पर भी वह विचलित न हुआ। | बहुत समझाने पर भी वह टस से मस न हुआ। |
4. मजदूर अपना दुःख मन में ही दबाकर रह गया। | बेचारा मजदूर कलेजा थामकर रह गया। |
5. बेटे के बारे में शिकायत सुनकर पिता को बहुत क्रोध आया | बेटे के बारे में शिकायत सुनकर पिता के माथे पर बल पड़ गया। |
मुहावरों का सार्थक वाक्यों में प्रयोग : मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करते समय उनसे सूचित होनेवाले अर्थ को भलीभांति समझ लेना चाहिए।
नीचे दिए हुए वाक्य पढ़िए :
- वह लकड़ियाँ बेचकर अपना पेट भरता था।
- अब तुमने गाली दी तो मैं तुम्हारी जबान खींच लूंगा।
- बात न बनाओ, अपनी गलती स्वीकार कर लो।
पहले वाक्य में ‘पेट भरता था’ में ‘पेट भरना’ मुहावरे का प्रयोग किया गया है। यहाँ पेट भरना’ मुहावरे का अर्थ ‘भोजन करना’ या ‘ठूसदूंसकर खाना’ नहीं है, बल्कि ‘गुजारा करना’ या ‘निर्वाह करना’ है।
दूसरे वाक्य में ‘जबान खींच लूंगा’ में ‘जबान खींचना’ मुहावरे का प्रयोग किया गया है। यहाँ ‘जवान खींचने’ का अर्थ ‘जीभ को मुंह से खींच लेना’ नहीं है। इसका भाव यह है कि यदि सामनेवाले व्यक्ति ने फिर गाली दी, तो उसे कड़ा दंड दिया जाएगा। इस प्रकार ‘जवान खींचना’ मुहावरा कड़े दंड का सूचक है।
तीसरे वाक्य में ‘बात न बनाओ’ शब्दसमूह में ‘बात बनाना’ मुहावरे का प्रयोग हुआ है। यहाँ ‘बात बनाने’ का अर्थ ‘बातें करना’ नहीं है। कभी-कभी व्यक्ति अपनी भूल स्वीकार करने के बजाय उसे छिपाने की कोशिश करता है। इसके लिए वह इधर-उधर की बातें करने लगता है, ताकि उसकी भूल की ओर से ध्यान हट जाए और वह साफ बच जाए। इसलिए यहाँ ‘बात बनाना’ मुहावरे का अर्थ है ‘घुमा फिरा कर बात को टालना’ या ‘झूठी बात कहना।
सही जोड़ मिलाइए:
मुहावरे | अर्थ |
1. बेर कर देना | असहाय होना |
2. पौ फटना | पूरी कोशिश करना |
3. हाथ कटाना | सबेरा होना |
4. टांग अड़ाना | रुकावट डालना |
5. कसर न उठा रखना | मार डालना |
उत्तर :
- बेर कर देना – मार डालना
- पौ फटना – सबेरा होना
- हाथ कटाना – असहाय होना
- टांग अडाना – रुकावट डालना
- कसर न उठा रखना – पूरी कोशिश करना
निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ ध्यान से पढ़िए :
- दिल भारी होना – मन उदास होना
- छक्के छूटना – बुरी दशा होना
- गले से लगाना – प्रेमपूर्वक मिलना
- कलेजा मुंह को आना – भय से काँप उठना
- हाथ धोना – खो देना
- रंग बिगड़ना – स्थिति खराब होना
- भगदड़ मचना – लोगों का इधर-उधर भागना
- तलवार के घाट उतारना – मार डालना
- तेवर बदलना – व्यवहार बदलना
- टस से मस न होना – अडिग रहना
- खून पसीना एक करना – कड़ी मेहनत करना
प्रत्येक कविता और पाठ में उसमें प्रयुक्त मुहावरों के अर्थ तथा प्रयोग दिए गए हैं। उन्हें भलीभांति पढ़िए।