GSEB Solutions Class 11 Hindi Chapter 17 गज़ल

Gujarat Board GSEB Hindi Textbook Std 11 Solutions Chapter 17 गज़ल Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.

GSEB Std 11 Hindi Textbook Solutions Chapter 17 गज़ल

GSEB Std 11 Hindi Digest गज़ल Textbook Questions and Answers

स्वाध्याय

1. निम्नलिखित दिए गये विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर प्रश्नों के उत्तर दीजिए :

प्रश्न 1.
कवि कैसे रास्ते पर भी चलते रहने की बात करता है ?
(क) पथरीले रास्ते
(ख) काँटेवाले रास्ते
(ग) चिकने रास्ते
(घ) टेढ़े रास्ते
उत्तर :
कवि काटेवाले रास्ते पर भी चलते रहने की बात करता है।

प्रश्न 2.
जीत हो या हार लेकिन कवि क्या करने को हमेशा तत्पर है ?
(क) पर्यटन
(ख) देशाटन
(ग) परामर्श
(घ) संघर्ष
उत्तर :
जीत हो या हार लेकिन कवि संघर्ष करने को हमेशा तत्पर है।

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प्रश्न 3.
कवि ने दुनिया को रोशनी देने के लिए क्या जला दिया है ?
(क) घर
(ख) खेत
(ग) मशाल
(घ) कपड़े
उत्तर :
कवि ने दुनिया को रोशनी देने के लिए घर जला दिया है।

प्रश्न 4.
कवि किससे दो-दो हाथ करने की सोचता है ?
(क) दुश्मन
(ख) आंतकवादी
(ग) मौत से
(घ) चोर से
उत्तर :
कवि मौत से दो-दो हाथ करने की सोचता है।

2. निम्नलिखित प्रश्नों के एक-एक वाक्य में उत्तर दीजिए :

प्रश्न 1.
लोगों के दिलों में पलने के लिए कवि क्या कर सकता है ?
उत्तर :
लोगों के दिलों में पलने के लिए कवि संघर्ष करते हुए जान गवाने के लिए तैयार रह सकता है।

प्रश्न 2.
मौत के भी सामने आने पर क्या करना चाहिए ?
उत्तर :
मौत के सामने आने पर सीना तानकर उससे लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।

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प्रश्न 3.
कलम छिन जाने पर कवि क्या करेगा ?
उत्तर :
कलम छिन जाने पर कवि अपना सर्वस्व निछावर करके लोगों में चेतना जगाता रहेगा।

प्रश्न 4.
मुसीबत में भी किस तरह हँसते रहना चाहिए ?
उत्तर :
मुसीबत में भी चिंताएं छोड़कर मदमस्त होकर हँसते रहना चाहिए।

3. निम्नलिखित प्रश्नों के सविस्तार उत्तर दीजिए :

प्रश्न 1.
सुख, शान्ति के लिए कवि क्या करना चाहता है ?
उत्तर :
कवि संसार में सुख-शांति चाहता है। इसके लिए संघर्ष करने में वह अपने आप को खपा देने को तैयार है। यहाँ तक कि उसे अपना सर्वस्व न्योछावर करने में भी कोई संकोच नहीं है। लोग उसके मार्ग में कितने ही व्यवधान डालें, कवि उनकी परवाह किए बिना अपने लक्ष्य पर बढ़ता रहेगा। आंधी-तूफानों में वह दीपक की तरह लोगों के कल्याणमार्ग को रोशन करेगा। कैसी भी कठिनाइयाँ आएँ, वह उनसे डरकर हार नहीं मानेगा। मौत आएगी तो उसका भी वह सीना तानकर सामना करेगा। वह किसी भी अन्याय के सामने नहीं झुकेगा। इस तरह सुख-शांति के लिए कवि हर तरह का संघर्ष करते हुए अपना बलिदान देना चाहता है।

प्रश्न 2.
‘मनुष्य का जीवन संघर्ष से भरा है’ कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
मनुष्य का जीवन काँटोंभरा मार्ग है। इसमें कदम-कदम पर व्यवधान आते हैं। आंधी-तूफान जैसी भयंकर परिस्थितियाँ जीवन-मार्ग को कठिन बना देती हैं। कठिन संघर्ष में अपने आप को खपा देने के लिए तैयार रहना पड़ता है। कभी-कभी तो संघर्ष करने के साधन भी छिन जाते हैं और अन्याय से लड़ते हुए जान गवाने की नौबत भी आ ययार के योद्धा की तरह मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार मनुष्य का जीवन तरह-तरह के संघर्षों से भरा है।

4. आशय स्पष्ट कीजिए :

प्रश्न 1.
आँधियों में भी दिया बनकर के मैं जलता रहूँगा ।
उत्तर :
आंधी में बहुत शक्ति होती है। उसके सामने मिट्टी के मामूली ‘दिये’ की कोई औकात नहीं होती। इसके बावजूद मामूली दीपक तेज आँधी में भी जलते रहने का अपना धर्म निभाता रहता है, भले ही वह बुझ जाए, नष्ट हो जाए। लेखक भी इसी तरह बड़ी-से-बड़ी मुसीबत का सामना करते हुए संघर्ष करते रहना चाहते हैं, भले ही इस प्रयास में उन्हें मिट जाना पड़े।

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प्रश्न 2.
जीत हो या हार पर संघर्ष मैं करता रहूँगा।
उत्तर :
मुश्किलों का सामना करने में सफलता और असफलता दोनों ही मिल सकती है। इसलिए संघर्ष करने में इस बात का विचार नहीं करना चाहिए कि इसमें केवल जीत ही हासिल होगी। मुख्य बात है सामना करना अर्थात् संघर्ष करना। इसलिए कवि फल की चिंता किए बिना संघर्ष, करते रहना चाहता है।

5. काव्यपंक्ति पूर्ण कीजिए :

प्रश्न 1.
मैंने अपना घर जलाकर…………..
…………….इसलिए मरता रहूँगा।
उत्तर :
मैंने अपना घर जलाकर रोशनी दुनिया को दी है।
मिल सके सुख इस जहाँ को इसलिए मरता रहूंगा।

प्रश्न 2.
हाथ से मेरे कलम भी ………….
………….गीत मैं लिखता रहूँगा।
उत्तर :
हाथ से मेरे कलम भी छीन ले चाहे जमाना,
फिर भी अपने खून से तो गीत में लिखता रहूंगा।

6. पर्याववाची शब्द लिखिए :

प्रश्न 1.

  1. काँटा
  2. दिया
  3. हमेशा
  4. डर
  5. जीत
  6. हार

उत्तर :

  1. काँटा = शूल
  2. दिया = दीपक
  3. हमेशा = सदा
  4. डर = भय
  5. जीत = जय
  6. हार = पराजय

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7. विलोम शब्द लिखिए :

प्रश्न 1.

  1. डर
  2. हमेशा
  3. काँटा
  4. रोशनी
  5. मुश्किल

उत्तर :

  1. डर × निर्भयता
  2. हमेशा × कभी-कभी
  3. काँटा × फूल
  4. रोशनी × अंधेरा
  5. मुश्किल × आसान

GSEB Solutions Class 11 Hindi गज़ल Important Questions and Answers

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए :

प्रश्न 1.
कवि ने दुनिया को रोशनी कैसे दी है?
उत्तर :
कवि ने अपना घर जलाकर दुनिया को रोशनी दी है।

प्रश्न 2.
दुनिया को सुख देने के लिए कवि क्या करता रहेगा?
उत्तर :
दुनिया को सुख देने के लिए कवि संघर्ष करते हुए अपने आप को खपाता रहेगा।

व्याकरण

समानार्थी शब्द लिखिए :

  • खून = रक्त, लहू
  • मदमस्त = अलमस्त
  • जहाँ = दुनिया, जमाना
  • जगत = विश्व
  • राह = मार्ग

विरुद्धार्थी शब्द लिखिए :

  1. मौत × जिंदगी
  2. हार × जीत

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शब्दों में से उपसर्ग अलग कीजिए :

  • विजय – वि
  • बेहद – बे
  • परिस्थिति – परि
  • सार्थक – स
  • स्वाभिमान – स्व
  • अद्वितीय – अ
  • व्यवधान – वि

शब्दों में से प्रत्यय अलग कीजिए :

  • रोशनी – ई
  • कठिनाई – आई
  • सार्थक – क
  • संघर्षरत – रत
  • हिम्मतपूर्वक – पूर्वक
  • द्वितीय – ईय
  • ऐतिहासिक – इक

गज़ल Summary in Gujarati

ભાવાત્મક અનુવાદ :

કવિ કહે છે કે ભલે લોકો મારા માર્ગમાં અનેક વિઘ્નો ઊભાં કરે, હું તેમની પરવા કર્યા વિના પોતાના માર્ગે આગળ વધતો રહીશ. આંધી-તોફાનોમાં પણ જે રીતે નાજુક ‘દીવો’ તેમનો સામનો કરતો ઝગમગતો રહે છે, તેવી રીતે કઠોરમાં કઠોર પરિસ્થિતિમાં દીવાની. જેમ હું મારું અસ્તિત્વ જાળવી રાખીશ.

કવિ કહે છે કે ભલે ને મોતનો સામનો કરવો પડે, હું સામી છાતીએ તેની સાથે લડવા સદા તૈયાર રહીશ. તે પ્રમાણે લડતાં ભલે મારો જીવ ગુમાવવો પડે, હું શાનથી જીવ આપવા માટે તૈયાર રહીશ, કારણ કે સંઘર્ષ કરતી વખતે જીવ હોમતાં મને લોકો હંમેશાં પોતાના હૃદયમાં જાળવી રાખશે.

કવિ કહે છે, મુશ્કેલીઓથી ડરીને મરી જનારા લોકોમાં હું નથી. હું લડવાથી ડરતો નથી. પછી લડાઈમાં ભલે જીત થાય કે હાર, હું તેની પરવા કરતો નથી. હું મારો સંઘર્ષ, ચાલુ રાખીશ.

કવિ કહે છે, કે મારા સંઘર્ષોથી દુનિયાના લોકોને બોધ મળશે. હું સંઘર્ષ કરતો કરતો મારી જાતને હોમતો રહીશ, જેથી આ સંસારના લોકોને સુખ મળી શકે.

કવિ કહે છે, કે આ જમાનાના લોકો ભલે કલમ અર્થાત્ સંઘર્ષરૂપી હથિયાર છીનવી લે તોપણ મને કશો ફરક પડતો નથી. હું મારું સર્વસ્વ હોમીને લોકોમાં ચેતના જાગ્રત કરતો રહીશ.

કવિ કહે છે, કે આ પ્રયાસમાં મારું મૃત્યુ થઈ જાય તો પણ મને તેની કશી પરવા નથી. જો આ પ્રયાસમાં હું સમાપ્ત થઈ જાઉં તો ઇતિહાસ બની જઈશ અર્થાત્ અમર થઈ જઈશ.

કવિ કહે છે કે જો હું એવો બની જાઉં તો દરેક મુસીબતનો નિશ્ચિત થઈને સામનો કરતો રહીશ અને હંમેશાં ખુશ રહીશ.

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गज़ल Summary in Hindi

विषय प्रवेश :

प्रस्तुत गज़ल में कवि ने मुसीबतों से घबराकर किनारा करने के बजाय हिम्मतपूर्वक उनका सामना करने की सीख दी है। वे कहते हैं कि मनुष्य को हर परिस्थिति में संघर्षरत रहना चाहिए। इसी में जीवन की सार्थकता है।

मुहावरे – अर्थ और वाक्य-प्रयोग

सीना तानना – स्वाभिमान से भरपूर होना, मुकाबले को तैयार रहना
वाक्य : सीमा पर भारतीय जवान पाकिस्तानी सैनिकों से लड़ने के लिए सीना तानकर खड़े रहते हैं।

दिलों में पलना – बेहद प्यार पाना, बेहद सम्मान पाम
वाक्य : देश को आजाद करानेवाले महान नेता जनता के दिलों में पलते हैं।

दो-दो हाथ करना- युद्ध करना, लड़ना
वाक्य : पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए उससे दो-दो हाथ करना ही होगा।

इतिहास होना-अमर होना, अद्वितीय काम करना
वाक्य : देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण गैवानेवाले सैनिक इतिहास हो जाते हैं।

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कविता का सरल अर्थ :

राह में …. जलता रहूंगा।

कवि कहते हैं कि चाहे लोग मेरे मार्ग में कितने ही व्यवधान क्यों न डाले, पर मैं उनकी परवाह न करके अपने मार्ग पर आगे-ही-आगे बढ़ता रहूंगा। आंधी-तूफान में भी जिस प्रकार नाजुक ‘दिया’ उसका सामना करते हुए टिमटिमाता रहता है, उसी प्रकार कठिन-से-कठिन परिस्थिति में मैं “दिये’ की तरह अपना अस्तित्व बनाए ही रखूगा।

तान कर …….. पलता रहूंगा।

कवि कहते हैं कि चाहे मौत का सामना क्यों न करना पड़े, मैं सीना तान कर उससे लड़ने के लिए सदा तैयार रहूंगा। इसमें भले ही मुझे अपनी जान ही क्यों न गवानी पड़े, मैं शान से जान देने के लिए तैयार रहूंगा। क्योंकि संघर्ष करते हुए जान गंवाने पर लोग मुझे हमेशा अपने दिलों में बसाकर रखेंगे।

मुश्किलों से ……. करता रहूंगा।

कवि कहते हैं कि मैं कठिनाइयों से डरकर मर जानेवाले लोगों में से नहीं हूँ। मैं लड़ने से नहीं डरता। फिर लड़ाई में चाहे जीत हो या हार, मैं इसकी परवाह नहीं करता। मैं अपना संघर्ष जारी रखूगा।

मैंने अपना ……. मरता रहूँगा।

कवि कहते हैं कि मेरे संघर्ष से दुनियावालों को सीख मिलेगी। मैं संघर्ष करते हुए अपने आप को खपाता रहूंगा, ताकि इस संसार के लोगों को सुख मिल सके।

हाथ से मेरे ……. लिखता रहूँगा।

कवि कहते हैं कि जमानेवाले चाहे मेरी कलम अर्थात् संघर्ष रूपी हथियार छीन भी लें, तो भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं अपना सर्वस्व निछावर करके लोगों में चेतना जगाता रहूंगा।

सोचता हूँ …….. बनता रहूंगा।

कवि कहते हैं कि इस प्रयास में यदि मेरी मृत्यु हो जाए, तो भी इसकी मुझे कोई परवाह नहीं है। अगर मैं इस प्रयास में मिट गया, तो भी मैं इतिहास बन जाऊँगा, अर्थात् अमर हो जाऊँगा।

चाहता हूँ ……. हँसता रहूंगा।

कवि कहते हैं कि मैं चाहता हूं कि यदि मैं ऐसा बन जाऊ, तो मैं हर मुसीबत का, निश्चिंत होकर सामना करता रहूंगा और सदा खुश रहूंगा।

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गज़ल शब्दार्थ :

  • राह – रास्ता।
  • दिया – दीपक।
  • शान – गर्व।
  • पलना – हष्ट-पुष्ट होना।
  • मुश्किल – मुसीबत, कठिनाई।
  • संघर्ष – विकट परिस्थितियों से निकलकर आगे बढ़ने की कोशिश।
  • रोशनी – प्रकाश।
  • जहाँ – संसार।
  • जमाना – समय।
  • पौत – मृत्यु।
  • इतिहास बनना – अपने कार्यों को दर्ज कराना।
  • मुसीबत – आफत, संकट।
  • मदमस्त – निश्चिंत।

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