Gujarat Board GSEB Solutions Class 7 Hindi Chapter 2 तब याद तुम्हारी आती है! Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.
Gujarat Board Textbook Solutions Class 7 Hindi Chapter 2 तब याद तुम्हारी आती है!
GSEB Solutions Class 7 Hindi तब याद तुम्हारी आती है! Textbook Questions and Answers
अभ्यास
प्रश्नों के मौखिक उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
सुबह होते ही क्या-क्या होता है?
उत्तर :
सुबह होते ही चिड़ियाँ चहचहाती हैं। कलियाँ खिलने लगती हैं। खुशबू की लहरें फूलों से निकलकर चारों ओर फैल जाती हैं।
प्रश्न 2.
मैदानों में हरियाली कब लहराती है?
उत्तर :
मैदानों में हरियाली वर्षाऋतु में लहराती है।
प्रश्न 3.
आपको प्रभु की याद कब आती है?
उत्तर :
तारे, सूरज, चाँद, सागर, पर्वत आदि प्रकृति के सुंदर और अद्भुत रूपों को देखकर मुझे प्रभु की याद आती है।
प्रश्न 4.
तुम सुबह में उठकर क्या-क्या देखते हो?
उत्तर :
मैं सुबह में उठकर देखता हूँ कि पूर्व दिशा में सूर्योदय हो रहा है। चिड़ियाँ चहचहा रही हैं। कलियाँ खिल रही हैं। लोग अपने-अपने काम में लग रहे हैं। पाठशाला जानेवाले विद्यार्थी घर से निकल पड़े हैं। दूधवाला घर-घर दूध और अखबारवाला घर-घर अखबार पहुँचा रहा है।
2. चित्र को देखिए और वचन परिवर्तन कीजिए :
(1) चिड़िया उड़ रही है। — चिड़ियाँ उड़ रही हैं।
(2) कली नहीं खिली है। — कलियाँ नहीं खिली हैं।
(3) बूंद गिरती है। — बूंदें गिरती हैं।
(4) दरवाजा खुला है। — दरवाजे खुले हैं।
(5) लड़की खेल रही है। — लड़कियाँ खेल रही हैं।
3. शब्दों को उचित क्रम में रखकर अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :
उत्तर:
(1) जल ही जीवन है।
(2) फूलों में रंग कौन भरता है?
(3) बादल में बिजली क्यों चमकती है?
4. सबसे तेज कौन? छात्रों को सात-सात के यूथ में बाँटिए और अपने नाम के पहले वर्ण के अनुसार शब्दकोश के क्रम के मुताबिक खड़ा रहने को कहिए :
(1) रमेश, अशोक, विपुल, साहिल, राकेश, मुकुल, मयंक।
(2) खेमचंद, चंपक, गोपाल, तनसुख, अनुराग, जयेश, कमल ।
उत्तर :
(1) अशोक, मयंक, मुकुल, रमेश, राकेश, विपुल, साहिल।
(2) अनुराग, कमल, खेमचंद, गोपाल, चंपक, जयेश, तनसुख ।
5. नीचे दिए गए शब्दों के अर्थ शब्दकोश में से ढूँढ़कर तेजी से कौन बता सकता है?
(1) कूक -……..
(2) इरादा -……..
(3) तरुवर -……..
(4) मुग्ध -……..
(5) गुजारिश -……..
उत्तर :
(1) कूक- कोयल की बोली।
(2) इरादा – संकल्प
(3) तरुवर – श्रेष्ठ या बड़ा वृक्ष
(4) मुग्ध – मोहित
(5) गुजारिश – निवेदन
स्वाध्याय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
चिड़ियाँ खुशी के गीत कब गाती हैं?
उत्तर :
चिड़ियाँ बहुत सबेरे खुशी के गीत गाती हैं।
प्रश्न 2.
सुबह होने पर प्रकृति में कैसे बदलाव आते हैं?
उत्तर :
सुबह होने पर आकाश में तारे छिप जाते हैं। रात का अँधेरा दूर होने लगता है। पूर्व दिशा में सूर्योदय के पहले लाली छा जाती है। पंछी चहचहाने लगते हैं। कलियाँ खिलने लगती हैं। फूलों की सुगंध हवा में फैलने लगती है। इस प्रकार सोई हुई प्रकृति जाग उठती है और वातावरण में ताजगी का अनुभव होता है।
प्रश्न 3.
पृथ्वी पर हरियाली कब छा जाती है?
उत्तर :
वर्षाऋतु में धरती को पानी मिलता है। वीरान पड़ी धरती पर घास उगती है। सूखे पौधे हरे हो उठते हैं। पेड़ों को नया जीवन मिलता है। उनके हर पत्तों की शोभा बढ़ती है। इस प्रकार वर्षाऋतु में पृथ्वी पर हरियाली छा जाती है।
(4) हरियाली कहाँ-कहाँ दिखाई देती है?
उत्तर :
वर्षाऋतु आने पर मैदान में हरी घास उग आती है। खेतों में हरी फसलें लहलहाती हैं। हरे-भरे पेड़-पौधे झूम उठते हैं। बागों और जंगलों में भी हरियाली की बहार छा जाती है। सूखे पर्वत हरे हो जाते हैं। इस प्रकार वर्षाऋतु में धरती पर जहाँ देखो वहाँ हरियाली दिखाई देती है।
2. निम्नलिखित काव्य-पंक्तियों का भावार्थ लिखिए :
प्रश्न 1.
कलियाँ दरवाजे खोल-खोल
जब दुनिया पर मुसकाती हैं।
उत्तर :
सुबह होने पर कलियाँ भी जैसे नींद से जाग उठती हैं। उनकी बंद पंखुड़ियाँ खुलने लगती हैं। वे मानो सोनेवालों पर मुसकाती हैं और कहती हैं कि हमारी तरह तुम भी हँसो-मुस्काओ। आलस और उदासी को दूर भगाकर काम में लग जाओ।
प्रश्न 2.
जब छम-छम बूंदें गिरती हैं,
बिजली चम-चमकर जाती है।
उत्तर :
वर्षाऋतु में बादल बरसने लगते हैं। तब पानी की बूंदें छम-छम की आवाज करती हैं। ऐसा लगता है जैसे वे नृत्य कर रही हों। उस समय बिजली भी चमकती है। ऐसा लगता है जैसे बूंदों का नृत्य देखकर आकाश का चेहरा खुशी से चमक उठता है।
3. उदाहरण के अनुसार निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द कोष्ठक में से ढूँढ़कर वाक्य में प्रयोग कीजिए :
(1) सुबह
(2) खुशी
(3) खुशबू
(4) बहुत
(5) मुसकाना
उदा., सुबह – प्रातःकाल
वाक्य : प्रातःकाल देवालय में पूजा होती है।
उत्तर :
(2) खुशी – आनंद
वाक्य : आज सैर में बड़ा आनंद आया।
(3) खुशबू – सुगंध
वाक्य : मुझे गुलाब की सुगंध अच्छी लगती है।
(4) बहुत – ज्यादा
वाक्य : आज ठंड ज्यादा है।
(5) मुसकाना – हँसना
वाक्य : जोकर को देखकर हँसना आता है।
4. इन यात्रियों को शब्दकोश के क्रम के आधार पर अपने-अपने डिब्बे में बैठाइए:
उत्तर :
योग्यता विस्तार
पढ़िए :
चम-चम — खोल-खोल
छम-छम — ठंडी-ठंडी
उपरोक्त शब्द काव्य में हैं, ऐसे ही अन्य शब्द ढूँढ़िए ।
उत्तर :
टप-टप, ढम-ढम, सन्-सन्, झर-झर, फट-फट आदि।
Hindi Digest Std 7 GSEB तब याद तुम्हारी आती है! Important Questions and Answers
निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए :
प्रश्न 1.
सुबह खुशी के गीत कौन गाता है?
A. कलियाँ
B. लहरें
C. हवाएँ
D. चिड़ियाँ
उत्तर :
D. चिड़ियाँ
प्रश्न 2.
सुबह दुनिया पर कौन मुसकाता है?
A. पत्तियाँ
B. डालियाँ
C. कलियाँ
D. लहरें
उत्तर :
C. कलियाँ
प्रश्न 3.
वर्षाऋतु में बूंदें कैसे गिरती हैं?
A. चम-चम
B. छम-छम
C. डम-डम
D. सन्-सन्
उत्तर :
B. छम-छम
प्रश्न 4.
कैसी हवा मस्ती ढोकर लाती है?
A. ठंडी
B. बरसाती
C. धीमी
D. तेज
उत्तर :
A. ठंडी
2. कोष्ठक में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
(हरियाली, मस्ती, सिरजनहार, खुशी, दुनिया)
(1) सुबह उठकर चिड़ियाँ कुछ गीत खुशी के गाती हैं।
(2) कलियाँ दरवाजे खोल-खोल जब दुनिया पर मुसकाती हैं।
(3) हे जग के सिरजनहार प्रभो, तब याद तुम्हारी आती है।
(4) मैदानों में, वन-बागों में जब हरियाली लहराती है।
(5) जब ठंडी-ठंडी हवा कहीं से मस्ती ढोकर लाती है।
3. सही वाक्यांश चुनकर पूरा वाक्य फिर से लिखिए :
प्रश्न 1.
सुबह उठकर चिड़ियाँ …
(अ) सूर्य का स्वागत करती हैं।
(ब) बच्चों का मन बहलाती हैं।
(क) खुशी के गीत गाती हैं।
उत्तर :
सुबह उठकर चिड़ियाँ खुशी के गीत गाती हैं।
प्रश्न 2.
वर्षाऋतु में हवा कहीं से …
(अ) पानी लाकर बरसती है।
(ब) मस्ती ढोकर लाती है।
(क) ठंडी-ठंडी लहरें लेकर आती है।
उत्तर :
वर्षाऋतु में हवा कहीं से मस्ती ढोकर लाती है।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में दीजिए :
प्रश्न 1.
सुबह खुशबू की लहरें क्या करती हैं?
उत्तर :
सुबह खुशबू की लहरें फूलों से बाहर आकर दौड़ लगाती हैं।
प्रश्न 2.
हरियाली कहाँ-कहाँ लहराती है?
उत्तर :
हरियाली मैदानों, वनों और बागों में लहराती है।
प्रश्न 3.
प्रकृति के मनोहर दृश्य देखकर कवि को किसकी याद आती है?
उत्तर :
प्रकृति के मनोहर दृश्य देखकर कवि को जग के सिरजनहार ईश्वर की याद आती है।
5. निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए :
ईश्वर की याद कब आती है?
उत्तर :
चिड़ियाँ सुबह जल्दी उठकर खुशी के गीत गाती हैं। कलियों की खुशबू चारों ओर फैलती है। बरसात में बूंदें गिरती हैं और बिजली चमकती है। मैदानों, वनों और बागों में हरियाली छा जाती है तथा ठंडी हवा मस्ती में चलती है। इन सभी अवसरों पर ईश्वर की याद आती है।
तब याद तुम्हारी आती है! Summary in Hindi
(1) जब बहुत …………….. आती है।
चिड़ियाँ भोर में जल्दी उठकर इस तरह चहचहाने लगती हैं जैसे वे खुशी के कुछ गीत गा रही हैं। कलियाँ भी अपने दरवाजे (पंखुड़ियाँ) खोल-खोलकर (सोती हुई) दुनिया पर मुसकाने लगती हैं। खुशबू की लहरें फूलों में से निकलकर चारों ओर फैलने लगती हैं। इस सृष्टि को रचनेवाले हे प्रभु, यह सब देखकर मुझे तुम्हारी याद आ जाती है।
(2) जब छम-छम बूंदें ……………. आती है। ___ वर्षाऋतु में छम-छमकर वर्षा की बूंदें गिरती हैं और चम-चमकर बिजली चमकती है। जब मैदानों, वनों और बागों में हरियाली लहराने लगती है। जब ठंडी-ठंडी हवा भी, पता नहीं कहाँ से, अपने साथ ढेर सारी मस्ती उठाकर ले आती है। यह सब देखकर, हे सृष्टि की रचना करनेवाले प्रभु, मुझे तुम्हारी याद आ जाती है।
तब याद तुम्हारी आती है! Summary in English
(1) Early in the morning, when the birds begin to warble songs of joy, when the buds peep through the petals and smile to the slumbering world, when aroma of flowers is carried on the winds in all directions, O creator of the universe I become conscious of your presence.
(2) When rain-drops patter on the floor in rainy season and the lightening flashes, when fields, woods and gardens are covered with green carpet, when cold wind from somewhere blows with joy, Ocreator of this universe, I become conscious of your presence.
तब याद तुम्हारी आती है! Summary in Gujarati
ત્યારે તમારી યાદ આવે છે (ભાવાનુવાદ)
(1) જ્યારે વહેલી સવારે પક્ષીઓ ઊઠીને એવી રીતે કલરવ કરવા લાગે છે જાણે ખુશીનાં ગીત ગાઈ રહ્યાં હોય. જ્યારે કળીઓ પણ પોતાનાં દ્વાર (પાંખડીઓ). ખોલી-ખોલીને (સૂતેલી) દુનિયા પ્રત્યે સ્મિત કરવા લાગે છે. જ્યારે સુગંધની લહેરો ફૂલોમાંથી નીકળીને ચારે તરફ ફેલાવા લાગે છે. ત્યારે આ (આ બધું જોઈને) સૃષ્ટિના સર્જનહાર હે ઈશ્વર, મને તમારી યાદ આવી જાય છે.
(2) વર્ષાત્રતુમાં જ્યારે છમછમ કરતાં વરસાદનાં ટીપાં નીચે પડે છે અને ચમ-રામ કરીને વીજળી ચમકે છે. જ્યારે મેદાનો, વનો અને બગીચાઓમાં હરિયાળી લહેરાવા લાગે છે. જ્યારે ઠંડા-ઠંડો પવન પણ ક્યાંકથી પોતાની સાથે ભરપૂર મસ્તી લઈને આવે છે. ત્યારે હે સૃષ્ટિના સર્જનહાર ઈશ્વર, મને તમારી યાદ આવી જાય છે.
विषय-प्रवेश
प्रकृति के सुंदर रूपों में सुबह के ताजगीभरे दृश्य बड़े प्यारे लगते हैं। इसी तरह वर्षा का मौसम भी बड़ा सुहावना होता है। प्रकृति के इन मनोहर रूपों की रचना ईश्वर ने की है। इसलिए इन्हें देखकर कवि को एक महान कलाकार के रूप में ईश्वर की याद आ जाती है।’
शब्दार्थ (Meanings)
सुबह – प्रात:काल, प्रभात; morning चिड़िया – गोरैया, पंछी; a bird कली – फूल का खिलने के पहले का रूप; a bud खुशबू – सुगंध; aroma लहर – तरंग, झोंका; wind सिरजनहार – सृष्टि की रचना करनेवाला, ईश्वर; creator, God बिजली – विद्युत; electricity, lightening हरियाली – हराभरा; greenary, green carpet मस्ती – आनंद, उल्लास; joy, gaiety ढोना – (बोझ) उठाना; to lift