Gujarat Board GSEB Solutions Class 11 Hindi Vyakaran रस-विवेचन (1st Language) Questions and Answers, Notes Pdf.
GSEB Std 11 Hindi Vyakaran रस-विवेचन (1st Language)
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
रस किसे कहते हैं?
उत्तर :
साहित्य के पठन, श्रवण और प्रेक्षण से मिलनेवाला आनन्द ही रस है।
प्रश्न 2.
रस को ब्रह्मानंद सहोदर क्यों माना गया है?
उत्तर :
रस को ब्रह्मानंद सहोदर इसीलिए माना गया है, कि साहित्य या कला से मिलने वाला रस (सात्त्विक आनंद) अद्वितीय और अवर्णनीय होता है।
प्रश्न 3.
आचार्य भरतमुनि ने रसनिष्पत्ति हेतु कौन-सा रस-सूत्र दिया है?
उत्तर :
आचार्य भरतमुनि ने रसनिष्पत्ति हेतु ‘विभावानुभाव व्यभिचारी संयोगात् रस निष्पतिः’ सूत्र दिया है।
प्रश्न 4.
रस के कौन-कौन-से अंग हैं?
उत्तर :
स्थायीभाव, विभाव, अनुभाव और संचारीभाव रस के अंग हैं।
प्रश्न 5.
स्थायीभाव कितने हैं? ये कौन-कौन से हैं?
उत्तर :
आज स्थायीभावों की संख्या दस मानी जाती हैं; रति, हास्य, शोक, क्रोध, उत्साह, भय, जुगुप्सा, विस्मय, निर्वेद एवं वात्सल्य।
प्रश्न 6.
विभाव किसे कहते हैं?
उत्तर :
जिनके कारण स्थायीभाव जागृत होते हैं, उन्हें विभाव कहा जाता है।
प्रश्न 7.
विभाव के कितने प्रकार हैं? कौन-कौन से?
उत्तर :
विभाव के दो प्रकार हैं :
- आलंबन विभाव
- उद्दीपन विभाव।
प्रश्न 8.
आलंबन विभाव किसे कहते हैं?
उत्तर :
जिन व्यक्तियों या पात्रों से स्थायीभाव उत्पन्न होता है, उन्हें आलंबन विभाव कहा जाता है।
प्रश्न 9.
आश्रय किसे कहते हैं?
उत्तर :
जिसके मन में स्थायीभाव जागृत होता है, उसे आश्रय कहते हैं।
प्रश्न 10.
उद्दीपन विभाव किसे कहते हैं?
उत्तर :
आश्रय के मन में जिन प्राकृतिक या अन्य चेष्टाओं द्वारा जगा हुआ स्थायीं भाव उद्दीप्त होता है, उसे उद्दीपन विभाव कहते हैं।
प्रश्न 11.
अनुभाव के कितने प्रकार हैं? कौन-कौन-से?
उत्तर :
अनुभाव के चार प्रकार हैं :
- कायिक
- मानसिक
- आहार्य
- सात्त्विक।
प्रश्न 12.
व्यभिचारी अथवा संचारीभाव किसे कहते हैं?
उत्तर :
जो उत्पन्न हुए स्थायीभाव को अधिक पुष्ट करते हैं और रसनिष्पत्ति में मदद करते हैं, उन्हें व्यभिचारी या संचारीभाव कहते हैं।
प्रश्न 13.
संचारीभाव की संख्या कितनी मानी गई हैं?
उत्तर :
संचारी भाव की संख्या 33 (तैंतीस) मानी गई हैं।
प्रश्न 14.
साहित्यिक रस कितने हैं? कौन-कौन-से?
उत्तर :
साहित्यिक रस 10 (दस) हैं।
- श्रृंगार
- हास्य
- करुण
- रौद्र
- वीर
- भयानक
- बीभत्स
- अद्भुत
- शांत और
- वात्सल्य।
प्रश्न 15.
श्रृंगार रस का स्थायीभाव क्या है?
उत्तर :
श्रृंगार रस का स्थायीभाव रति है।
प्रश्न 16.
श्रृंगार रस के कितने प्रकार हैं? कौन-कौन-से?
उत्तर :
श्रृंगार रस के दो प्रकार हैं :
- संयोग और
- वियोग।
प्रश्न 17.
श्रृंगार रस के उद्दीपन विभाव क्या है?
उत्तर :
वर्षा की बिजली चमकना, चाँदनी रात, होली का उत्सव आदि श्रृंगार रस के उद्दीपन विभाव हैं।
प्रश्न 18.
वियोग श्रृंगार कहाँ होता है?
उत्तर :
जहाँ नायक-नायिका एक-दूसरे से अलग होते हैं, वहाँ वियोग श्रृंगार होता है।
प्रश्न 19.
वियोग श्रृंगार के उद्दीपन विभाव क्या हैं?
उत्तर :
कोयल की कूक, भँवरे का गुंजन, पपीहे की पुकार, आदि वियोग श्रृंगार के उद्दीपन विभाव हैं।
प्रश्न 20.
हास्यरस का स्थायीभाव क्या है?
उत्तर :
हास्यरस का स्थायीभाव ‘हास’ है।
प्रश्न 21.
करुणरस का स्थायीभाव क्या है?
उत्तर :
करुणरस का स्थायीभाव शोक है।
प्रश्न 22.
करुणरस की उत्पत्ति कब होती है?
उत्तर :
जब साहित्य में अत्यंत दुखद घटना या प्रसंग का निरूपण होता है, तब करुण रस की उत्पत्ति होती है।
प्रश्न 23.
रौद्र रस का स्थायीभाव क्या है?
उत्तर :
रौद्ररस का स्थायीभाव क्रोध है।
प्रश्न 24.
वीररस का स्थायीभाव क्या है?
उत्तर :
वीररस का स्थायीभाव उत्साह है।
प्रश्न 25.
वीररस के अनुभाव कौन-कौन-से हैं?
उत्तर :
आँखें लाल होना, मुट्ठियाँ भींचना, दाँट किटकिटाना आदि इसके अनुभाव हैं।
प्रश्न 26.
भयानक रस का स्थायीभाव क्या है?
उत्तर :
भयानक रस का स्थायीभाव भय है।
प्रश्न 27.
बीभत्स रस का स्थायीभाव क्या है?
उत्तर :
बीभत्स रस का स्थायीभाव जुगुप्सा (घृणा) है।
प्रश्न 28.
अद्भुत रस का स्थायीभाव क्या है?
उत्तर :
अद्भुत रस का स्थायीभाव विस्मय है।
प्रश्न 29.
शांतरस का स्थायीभाव क्या है?
उत्तर :
शांतरस का स्थायीभाव निर्वेद या वैराग्य है।।
प्रश्न 30.
वात्सल्य रस का स्थायीभाव क्या है?
उत्तर :
वात्सल्य रस का स्थायीभाव वात्सल्य है।