GSEB Solutions Class 11 Commercial Correspondence Chapter 8 आर्थिक दर्जा (स्थिति, प्रतिष्ठा) के सम्बन्ध में सूचना प्राप्ति तथा वसूली के पत्र

Gujarat Board GSEB Textbook Solutions Class 11 Commercial Correspondence and Secretarial Practice Chapter 8 आर्थिक दर्जा (स्थिति, प्रतिष्ठा) के सम्बन्ध में सूचना प्राप्ति तथा वसूली के पत्र Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.

Gujarat Board Textbook Solutions Class 11 Commercial Correspondence Chapter 8 आर्थिक दर्जा (स्थिति, प्रतिष्ठा) के सम्बन्ध में सूचना प्राप्ति तथा वसूली के पत्र

GSEB Class 11 Commercial Correspondence आर्थिक दर्जा (स्थिति, प्रतिष्ठा) के सम्बन्ध में सूचना प्राप्ति तथा वसूली के पत्र Text Book Questions and Answers

स्वाध्याय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दिये गये विकल्प में से सही विकल्प पसन्द करके लिखिए ।

प्रश्न 1.
व्यापारिक प्रवृत्तियों का विस्तार करने के लिए विक्रय की कौन-सी पद्धति में आर्थिक सुदृढ़ता जानना अनिवार्य नहीं है ?
(A) किस्त क्रय पद्धति
(B) नकद क्रय पद्धति
(C) शाख पर विक्रय पद्धति
(D) वायदे की विक्रय पद्धति
उत्तर :
(B) नकद क्रय पद्धति

प्रश्न 2.
आर्थिक स्तर की जानकारी प्राप्त करने के लिए किसका अभिप्राय अधिक आधारभूत माना जाता है ?
(A) बीमा कम्पनी का
(B) आंगडिया पेढ़ी का
(C) बैंक का
(D) अन्य व्यापारी पेढ़ी का
उत्तर :
(C) बैंक का

प्रश्न 3.
आर्थिक स्तर के बारे में किसकी जाँच करना जरूरी है ?
(A) धंधे का अनुभव
(B) रुपया लौटाने की क्षमता
(C) काम करने का उत्साह
(D) धन्धे की सोच
उत्तर :
(B) रुपया लौटाने की क्षमता

प्रश्न 4.
वसूली के पत्र का मुख्य आशय क्या होता है ?
(A) ग्राहक को शुभेच्छा देना
(B) ग्राहक के पास से बकाया रुपये प्राप्त करना
(C) बड़े जत्थे में ऑर्डर प्राप्त करना
(D) ग्राहक को कानूनी प्रक्रिया की जानकारी देना
उत्तर :
(B) ग्राहक के पास से बकाया रुपये प्राप्त करना

प्रश्न 5.
वसूली के पत्र अन्य किस नाम से पहचाने जाते है ?
(A) धमकी पत्र
(B) कलेकशन लेटर
(C) समाधान पत्र
(D) शिकायत पत्र
उत्तर :
(B) कलेकशन लेटर

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प्रश्न 6.
ग्राहकों को शान पर माल विक्रय करते समय इनमें से कौन-से मुद्दे की जाँच करना लाभप्रद होगा ?
(A) सामाजिक स्थिति
(B) नकद क्रय
(C) व्यवसाय के विभिन्न व्यवहार
(D) आर्थिक स्थिति
उत्तर :
(D) आर्थिक स्थिति

प्रश्न 7.
किसी भी बैंक द्वारा माहिती कब दी जाती है ?
(A) व्यापारी ने स्वयं माहिती मंगाई हो ।
(B) अन्य किसी बैंक द्वारा माहिती मंगाई हो ।
(C) अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान द्वारा माहिती मंगाई हो ।
(D) विक्रेता जो शान पर विक्रय करना चाहता हो तब माहिती मंगाई गई हो ।
उत्तर :
(B) अन्य किसी बैंक द्वारा माहिती मंगाई हो ।

प्रश्न 8.
व्यापार को विस्तृत करने में व्यापार के क्षेत्र में प्रचलित विभिन्न पद्धतियों में से कौन-सी पद्धति महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करती है ?
(A) किस्त क्रय पद्धति
(B) किराया क्रय पद्धति
(C) शान द्वारा विक्रय पद्धति
(D) नकद विक्रय पद्धति
उत्तर :
(C) शान द्वारा विक्रय पद्धति

प्रश्न 9.
किसी भी इकाई के कौन से खाते को इकाई के दर्पण के समान माना जाता है ?
(A) बचत बैंक खाता
(B) चालू खाता
(C) सावधि जमा योजना खाता
(D) रिकरिंग खाता
उत्तर :
(B) चालू खाता

प्रश्न 10.
नकारात्मक पत्रों की भाषा कैसी होनी चाहिए ?
(A) पूर्वग्रहयुक्त
(B) विवेकपूर्ण
(C) अनुशासन रहित
(D) अनुशासन सहित
उत्तर :
(B) विवेकपूर्ण

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प्रश्न 11.
वसूलीपत्र के सर्वप्रथम पत्र में कैसा पत्र लिखकर वसूली की जानी चाहिए ?
(A) मित्रताभरा
(B) स्मृतिपत्र
(C) कानूनी कार्यवाही
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(B) स्मृतिपत्र

प्रश्न 12.
वसूलीपत्र अत्यन्त कैसे नहीं होने चाहिए ?
(A) विस्तृत
(B) दीर्घ
(C) संक्षिप्त
(D) मध्यम
उत्तर :
(C) संक्षिप्त

प्रश्न 13.
वसूलीपत्रों के विविध चरण कितने होते हैं ?
(A) 2
(B) 3
(C) 5
(D) 4
उत्तर :
(D) 4

प्रश्न 14.
वसूली के पत्र कैसे लिख्खे जाते हैं ?
(A) दैनिक
(B) साप्ताहिक
(C) क्रमश:
(D) प्रति मास
उत्तर :
(C) क्रमश:

प्रश्न 15.
शाख पर मालसामान बेचने पर कम्पनी द्वारा वसूली के लिए कैसी नीति बनानी चाहिए ?
(A) निश्चित
(B) उदार
(C) सही
(D) कठोर
उत्तर :
(A) निश्चित

प्रश्न 16.
मुद्रा का भुगतान समय पर न होने से कौन-सी पूँजी की कमी उत्पन्न होती है ?
(A) कार्यशील
(B) स्थिर पूँजी
(C) दीर्घकालीन
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(A) कार्यशील

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2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए ।

प्रश्न 1.
जिस पेढ़ी के साथ शान पर व्यापार करना हो उनको कौन-सी माहिती देने को कहा जाता है ?
उत्तर :
आर्थिक स्तर की जानकारी देने को कहा जाता है ।

प्रश्न 2.
शान पर मालसामान का विक्रय करने से व्यापारी को कौन-सी जोखिम रहती है ?
उत्तर :
शाख पर मालसामान का विक्रय करने से समयमर्यादा में रकम न मिलने के कारण वसूली का प्रश्न उत्पन्न होता है अथवा रकम वापस न मिलने की जोखिम रहती है ।

प्रश्न 3.
शाख पर मालसामान खरीदने से ग्राहक को क्या लाभ होता है ?
उत्तर :
शान पर माल-सामान क्रय करने से ग्राहक को तुरन्त नकद रकम चुकानी नहीं पड़ती तथा आवश्यक वस्तु मिल जाती है ।

प्रश्न 4.
वसूली के पत्र कब लिखे जाने चाहिए ?
उत्तर :
वसूली के पत्र जब क्रेता द्वारा शान पर माल खरीदा हो तथा क्रेता ने उनका भुगतान समय सीमा पूर्ण होने पर भी न किया हो तब विक्रयकर्ता क्रेता को वसूली पत्र लिखता है ।

प्रश्न 5.
वसूली के पत्र की गोपनियता बनी रहे इसके लिए पत्रको किस तरह रवाना किया जाना चाहिए ?
उत्तर :
वसूली के पत्र लिफाफे में ही भेजे जाने चाहिए ।

प्रश्न 6.
वसूली के अन्तिम चरण के पत्र में किस बात का खास उल्लेख किया जाना चाहिए ?
उत्तर :
वसूली पत्र के अन्तिम पत्र में कानूनी कार्यवाही की अन्तिम तारीख स्पष्ट रूप से बता देनी चाहिए ।

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प्रश्न 7.
धन्धे में रकम का भुगतान समय पर न हो तो क्या होता है ?
उत्तर :
रकम का भुगतान समय पर न होने से कार्यशील पूँजी की कमी सर्जित होती है । जिसका सीधा असर पेढ़ी के दैनिक वित्तीय व्यवहारों पर होता है ।

प्रश्न 8.
वसूली के पत्रों को अंग्रेजी में किस पत्र के नाम से जाना जाता है ?
उत्तर :
वसूली के पत्रों को अंग्रेजी में डनिंग लेटर्स (Dunning Letters) के रूप में जाना जाता है ।

प्रश्न 9.
अंग्रेजी में To dun का अर्थ क्या होता है ?
उत्तर :
अंग्रेजी में To dun अर्थात् लेना की वसूली के लिए बार-बार टकोर (सूचित) करना । त्वरित भुगतान के लिए आग्रह करना ।

प्रश्न 10.
वसूली-पत्र यानि क्या ?
उत्तर :
विक्रेता की ओर से क्रेता को जब शान पर बेचे गए माल की रकम/मुद्रा वसूल करने के लिए जो पत्र लिखे जाते हैं उन्हें वसूली पत्र कहा जाता है ।

प्रश्न 11.
वसूली पत्रों का मुख्य आशय क्या होता है ?
उत्तर :
वसूली पत्रों का मुख्य आशय ग्राहक से लेनी निकलती राशि प्राप्त करना होता है ।

प्रश्न 12.
विक्रेता जिस मात्रा में मुद्रा के भुगतान के लिए दबाव डालना चाहता हो वह पत्र में कैसा होना आवश्यक है ?
उत्तर :
विक्रेता जिस मात्रा में मुद्रा के भुगतान के लिए दबाव डालना चाहता हो वह पत्र में स्पष्ट होना आवश्यक है ।

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प्रश्न 13.
वसूली पत्र के अन्तिम पत्र में कौन-सी बात का विशेष उल्लेख किया जाना चाहिए ?
उत्तर :
वसूली पत्र के अन्तिम पत्र में कानूनी कार्यवाही की अन्तिम तारीख स्पष्ट रूप से बता देनी चाहिए ।

प्रश्न 14.
वसूली के पत्रों में किस तरह दबाव बढ़ाया जाता है ?
उत्तर :
एक के बाद एक लिख्ने जानेवाले वसूली-पत्र में क्रमश: भुगतान के लिए साम, दाम, दण्ड, भेद की नीति द्वारा दबाव बढ़ाया जाता है ।

प्रश्न 15.
वसूली पत्र के प्रथम चरण में क्या किया जाता है ?
उत्तर :
वसूली पत्र के प्रथम चरण में भुगतान की समयमर्यादा पूर्ण होने पर वित्तीय पत्रक (Statement of Account) या मुद्रा भुगतान हेतु
परोक्ष रूप से स्मृति पत्र लिखकर वसूली करनी चाहिए ।

प्रश्न 16.
वसूली करने की विभिन्न पद्धतियों के नाम बताइए ।
उत्तर :
वसूली करने की विभिन्न पद्धतियों में से निम्न पद्धतियों का उपयोग सामान्यत: किया जाता है :

  1. व्यक्तिगत सम्पर्क द्वारा
  2. तार द्वारा
  3. टेलीफोन द्वारा
  4. पत्रों द्वारा
  5. बैंक के माध्यम से

प्रश्न 17.
वसूली-पत्र लिखते समय कौन-से अभिगम का उपयोग करना चाहिए ?
उत्तर :
वसूली-पत्र लिखते समय ‘आप’ अभिगम (‘You’ attitude) का उपयोग करना चाहिए ।

3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में दीजिए ।

प्रश्न 1.
वसूली-पत्र एक से अधिक क्यों लिखने पड़ते हैं ?
उत्तर :
जब किसी एक विक्रेता द्वारा वसूली पत्र लिखा जाता है तो भी कोई प्रत्युत्तर न दे तब एक से अधिक वसूली पत्र लिखने पड़ते हैं । अधिक बार वसूली पत्र लिखने का मुख्य उद्देश्य व्यापारी को मुद्रा भुगतान करने के लिए जाग्रत करने का होता है ।

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प्रश्न 2.
‘वसूली पत्र लिखना यह भी एक कला है ।’ कथन समझाइए ।
उत्तर :
कोई भी ग्राहक अथवा व्यापारी पर सामान्यत: वसूली के लिए पत्र आता हो तो अच्छा नहीं लगता । फिर भी शान पर खरीदे गए माल-सामग्री का समय पूरा होने पर व्यापारी वसूली-पत्र लिखता है । यदि वसूली हेतु प्रथम पत्र ही विवेकपूर्ण भाषा में न लिखा गया हो तो व्यापारी के साथ सम्बन्ध बिगड़ जाते है । जिसके कारण व्यापारी (ग्राहक) व मुद्रा दोनों को खोना पड़ता है । इसलिए सबसे पहले वसूली पत्र लिखते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ग्राहक प्रमाणिक है ऐसी मान्यता को ध्यान में रखकर वसूली-पत्र लिखा जाना चाहिए । मुद्रा भुगतान में देरी हो रही हो तो देरी का कारण जानने का प्रयत्न किया जाना चाहिए तथा इस समस्या में सहायभूत की तैयारी बतानी चाहिए ।

यदि दो या तीन स्मृतिपत्र लिखने के बाद भी यदि कोई प्रत्युत्तर न मिला हो तब कठोर भाषा में वसूली-पत्र लिखा जाना चाहिए । इस तरह वसूली पत्र योग्य रूप से लिखकर सामनेवाले व्यक्ति के पास से मुद्रा की वसूली करना यह भी कला माना जाता है ।

प्रश्न 3.
क्रेता ने शाख पर माल खरीदा हो, तो किन मुद्रा का भुगतान किन कारणों से नहीं कर पाता ? संक्षिप्त में समझाइए ।
उत्तर :
क्रेता ने शाख पर माल खरीदा हो लेकिन मुद्रा का भुगतान निम्न कारणों से नहीं कर पाता है :

  1. बाजार में मन्दी का दौर चल रहा हो ।
  2. क्रेता व्यापारी द्वारा उधार माल बेचा गया हो व मुद्रा वसूल न हुई हो ।
  3. क्रेता द्वारा सोचे-समझे बिना बड़े पैमाने में माल खरीद लिया हो व उनकी व्यवस्था न कर पाया हो ।
  4. कोई आकस्मिक घटना घटित हो जाने पर ।
    उपरोक्त कारणों से क्रेता-विक्रेता को मुद्रा भुगतान नहीं कर सकता है ।

प्रश्न 4.
‘वसूली-पत्र समय पर लिखवाये जाने चाहिए’ विधान समझाइए ।
उत्तर :
शान पर बेचे गये माल-सामान की समयमर्यादा पूर्ण होते ही वसूली-पत्र लिखवाया जाना चाहिए । यदि वसूली-पत्र लिखने में देरी की जाये तो हो सकता है सामनेवाला पक्षकार भुगतान करना ही भूल सकता है । अथवा व्यवसाय में मौद्रिक तंगी सर्जित होने पर वसूली करनी हो व काफी समय हो चुका हो तो पुराने चौपड़ों में खोजना कठिन हो सकता है अत: ऐसी स्थिति का निर्माण न हो, इसलिए वसूली-पत्र समय पर लिखवाये जाने चाहिए ।

प्रश्न 5.
आर्थिक स्थिति की जानकारी प्राप्त करने की प्रक्रिया बताइए ।
उत्तर :
आर्थिक स्थिति की जानकारी प्राप्त करने की प्रक्रिया की पद्धति निम्न हैं :

  1. अन्य व्यापारिक पेढ़ी का सन्दर्भ देने के लिए कहा जा सकता है ।
  2. उस पेढ़ी के बैंकर का संदर्भ मांगा जा सकता है ।
  3. प्रत्यक्ष रूप से व्यापारिक पेढ़ी के पिछले अमुक वर्ष का पक्का चिठ्ठा (Balance Sheets) के आधार पर उनकी आर्थिक सुदृढ़ता को जाना जा सकता है ।

प्रश्न 6.
किसी भी पेढ़ी को शान पर माल-सामान देने से पहले कौन-सी चार बातों की जाँच करनी चाहिए ?
उत्तर :
निम्न चार बातों की जाँच करनी चाहिए । जिसमें 4C की जाँच की जाती है ।

  1. सम्बन्धित पेढ़ी की प्रतिष्ठा (Character)
  2. रकम भुगतान करने की क्षमता (Capacity)
  3. उसके पास की पूँजी (Capital)
  4. उसने गिरवी/जमानत के रूप में दी गई जामीनगीरी (Collateral)

प्रश्न 7.
प्रभावशाली वसूली-पत्रों को लिखते समय ध्यान में रखने योग्य बातें/सावधानियाँ बताइए ।
उत्तर :
प्रभावशाली वसूली-पत्रों को लिखते समय निम्न सावधानियाँ रखी जानी चाहिए :

  1. पत्र का सुर (Tone) सकारात्मक, आशावादी व द्वेषमुक्त होना चाहिए ।
  2. पत्र का मुख्य संदेश (Content) व शैली (Style) सरल, स्पष्ट एवं ग्राहक की भावना को ठेस न पहुँचाये ऐसी होनी चाहिए ।
  3. लेनदारों को धनराशि, माल-सामग्री और ग्राहक तीनों को खोना अच्छा नहीं लगता इसलिए समझदारीपूर्वक योग्य मार्ग निकालना चाहिए ।
  4. ‘आप अभिगम’ (‘you’ attitude) का उपयोग करके, समयमर्यादा के अन्तर्गत मुद्रा का भुगतान ग्राहक पक्ष के लिए इच्छनीय
    है ऐसा समझना चाहिए ।
  5. वसूली पत्र अत्यन्त संक्षिप्त न लिखकर परिणामलक्षी विस्तृत चर्चा करनी चाहिए ।
  6. कठोरतापूर्ण, भावरहित पत्र के बदले अनौपचारिक रूप से ग्राहक की भावनाशक्ति एवं कर्तव्य परायणता को झकझोरना चाहिए ।
  7. कानूनी कार्यवाही की धमकी देने से पूर्व ग्राहक को उसकी व्यापार जगत में प्रतिष्ठा, शालीनता एवं व्यापारिक सम्बन्धों में निष्ठा जैसी बातों का बयान करके अवगत कराना चाहिए ।

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प्रश्न 8.
वसूली के पत्र के विभिन्न तबक्के/चरण बताइए ।
उत्तर :
वसूली के पत्र के निम्नलिखित चरण है :

  1. सबसे पहले मुद्रा भुगतान की समयमर्यादा पूर्ण होने पर वित्तीय पत्रक (Statement of Account) या मुद्रा भुगतान हेतु अप्रत्यक्ष रूप से स्मृति पत्र लिखकर वसूली करनी चाहिए ।
  2. यदि स्मृतिपत्र का कोई प्रतिभाव न मिले तब दूसरे चरण में मित्रतापूर्ण निजी पत्र द्वारा भुगतान क्यों नहीं हुआ उसके कारण व उपाय खोजने का प्रयत्न किया जाना चाहिए ।
  3. कम्पनी ग्राहक को सम्पूर्ण रूप से सहकार देना चाहती है फिर भी क्रमशः वसूली का योग्य प्रतिसाद न मिलने पर अनिवार्य रूप से कानूनी कार्यवाही करनी पड़ेगी जिससे ग्राहक की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचेगा ऐसा बताना चाहिए ।
  4. क्रमश: दबाव की मात्रा बढ़ाते हुए लिख्खे गये वसूली पत्र से भी यदि ग्राहक पर कोई प्रभाव न पड़े तब कानूनी कार्यवाही की अन्तिम तारीख स्पष्ट रूप से बता देनी चाहिए ।

9. कारण सहित समझाइए :

प्रश्न 1.
शान पर माल-सामग्री विक्रेता कम्पनी को अपनी निश्चित वसूली नीति तैयार करनी चाहिए ।
उत्तर :
व्यापार के सफल संचालन हेतु किये गये व्यवहार से मुद्रा की वसूली एक आवश्यक पहलू है । मुद्रा की वसूली समय पर न होने से कार्यशील पूँजी में कमी आती है जिसका प्रभाव कम्पनी के लाभ पर पड़ता है । इसलिए आज के युग में अधिकांशतः व्यवहार शान पर होने से वसूली सम्बन्धी निश्चित नीति बनाई जानी चाहिए ।

प्रश्न 2.
वसूली-पत्र क्रमश: लिख्खे जाते हैं ।
उत्तर :
व्यापारी द्वारा शान पर माल बेचने पर ग्राहकों के पास मुद्रा वसूल करने के लिए व्यापारी वसूली-पत्र लिखता है । वसूली-पत्र का क्रम, प्रथम पत्र, द्वितीय पत्र व तृतीय पत्र होता है । वसूली पत्र के दौरान ग्राहकों की मानहानि न हो उसका विशेष ध्यान रखना चाहिए जिससे व्यापारिक सम्बन्ध बने रहते हैं । व्यापारी अथवा संस्था द्वारा बार-बार लिखे गये पत्रों को पढ़कर वाचक के मन में एक विशेष छाप खड़ी होती है । वसूली के पत्र भी इस प्रकार की प्रक्रिया से अलग नहीं रखना चाहिए । विक्रेता जिस मात्रा में मुद्रा के भुगतान के लिए दबाव डालना चाहता हो वह पत्र में स्पष्ट होना आवश्यक है । क्रमश: लिखे जानेवाले वसूलीपत्रों में लिखनेवाले की ओर से दबाव में क्रमश: वृद्धि होनी चाहिए ।

प्रश्न 3.
वसूली-पत्र अत्यन्त संक्षिप्त नहीं होने चाहिए ।
उत्तर :
कौशल्यपूर्णता से एवं दृढ़तापूर्वक लिखे गए वसूली-पत्र अत्यन्त संक्षिप्त नहीं होने चाहिए । ग्राहकों की भावनाओं को किसी भी प्रकार की ठेस न पहुँचे इस तरह से विवेकपूर्ण व मैत्रीपूर्ण भाषा में लिखा जाना चाहिए तथा वसूली-पत्र में परिणामलक्षी विस्तृत चर्चा करनी चाहिए ।

4. निम्नलिखित जानकारी के आधार को ध्यान में रखकर पत्र लिखिए ।

प्रश्न 1.
हिम्मतनगर स्थित, नोवेल्टी स्टोर्स द्वारा आपको पहली बार बड़े जत्थे में ऑर्डर मिला है । वो शान पर रेडिमेइट कपड़ा खरीदना
चाहते है । उनको अन्य किसी व्यापारी पेढ़ी का संदर्भ देने के लिए पत्र लिखिए ।
उत्तर :

मेसर्स लाडली रेडिमेट स्टोर्स
17, सायोना आर्केड
आश्रम रोड, अहमदाबाद-2

25 अप्रैल, 2016

फोन नं. 65952567, 65657575
नोवेल्टी स्टोर्स,
कोर्ट रोड,
हिम्मतनगर

विषय – संदर्भ प्राप्त करने हेतु पत्र

श्रीमान,
आपने 21 अप्रैल, 2016 के पत्र द्वारा विभिन्न प्रकार के रेडिमेईट कपड़ों को क्रय करने हेतु ऑर्डर दिया है । इसके लिए हम आपके आभारी है ।

आप हमारी संस्था से इस प्रकार की शान की सुविधा हेतु प्रथम बार मांग कर रहे हैं । इसलिए व्यापारी औपचारिकता (Formality) के निर्वाह के लिए आपको अन्य व्यापारी प्रतिष्ठान का संदर्भ देना आवश्यक हो जाता है ।

आपकी ओर से सन्दर्भ देता हुआ पत्र मिलने के बाद ही आपके द्वारा दिये हुए ऑर्डर के अनुसार मालसामान भेजना सम्भव बनेगा ।

आपका विश्वसनीय,
Mukesh
मुकेश वैष्णव
मे. लाडली रेडिमेट स्टोर्स ।

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प्रश्न 2.
सौंदर्य ज्वेलर्स, राजकोट का संदर्भ प्रस्तुत करने के लिए मोडासा के प्रतिभा सुवर्णकला ज्वेलर्स को पत्र मिला है, इसके बारे में सौंदर्य ज्वेलर्स के बारे में सकारात्मक अभिप्राय प्रस्तुत करता पत्र लिखिए ।
उत्तर :

प्रतिभा सुवर्णकला ज्वेलर्स
मेन बाजार,
मोड़ासा

1 मई, 2016

फोन नं. 2672548
सौंदर्य ज्वेलर्स,
स्टेशन रोड,
राजपीपला-393145.

विषय – सौंदर्य ज्वेलर्स, राजकोट के बारे में अभिप्राय

श्रीमान,
सौंदर्य ज्वेलर्स, राजकोट का संदर्भ प्रस्तुत करने के लिए आपका 25 अप्रैल, 2016 का पत्र मिला ।

आपके पत्र के संदर्भ में बता रहे हैं कि हमारा मेसर्स सौंदर्य ज्वेलर्स, राजकोट के साथ पिछले 10 वर्षों से हमारे व्यावसायिक सम्बन्ध है । हमने उनको कई बार 25 लाख रुपये तक का माल शाख पर बेचा था | वो रकम के भुगतान के बारे में बहुत ही नियमित रहे हैं, जिससे हमारी बिक्री में भी वृद्धि हुई है ।

हमको आशा हैं कि हमारे द्वारा भेजी गई माहिती काफी मददरुप बनेगी ।

आपका विश्वसनीय,
Mitesh
मितेष सोनी
प्रतिभा सुवर्णकला स्टोर्स
साझेदार

प्रश्न 3.
पोरबंदर के आधुनिक साईकल हाउस ने अपनी आर्थिक स्थिति की जानकारी हेत् सूचित बैंकर के संदर्भ को ध्यान में रखकर के व्यापारी पेढ़ी की आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने बैंकर को पत्र लिखिए ।
उत्तर :

आधुनिक साईकल हाउस
मेन बाजार,
पोरबन्दर

30 मई, 2016

फोन नं. 3654048
प्रबन्धक श्री,
देना बैंक,
मेन रोड शाखा,
पोरबन्दर-2

श्रीमान,
हमारी संस्था आधुनिक साईकल हाउस नाम का खाता आपकी बैंक में चालू खाता नं. 003010100 406130 हैं ।
महेन्द्र साईकल स्टोर्स, भावनगर हमारे पास से शाख पर माल-सामान खरीदना चाहते है । इसके बारे में उन्होंने केनेरा बैंक, भावनगर का संदर्भ दिया है । उस बैंक में उनका चालू खाता नं. GB 000100 100 9990 है ।

हम आपको निवेदन करते हैं कि, आप उपरोक्त पेढ़ी की आर्थिक स्थिति की जाँच हेतु हमारी ओर से केनेरा बैंक, भावनगर को पत्र लिखकर उनके बारे में जानकारी प्राप्त करावें ।

आपका विश्वसनीय
C.H. Vaishnav
सी. एच. वैष्णव
प्रबन्धक

प्रश्न 4.
शाख पर भेजे गए मालसामान के भुगतान के शान का समयकाल पूरा होने के बाद अपने ग्राहक को भुगतान के रूप में परोक्ष सूचन करता हुआ पत्र लिखिए ।
उत्तर :

राजस्थान इलेक्ट्रोनिक्स
सरदार मार्केट,
महाजन गेट के पास
भरूच-392001
E-mail : Rajasthan electronics@gmail.com

25 June, 2016

फोन नं. (02642) 384047
मनोज इलेक्ट्रिक्स हाउस,
पेलेस रोड,
वलसाड-396001

श्रीमान,
आपके 15 मार्च, 2016 के पत्र के अनुसंधान में हमने ‘हेवल्स पंखे 120 नंग, मिनाक्षी LED ट्यूबलाइट 100 नंग भेजी थी । हम आशा करते है कि इस मालसामान की बिक्री बाजार में अच्छी होगी ।

उपरोक्त मालसामान के बिल की नकल सन्दर्भ के रुप में भेज रहे हैं । जिनकी कुल रकम 1,50,000 रु. (एक लाख पचास हजार रु. मात्र) होती है । जिनकी शाख का तीन महिना 15 जून को पूरे हो गये है । जिनको ध्यान में लेने की कृपा करावे ।

वित्त का नियमित भुगतान व्यापारिक सम्बन्धों को अधिक मजबूत और व्यापारलक्षी बनाते हैं यह बात आप जानते और मानते ही होंगे ।

संदर्भ : (1) बीजक की रकम

आपका विश्वसनीय,
Anant prakash
अनंत प्रकाश
मालिक

प्रश्न 5.
कानूनी कार्यवाही सम्बन्धी परोक्ष सूचन करने पर भी रीमझिम हाउस, बड़ौदा की ओर से प्रत्युत्तर या राशि भुगतान की दिशा में कोई ठोस कदम न दिखाई देने से, निश्चित की गई तारीख के पश्चात् कानूनी नोटिस के लिए तैयार रहने का सूचन करता पत्र लिखिए।
उत्तर :

महावीर प्रसाद राजेन्द्रप्रसाद एण्ड सन्स
40, श्रीजी क्लॉथ मार्केट,
सारंगपुर, अहमदाबाद-1

5 अप्रैल, 2016

फोन (079) 22362530
रीमझिम हाउस
महात्मा गाँधी मार्ग,
बड़ौदा-360001

श्रीमान,
आपका 25 दिसम्बर, 2016 तक का भुगतान पात्र रु. 85000/- के बिल के रूप में हमने चार पत्रों के द्वारा आपकी भावना व दायित्व को झकझोर ने का प्रयास किया । व्यापार में निष्ठा स्थायी बनी रहे ऐसे सम्पूर्ण प्रयत्न किये है । हमने क्रमश: लिखे पत्रों के उत्तर देने में आपकी सौजन्यता का अभाव अत्यन्त लापरवाहीपूर्वक गिन सकते है ।

आपके ऐसे लापरवाहीपूर्ण बर्ताव के कारण हमें मजबूरन कानूनी कार्यवाही करने की आवश्यकता हुई है । 21 मार्च, 2016 के दिन हमारे द्वारा भेजे गए तार/टेलिग्राम अनुसार 31 मार्च, 2016 तक 12% ब्याज सहित राशि यदि हमें नहीं मिलेगी तो अन्तिम कदम के रूप में वकील द्वारा तैयार किए गए नोटिस का उत्तर देने के लिए तैयार रहना ।

आपका विश्वसनीय,
Ch Vaishnan
(सी. एच. वैष्णव)
(मानद् अधिकारी)
महावीर प्रसाद राजेन्द्रप्रसाद एण्ड सन्स

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प्रश्न 6.
शान के 45 दिन की समयमर्यादा पूर्ण होने से भेजे माल-सामग्री के रूप में शेष निकलती राशि रु. 12,000 के लिए स्मृति पत्र भेजने पर कोई प्रत्युत्तर नहीं मिला । राशि भुगतान तथा प्रत्युत्तर में विलम्ब का कारण कठिनाई का योग्य मार्ग निकालने में सहायभूत बनने का पत्र लिखिए ।
उत्तर :

हिन्दुस्तान सायकल्स स्टोर्स
चाँदनी चोक, नई दिल्ली-1

22 नवम्बर, 2016

फोन नं. ………………….
मै. पटेल सायकल्स स्टोर्स,
जिनालय चॉक,
आदिपुर-370205

श्रीमान,
दीपावली की शुभेच्छाएँ । नूतन वर्ष दौरान हमारे व्यापारिक सम्बन्ध ऐक्य एवं प्रगाढ़ बने ऐसी शुभ कामना ।

हमने आपको 20 सितम्बर, 2016 के दिन बड़ी मात्रा में सायकलों भेजी थी जिसके सम्बन्ध में शेष निकलती राशि रुपये 12,000/- के भुगतान की समयमर्यादा नवम्बर के प्रथम सप्ताह में समाप्त होने से आपको एक स्मृति पत्र भी भेजा था लेकिन आपकी ओर से कोई प्रत्युत्तर नहीं मिला । आप सदैव निश्चित समय पर मुद्रा के भुगतान करते रहे हैं । आपकी इस विशेषता से ही अपने व्यापारिक सम्बन्ध सुदृढ़ बने है । मुद्रा भुगतान में विलम्ब व प्रत्युत्तर न आने से आप किसी कठिनाई में है, उसका सूचन मिलता है ।

आपकी योग्य कठिनाई का योग्य निराकरण में हम सहायभूत होने के उत्सूक है ।

आपका प्रत्युत्तर ही आपकी परिस्थिति से हमें अवगत करा सकता है, जिसकी हमें प्रतीक्षा है ।
आभार ।

आपका विश्वसनीय,
शष्यीशेख शब्बीर
शष्यीशेख शेख
साझेदार

प्रश्न 7.
मे. डिमेलो एण्ड कम्पनी को रु. 25,000/- चुकाने थे । क्रमश: लिखे वसूली के परोक्ष पत्रों का कोई प्रतिसाद न मिलने पर आपको अनिच्छा से कठोर कदम भरना पड़ेगा ऐसा सूचन करता पत्र-लेखन कीजिए ।
उत्तर :

श्री पंजाब साइकल स्टोर्स
रेवडी बाजार, पाँचकुँआ,
अहमदाबाद-380001

17 अक्टूबर, 2016

मे. डीमेलो एण्ड कम्पनी,
सदर बाजार,
नई दिल्ली-1

श्रीमान,
इससे पूर्व क्रमश: आपको 15 सितम्बर और 30 सितम्बर, 2016 के दिन लिख्ने स्मृति-पत्र का कोई प्रत्युत्तर नहीं मिला जो एक दुःखद बात है ।

तारीख 5 मई, 2016 के दिन हिरो साइकल का बहुत बड़ा जत्था आपकी प्रार्थना से आपके ऑर्डर को प्राधान्य देकर अल्प समय में ही भेज दिया था, जिसकी शेष निकलती राशि रुपया 25,000/- का भुगतान 31 जुलाई, 2016 तक करना था लेकिन अभी तक शेष है । इस सम्बन्ध में अलग-अलग समय पर तीन बार याद कराया एवं कठिनाई में से मार्ग निकालने में सहायभूत होने की इच्छा दर्शाता पत्र भी भेजा था, जिसका प्रत्युत्तर अभी तक आपने नहीं दिया । तदुपरान्त उत्तरदायी व्यक्ति की अनुपस्थिति के कारणवश फोन पर भी योग्य सन्तोषप्रद उत्तर नहीं मिल पाता है । व्यापार में समयानुसार मुद्रा भुगतान का महत्त्व आप भी समझते हैं । आपका इस प्रकार का रुख अशोभनीय है।

आपकी ओर से मुद्रा भुगतान के लिए आवश्यक सभी प्रयत्न किये गये । अत: इस बार अन्तिम तौर पर स्पष्ट बता रहे है कि 15% ब्याज सहित शेष निकलती राशि दो सप्ताह के अन्दर-अन्दर अदा करे । अन्यथा कानूनी कार्यवाही करनी पड़ेगी जिसके परिणाम से आप भली-भाँति परिचित होंगे ही ।

आपका विश्वसनीय,
Suresh Pemenali
(सुरेश पंचोली)
साझेदार

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