Gujarat Board GSEB Textbook Solutions Class 11 Commerce Accounts Part 1 Chapter 10 सकल तलपट Textbook Exercise Questions and Answers.
Gujarat Board Textbook Solutions Class 11 Accounts Part 1 Chapter 10 सकल तलपट
स्वाध्याय – अभ्यास
प्रश्न 1.
प्रत्येक प्रश्न के लिये योग्य विकल्प पसंद कीजिए :
1. सकल तलपट किस प्रक्रिया के बाद तैयार की जाती है ?
(अ) रोजनामचा के बाद
(ब) समायोजन के बाद
(क) खाताबही के बाद
(ड) खाताबही से पहले
उत्तर :
(क) खाताबही के बाद
2. सकल तलपट के आधार पर कौन-सी जानकारी तैयार की जाती है ?
(अ) वार्षिक हिसाब
(ब) समायोजन
(क) खाताबही
(ड) सहायक बहीयाँ
उत्तर :
(अ) वार्षिक हिसाब
3. सकल तलपट में कितने समय का खाता होता है ?
(अ) 1 वर्ष का
(ब) कितने भी समय का
(क) 6 मास का
(ड) 3 मास का
उत्तर :
(अ) 1 वर्ष का
4. सकल तलपट किस-किस प्रकार से तैयार किया जा सकता है ?
(अ) सिर्फ पत्रक के स्वरूप से
(ब) सिर्फ खाता के स्वरूप से
(क) अन्य किसी भी तरह से
(ड) (अ) अथवा (ब)
उत्तर :
(ड) (अ) अथवा (ब)
5. गाणितिक दृष्टि से सकल तलपट का सत्य होना अर्थात् ……………………………
(अ) उधार पक्ष का अधिक योग
(ब) जमा पक्ष का अधिक योग
(क) दोनों तरफ का समान योग
(ड) दोनों तरफ का योग शून्य
उत्तर :
(क) दोनों तरफ का समान योग
प्रश्न 2.
निम्न प्रश्नों का एक वाक्य में उत्तर दीजिए :
1. सकल तलपट गाणितिक दृष्टि से सत्य कब कहलायेगा ?
उत्तर :
हिसाब लिखने का प्रारंभ क्रमानुसार व्यवहार की पहचान कर उसे रोजनामचा या सहायक बही में लिखकर उसकी खतौनी करने के बाद उसका शेष ज्ञात करके उधार या जमा शेष का योग किया जाता है और यह योग समान होने पर सकल तलपट गाणितिक रूप से सत्य माना जाता है । हिसाब गाणितिक दृष्टि से सत्य है यह विवरण दर्शाता पत्रक सकल तलपट है ।
2. सकल तलपट में कितने पक्ष होते है ?
उत्तर :
सकल तलपट में दो पक्ष होते है :
- उधार पक्ष
- जमा पक्ष
3. सकल तलपट के दोनों पक्ष के योग के बारे में आप क्या जानते है ?
उत्तर :
सामान्यत: कच्ची तलपट के दोनों पक्ष उधार और जमा का योग समान आए तो हिसाब गाणितिक दृष्टि से सही है ऐसा माना जाता है परन्तु हिसाब संपूर्ण सही है ऐसा नहीं कह सकते क्योंकि कई बार कच्ची तलपट का योग समान आता है, परन्तु उसमें भूलें पायी जाती है । हिसाब में कई बार ऐसी भूले होती है जो सिद्धांत या खाते के नाम से सम्बन्धित होती है ऐसी भूले कच्ची तलपट के योग पर कोई असर नहीं करती है इसलिए ऐसी भूल होने के बावजूद भी कई बार कच्ची तलपट का योग समान आता है ।
प्रश्न 3.
निम्न प्रश्नों के दो या तीन वाक्यों में उत्तर दीजिए :
1. योग पद्धति और शेष पद्धति समझाइए ।
उत्तर :
सकल तलपट तैयार करने की दो पद्धतियाँ है :
(i) योग पद्धति (Total method)
(ii) sta ne fa (Balance method)
(i) योग पद्धति : इस पद्धति में प्रत्येक खाते के उधार पक्ष और जमा पक्ष का योग किया जाता है और उस योग को सकल तलपट दर्शाया जाता है । यदि किसी खाते के दोनों तरफ का योग समान हो जाये तो भी उसका योग उधार और जमा की तरफ दर्शायः जाता है । इस प्रकार सभी खातों का योग दर्शाकर सकल तलपट तैयार की जाती है । सामान्यत: यह पद्धति कम प्रचलित है ।
(ii) शेष पद्धति : इस पद्धति में उधार पक्ष का योग और जमा पक्ष का योग के अंतर को सकल तलपट में दर्शाया जाता है । खाते के उधार पक्ष का योग अधिक हो तब अंतर खाते के जमा पक्ष में आता है, परंतु यह उधार शेष गिना जाता है । खाते के जमा पक्ष का योग अधिक हो तब अंतर खाते के उधार पक्ष में आता है और वह जमा शेष गिना जाता है । व्यवहार में यह पद्धति अधिक प्रचलित है । इस पद्धति के आधार पर वार्षिक हिसाब तैयार किये जाते हैं ।
2. सकल तलपट का पत्रक स्वरूप और खाता स्वरूप समझाइए ।
उत्तर :
सकल तलपट यह पत्रक स्वरूप एवं खाता स्वरूप दोनों तरह से तैयार किया जा सकता है ।
पत्रक स्वरूप में प्रथम खाना खाते का नाम, दूसरा खाताबही पन्ना नंबर, तीसरा उधार शेष रकम और चौथा जमा शेष रकम दर्शाया जाता है ।
खाता स्वरूप में प्रथम खाना उधार शेष दर्शानेवाले खाते का नाम और दूसरा खाना उधार शेषवाले खाते की रकम के लिये होता है । तीसरा खाना जमा शेष दर्शाते खाते का नाम और चौथा खाना जमा शेषवाले खाते की रकम के लिये है ।
3. सकल तलपट के दो लक्षण समझाइए ।
उत्तर :
सकल तलपट के लक्षण (Characteristics of trial balance):
- पत्रक है (It is a statement) : सकल तलपट यह खाता नहीं परंतु पत्रक स्वरूप में होता है ।
- निर्धारित समय (Specific period) : सकल तलपट यह निश्चित समय के लिये तैयार किया जाता है । सामान्यत: इसे 1 वर्ष अर्थात्
12 मास के हिसाबी वर्ष के अंत में तैयार किया जाता है । हालांकि 12 मास से कम समय का भी सकल तलपट तैयार करना हो तो तैयार किया जा सकता है ।
4. सकल तलपट के दो उद्देश्य समझाइए ।
उत्तर :
सकल तलपट के उद्देश्य (Objectives of trial balance):
- गाणितिक सुरक्षा (Arithmetical accuracy) : खाताबही में तैयार किये गये सभी खातों की जाँच सकल तलपट द्वारा की जाती है । अर्थात् उधार पक्ष का योग और जमा पक्ष का योग समान है, इसकी जाँच की जाती है ।
- भूलें ज्ञात कर उसे सुधारना : सकल तलपट में दोनों तरफ का योग मिल जाये अर्थात् हिसाब सही है, यह मान्यता गलत है । कितनी बार सकल तलपट के दोनों तरफ का योग मिल जाये फिर भी उसमें भूलें रही हुई होती है । उन भूलों को ज्ञात कर उसे सुधारने का कार्य किया जा सकता है ।
5. सत्य और योग्य ख्याल कब बनता है ?
उत्तर :
धंधे के हिसाब सत्य और योग्य है इस संबंध में जानकारी दो बातों पर तय होती है :
- (i) हिसाब गाणितिक दृष्टि से सत्य है,
- (ii) हिसाब नियमों के आधार पर तैयार किये गये हैं ।
उपरोक्त दोनों बातें हिसाबों की सत्यता जाँचने के लिये उपयोगी है । हिसाब नामा पद्धति के निश्चित नियम के आधार पर (व्यक्ति, माल संपत्ति, उपज-खर्च खाता) अगर लिखा गया हो तो हिसाब सत्य परिस्थिति दर्शाते है ।
प्रश्न 4.
निम्न दिये गये विवरणों के आधार पर प्रवीण पटेल का तारीख 31.3.2016 के रोज पूरा होते वर्ष का सकल तलपट तैयार कीजिए :
उत्तर :
सूचना :
उपरोक्त सकल तलपट पत्रक स्वरूप में तैयार की गई है ।
सूचना : उपरोक्त सकल तलपट खाता स्वरूप में तैयार की गई है ।
* उधार और जमा शेष सम्बन्धी स्पष्टता शेष व्यक्तिगत खाता
प्रश्न 5.
निम्न दिये गये खातों के शेष पर से श्री ब्रिजमोहन का ता. 31.3.2016 के दिन की सकल तलपट तैयार करो :
उत्तर :
सूचना : उपरोक्त सकल तलपट पत्रक स्वरूप में तैयार की गई है ।
सूचना : उपरोक्त सकल तलपट खाता स्वरूप में तैयार की गई है ।
* उधार और जमा शेष संबंधी स्पष्टता :
प्रश्न 6.
वल्लभ द्वारा निम्न अनुसार सकल तलपट तैयार की गई है । अगर उसमें कोई भूल हुई हो तो सुधारी हुई सकल तलपट बनाकर उसके कारण दीजिए :
उत्तर :
इसमें जमा पक्ष का योग 1,08,800 और उधार पक्ष का योग रु. 91,900 है । अंतर जमा पक्ष में 1,08,80) – 91.900 = 16.90) अधिक है । इसलिये उपरोक्त दी सकल तलपट के जमा पक्ष में से रु. 16,900 घटा दिया जायेगा, जबकि उधार पक्ष के योग में रु. 16,900 जोड़ दिया जायेगा ।
प्रश्न 7.
श्री परेशकुमार का तारीख 31.3.2016 के दिन की सकल तलपट उधार शेष और जमा शेष के योग का अंतर दर्शाता है । भूलें ज्ञात करके सुधारी हुई सकल तलपट तैयार कीजिए ।
उत्तर :
इसमें जमा पक्ष का योग रु. 1,74,000 और उधार पक्ष का योग रु. 1,10,412 है । अंतर जमा पक्ष में 1,74,000 – 1,10,412 = 63,588 रु. अधिक है । इसलिये उपरोक्त दी सकल तलपट के जमा पक्ष के योग में से रु. 63,588 घटा दिया जायेगा, जबकि उधार पक्ष के योग में रु. 63,588 जोड़ दिया जायेगा ।