Gujarat Board GSEB Solutions Class 6 Hindi Chapter 6 सुबह Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.
Gujarat Board Textbook Solutions Class 6 Hindi Chapter 6 सुबह
GSEB Solutions Class 6 Hindi सुबह Textbook Questions and Answers
अभ्यास
1. उदाहरण के अनुसार निम्नलिखित शब्दों का वाक्य में प्रयोग कीजिए:
उदाहरण : मंडराना – आकाश में काले-काले बादल मंडराने लगे।
(1) बाधा
(2) उत्सुकता
(3) दृढ़ता
(4) बुजुर्ग
(5) व्यस्त
उत्तर :
(1) बाधा – हमारे रास्ते में कई बाधाएँ आईं।
(2) उत्सुकता – मुझे मेला देखने की बड़ी उत्सुकता थी।
(3) दृढ़ता – व्यायाम से शरीर में दृढ़ता आती है।
(4) बुजुर्ग- हमें बुजुर्गों का आदर करना चाहिए।
(5) व्यस्त – सुबह होते ही सब अपने-अपने काम में व्यस्त हो जाते हैं।
2. (अ) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
“दीदी, आपका यह धमाकेदार धक्का मुझे हमेशा याद रहेगा।” – गोलू ने रेशमा से ऐसा क्यों कहा?
उत्तर :
“दीदी, आपका यह धमाकेदार धक्का मुझे हमेशा याद रहेगा।” गोलू ने रेशमा से ऐसा कहा, क्योंकि उस धक्के के कारण वह पटाखे से जलने से बच गया था।
प्रश्न 2.
रेशमा की शारीरिक कमी उसके इरादों में कभी बाधा नहीं बनी – भाव समझाइए।
उत्तर :
पोलियो के कारण रेशमा के दोनों पाँव बेजान हो गए थे, लेकिन इस शारीरिक कमी से उसकी हिंमत में कमी नहीं आई थी। वह हर काम पूरे आत्मविश्वास और लगन से करती थी। पोलियो से उसके पैर निकम्मे हो गए थे, पर उसका मन कमजोर नहीं हुआ था।
(ब) यदि आपकी कक्षा में रेशमा की तरह का कोई बच्चा दाखिला ले तो आप
प्रश्न 1.
किन-किन बातों का ध्यान रखेंगे?
उत्तर :
यदि हमारी कक्षा में रेशमा की तरह का कोई विकलांग बच्चा दाखिला ले तो मैं उसकी हँसी नहीं उड़ाऊँगा। मैं उसके प्रति पूरी हमदर्दी रखूगा और इस बात का ख्याल रखूगा कि मेरे किसी व्यवहार से उसके दिल को चोट न पहुंचे।
प्रश्न 2.
किस तरह उसकी सहायता करेंगे?
उत्तर :
मैं खेल-कूद तथा अन्य प्रवृत्तियों में अपने विकलांग सहपाठी को अवश्य शामिल करूंगा। मैं किसी भी तरह उसकी उपेक्षा नहीं होने दूंगा।
प्रश्न 3.
विद्यालय में क्या परिवर्तन करना चाहेंगे?
उत्तर :
मैं आचार्यजी से निवेदन करूँगा कि वे शाला में ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करें, जिनमें विकलांग विद्यार्थी भी भाग ले सकें।
प्रश्न 4.
बाकी बच्चों को, क्या सलाह देंगे?
उत्तर :
मैं बाकी बच्चों को यह सलाह दूंगा कि वे उस विकलांग साथी को पूरा सहयोग दें और उसके साथ प्रेमपूर्ण व्यवहार करें।
3. सोचकर बताइए :
प्रश्न 1.
दीपावली पर आपके परिवार में क्या-क्या विशेष तैयारियाँ की जाती हैं?
उत्तर :
दीपावली पर हमारे परिवार में सर्वप्रथम पूरे घर की सफाई की जाती है। सभी चीजों को झाड़-पोंछकर उन्हें फिर से व्यवस्थित ढंग से रखा जाता है। इसके बाद कुछ मीठे और कुछ नमकीन पकवान बनाए जाते हैं। परिवार के सदस्यों के लिए नए कपड़े सिलाए या खरीदे जाते हैं।
प्रश्न 2.
क्या दीपावली पर पटाखे छुड़ाने चाहिए? क्यों?
उत्तर :
दीपावली पर पटाखे नहीं छुड़ाने चाहिए, क्योंकि इससे थोड़ी-सी खुशी मिलती है परंतु भारी खतरा रहता है। पटाखों के कारण पैसों की बरबादी होती है और वायु-प्रदूषण बढ़ता है।
प्रश्न 3.
किसी ऐसी घटना का वर्णन कीजिए जब आपको किसी ने बचाया हो या आपने किसी की सहायता की हो।
उत्तर :
पिछले वर्ष मैं अपने मामाजी के गाँव गया था। वहाँ नदी में नहाते-नहाते मैं गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। तैरना न आने से मेरे प्राण संकट में थे। मेरे साथ नहाने के लिए आए लड़के ने यह देखा। वह तुरंत तैरकर मेरे पास आया और मुझे किनारे तक खींचकर ले गया। उसकी सूझबूझ और प्रयत्न से उस दिन मैं डूबने से बच गया। उस घटना को मैं कभी नहीं भूल सकता।
स्वाध्याय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
सुबह से घर के सभी लोग सफाई क्यों कर रहे थे?
उत्तर :
दीपावली का त्यौहार निकट था। त्यौहार से पहले ही सब घरों में साफसफाई होने लगती है। इसलिए सुबह से घर के सभी लोग साफ-सफाई कर रहे थे।
प्रश्न 2.
रेशमा को घर की सफाई में क्यों नहीं लगाया गया होगा?
उत्तर :
रेशमा जब पाँच वर्ष की थी, तब उसे पोलियो हो गया था। उसके दोनों पैर निकम्मे हो गए थे। इसी शारीरिक कमी के कारण उसे घर की सफाई में नहीं लगाया गया होगा।
प्रश्न 3.
रेशमा ने अपनी माँ के काम में किस तरह मदद की?
उत्तर :
अलमारी से बरतन और डिब्बे उतारकर साफ किए गए थे। रेशमा ने डिब्बों पर लेबल लगाए। फिर वह एक-एक बरतन और डिब्बा माँ को देती गई और माँ उन्हें व्यवस्थित ढंग से रखती गई। इस प्रकार पहियेदार कुर्सी पर बैठे-बैठे रेशमा ने माँ की मदद की।
प्रश्न 4.
माँ ने रेशमा को बाज़ार क्यों भेजा?
उत्तर :
माँ को लड्डू बनाने के लिए कुछ सामान की जरूरत थी। पति दफ्तर चले गए थे। बेटा गोलू अभी बहुत छोटा था। दादा और दादी बहुत बुजुर्ग थे। माँ को परेशान देखकर रेशमा ने माँ से कहा कि आप मुझे सामान की सूची और एक थैली दे दीजिए। सामान मैं ले आऊँगी। रेशमा की आवाज में दृढ़ता थी। वह पहले भी एक बार सामान ला चुकी थी। इसलिए माँ ने रेशमा को बाज़ार भेजा।
प्रश्न 5.
रेशमा ने गोलू को धक्का क्यों मारा?
उत्तर :
गोलू ने एक पटाखे को बुझा हुआ समझकर छोड़ दिया था। कुछ देर बाद उसमें से चिनगारियाँ निकलने लगीं। गोलू की पीठ पटाखे की तरफ थी। रेशमा ने यह देखा और चिल्लाकर गोलू को हट जाने के लिए कहा, पर शोरगुल के कारण उसे सुनाई नहीं दिया। रेशमा जल्दी-जल्दी अपनी कुर्सी को ढकेलती हुई गोलू के पास पहुंची और उसे जोर से धक्का मारकर खुद आगे निकल गई। उसी समय पटाखा जोर से फूटा। इस प्रकार गोलू को पटाखे से बचाने के लिए रेशमा ने उसे धक्का मारा। थे। मेरे साथ नहाने के लिए आए लड़के ने यह देखा। वह तुरंत तैरकर मेरे पास आया और मुझे किनारे तक खींचकर ले गया। उसकी सूझबूझ और प्रयत्न से उस दिन मैं डूबने से बच गया। उस घटना को मैं कभी नहीं भूल सकता।
2. रेशमा की जिंदादिली’ विषय पर संक्षिप्त में लिखिए।
पोलियो के कारण रेशमा के पैर निकम्मे हो गए थे। लेकिन इस शारीरिक कमी का उसके मन पर कोई असर नहीं हुआ। वह अपने सारे काम स्वयं करती है। वह अपने काम के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहती। घर के कामों में भी वह पूरी लगन से माँ का हाथ बँटाती है। अपनी पहियेदार कुर्सी पर बैठकर वह बाज़ार से सामान भी ले आती है। सचमुच, रेशमा एक जिंदादिल लड़की है।
3. नीचे दी गई घटनाओं को कहानी के क्रम में लिखिए :
(1) सबने रेशमा की पीठ थपथपाई।
(2) रेशमा ने गोलू को जोर से धक्का मारा।
(3) रेशमा बाज़ार से सामान लाई।
(4) रेशमा का घर दीयों के झिलमिल प्रकाश से जगमगाने लगा।
(5) गोलू अपने दोस्तों के साथ पटाखे छुड़ाने में मस्त था।
(6) माँ ने रेशमा से कहा – “कहीं चोट तो नहीं लगी?”
उत्तर :
(1) रेशमा बाज़ार से सामान लाई।
(2) रेशमा का घर दीयों के झिलमिल प्रकाश से जगमगाने लगा।
(3) गोलू अपने दोस्तों के साथ पटाखे छुड़ाने में मस्त था।
(4) रेशमा ने गोलू को जोर से धक्का मारा।
(5) माँ ने रेशमा से कहा – “कहीं चोट तो नहीं लगी?”
(6) सबने रेशमा की पीठ थपथपाई।
4. निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ देकर वाक्य में प्रयोग कीजिए :
(1) आँखों का तारा होना
(2) हाथ बँटाना
(3) पीठ थपथपाना
उत्तर :
देखिए पृष्ठ 72-73 : मुहावरे – अर्थ और वाक्य-प्रयोग।
5. उदाहरण के अनुसार शब्द का उपयोग करके वाक्य लिखिए :
उदाहरण : कि – की
कि– उसने कहा कि “मैं निर्दोष हूँ।”
की – मैंने नवीन की सहायता की।
(1) इसलिए – ताकि
(2) क्योंकि – जबकि
(3) ओर – और
(4) मैं – में
उत्तर :
(1) इसलिए – मदारी तमाशा दिखा रहा है, इसलिए लोग जमा हो गए हैं।
ताकि – मैदान में पुलिस का बंदोबस्त किया गया था ताकि सभा में कोई गडबड़ी न हो।
(2) क्योंकि – मैंने छाता खरीदा, क्योंकि वर्षाऋतु आ गई थी।
जबकि- बेटी साँवली है, जबकि माँ-बाप दोनों गोरे हैं।
(3) ओर – मैं आपकी ओर ही आ रहा था।
और – भाई और बहन दोनों बहुत अच्छे हैं।
(4) मैं – मैं पढ़ता हूँ।
में – बच्चे घर में शोर मचा रहे हैं।
वचन
नीचे दिए हुए वाक्य पढ़िए :
ऊपर के वाक्यों में रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए :
‘अ’ विभाग में ‘लड़का’, ‘कमरा’, ‘लड़की’, ‘पुस्तक’ – ये रेखांकित शब्द हैं।
‘लड़का’ शब्द से एक ही लड़का, ‘कमरा’ शब्द से एक ही कमरा, ‘लड़की’ शब्द से एक ही लड़की और ‘पुस्तक’ शब्द से एक ही पुस्तक सूचित होती है। ये शब्द एकवचन में हैं।
‘ब’ विभाग में ‘लड़के’, ‘कमरे’, ‘लड़कियाँ’, ‘पुस्तकें’ – ये रेखांकित शब्द हैं।
ये शब्द एक से अधिक लड़के, एक से अधिक कमरे, एक से अधिक लड़कियाँ और एक से अधिक पुस्तकें सूचित करते हैं। ये शब्द बहुवचन में हैं।
शब्द के जिस रूप से संख्या सूचित हो, उसे वचन कहते हैं।
शब्द के जिस रूप से एक ही प्राणी या वस्तु सूचित हो, उसे एकवचन कहते हैं। जैसे – लड़का, कमरा, लड़की, पुस्तक।
शब्द के जिस रूप से एक से अधिक प्राणियों या वस्तुओं का बोध हो, उसे बहुवचन कहते हैं। जैसे– लड़के, कमरे, लड़कियाँ, पुस्तकें।
6. (अ) नीचे दिए गए वाक्यों का वचन-परिवर्तन कीजिए :
उदाहरण : माँ को मिलते ही मेरी खुशी का ठिकाना न रहा।
माँ को मिलते ही हमारी खुशियों का ठिकाना न रहा।
(1) ऐसी कई घटनाएँ मेरे साथ घटी है।
(2) परिचारिका ने मरीज की अच्छी तरह से देखभाल की।
(3) रात को मैंने सुंदर सपना देखा।
(4) भूकंप का झटका आया, फिर भी मैं नहीं घबराया।
उत्तर :
(1) ऐसी एक घटना मेरे साथ घटी हैं।
(2) परिचारिका ने मरीजों की अच्छी तरह से देखभाल की।
(3) रात को हमने सुंदर सपन देखा।
(4) भूकंप के झटके आए, फिर भी मैं नहीं घबराया।
(ब) नीचे दिए गए शब्दों को चित्र में शब्दकोश के क्रमानुसार लिखिए :
मेहनत, भूकंप, सुंदर, मरीज, श्रेष्ठ, निर्दोष, तूफान, अंगूर, आकाश
उत्तर :
भाषा-सज्जता
विशेषण
निम्नलिखित वाक्य पढ़िए :
(1) साहिल अच्छा लड़का है।
(2) ये महँगे पटाखे हैं।
(3) ग्वाले के हाथ में लंबी लाठी है।
(4) एक नाव किनारे पर खड़ी है।
ऊपर के वाक्यों में रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए।
(1) साहिल कैसा लड़का है? – अच्छा
(2) पटाखे कैसे हैं? – महँगे
(3) ग्वाले के हाथ में कैसी लाठी है? – लंबी
(4) किनारे पर कितनी नावें है? – एक
इस प्रकार ‘अच्छा’, ‘महँगे’, ‘लंबी’, ‘एक’ – ये शब्द अपने साथवाली संज्ञा की विशेषता या उसका गुण या संख्या बताते हैं। ये रेखांकित शब्द विशेषण है।
संज्ञा शब्द की विशेषता बतानेवाला शब्द ‘विशेषण’ कहलाता है।
(अ) निम्नलिखित वाक्यों में से विशेषण छाँटकर लिखिए :
(1) रेशमा हिम्मती लड़की है।
(2) छोटा बच्चा फिसल गया।
(3) कक्षा में दस लड़कियाँ बैठी हैं।
(4) उसकी हर सुबह नई सुबह होती है।
(5) कुत्ता वफ़ादार प्राणी है।
उत्तर :
(1) हिम्मती
(2) छोटा
(3) दस
(4) हर, नई
(5) वफ़ादार
(ब) निम्नलिखित वाक्यों में विशेषण शब्दों को रेखांकित कीजिए :
(1) यह एक सुंदर चित्र है।
(2) आसमान में काले-काले बादल छाए हुए हैं।
(3) ऊँचे पेड़ पर सुंदर फल लगे हैं।
(4) बाग में कुछ पेड़ बड़े हैं।
(5) पानी में रंगबिरंगी मछलियाँ हैं।
(6) सफेद बकरी हरी घास खा रही है।
उत्तर :
(1) यह एक सुंदर चित्र है।
(2) आसमान में काले-काले बादल छाए हुए हैं।
(3) ऊँचे पेड़ पर सुंदर फल लगे हैं।
(4) बाग में कुछ पेड़ बड़े हैं।
(5) पानी में रंगबिरंगी मछलियाँ है।
(6) सफेद बकरी हरी घास खा रही है।
योग्यता विस्तार
पटाखें छुड़ाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर :
पाठ्यपुस्तक पृष्ठ पर ‘योग्यता विस्तार’ में लिखी बातें पढ़िए।
Hindi Digest Std 6 GSEB सुबह Important Questions and Answers
1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए :
प्रश्न 1.
रेशमा अब ……………… साल की लड़की है।
A. नौ
B. दस
C. ग्यारह
D. बारह
उत्तर :
C. ग्यारह
प्रश्न 2.
रेशमा की माँ क्या बनाना चाहती थी?
A. पेड़े
B. बताशे
C. गुलाबजामुन
D. लड्डू
उत्तर :
D. लड्डू
प्रश्न 3.
माँ को रेशमा की आवाज में क्या महसूस हुआ?
A. ममता
B. दृढ़ता
C. नम्रता
D. लाचारी
उत्तर :
B. दृढ़ता
प्रश्न 4.
रेशमा बाज़ार से गोलू के लिए क्या लाई?
A. बिस्किट
B. चॉकलेट
C. पिपरमिंट
D. टॉफी
उत्तर :
D. टॉफी
प्रश्न 5.
रेशमा किनके साथ फुलझड़ियाँ छुड़ा रही थी?
A. दादा-दादी
B. माता-पिता
C. भाई-बहन
D. सहेली
उत्तर :
A. दादा-दादी
2. कोष्ठक में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
(दलिया, नुक्कड़वाली, निर्भर, बुजुर्ग, भुलक्कड़, शोर, पोलियो)
(1) ओह ! मैं तो एकदम भुलक्कड़ हो गई हूँ।
(2) रेशमा को पोलियो हो गया था।
(3) रेशमा किसी पर निर्भर नहीं रहना चाहती।
(4) रेशमा को दूध का मेवेवाला दलिया बहुत अच्छा लगा।
(5) रेशमा के दादा-दादी बहुत बुजुर्ग थे।
(6) सारा सामान नुक्कड़वाली दुकान से ही मिल जाएगा।
(7) पटाखों के शोर में रेशमा की आवाज दब गई।
3. सही वाक्यांश चुनकर पूरा वाक्य फिर से लिखिए :
प्रश्न 1.
रेशमा ने सोचा – जरूर आज कोई खास बात है, क्योंकि …
(अ) माँ लड्डू बना रही थी।
(ब) गोलू पिचकारी माँग रहा था।
(क) घर के सभी लोग साफ-सफाई में व्यस्त थे।
उत्तर :
रेशमा ने सोचा – जरूर आज कोई खास बात है, क्योंकि घर के सभी लोग साफ-सफाई में व्यस्त थे।
प्रश्न 2.
रेशमा के पाँव बेजान हो गए थे, क्योंकि …
(अ) उसे तेज बुखार आया था।
(ब) उसे पोलियो हो गया था।
(क) वह दुर्घटना में घायल हो गई थी।
उत्तर :
रेशमा के पाँव बेजान हो गए थे, क्योंकि उसे पोलियो हो गया था।
प्रश्न 3.
रसोईघर फिर से चमचमाने लगा, क्योंकि …
(अ) वहाँ प्रत्येक वस्तु साफ करके व्यवस्थित ढंग से रखी गई थी।
(ब) उसमें नया रंग-रोगान हुआ था।
(क) उसकी खिड़कियों में नए. काँच लगाए गए थे।
उत्तर :
रसोईघर चमचमाने लगा, क्योंकि वहाँ प्रत्येक वस्तु साफ करके व्यवस्थित ढंग से रखी गई थी।
प्रश्न 4.
रेशमा सबकी आँखों का तारा है, क्योंकि … .
(अ) उसका हर काम बहुत व्यवस्थित रहता है।
(ब) वह अपने काम खुद कर लेती है।
(क) वह बहुत जिंदादिल, परिश्रमी और हिंमतवाली लड़की है।
उत्तर :
रेशमा सबकी आँखों का तारा है, क्योंकि वह बहुत जिंदादिल, परिश्रमी और हिंमतवाली लड़की है।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में दीजिए :
प्रश्न 1.
रेशमा के घर के लोग किसमें व्यस्त थे?
उत्तर :
रेशमा के घर के लोग साफ-सफाई करने में व्यस्त थे।
प्रश्न 2.
दीपावली के त्यौहार का अच्छी तरह आनंद लेने के लिए क्या जरूरी है?
उत्तर :
दीपावली के त्यौहार का अच्छी तरह आनंद लेने के लिए घर की सफाई का काम पहले ही कर लेना जरूरी है।
प्रश्न 3.
रेशमा ने माँ से क्या शिकायत की?
उत्तर :
रेशमा ने माँ से शिकायत की कि घर की साफ-सफाई का कोई काम उसे क्यों नहीं सौंपा गया?
प्रश्न 4.
रेशमा की माँ क्यों परेशान थी?
उत्तर :
रेशमा की माँ परेशान थी, क्योंकि उस समय बाज़ार से जरूरी सामान लानेवाला घर में कोई नहीं था।
प्रश्न 5.
दीपावली कैसा त्यौहार है?
उत्तर :
दीपावली अंधेरे पर उजाले की जीत का त्यौहार है।
प्रश्न 6.
दीपावली का त्यौहार किस खुशी में मनाया जाता है?
उत्तर :
दीपावली का त्यौहार इस खुशी में मनाया जाता है कि इसी दिन श्रीराम रावण को पराजित करके अयोध्या लौटे थे।
प्रश्न 7.
फुलझड़ियाँ छुड़ाते समय रेशमा ने क्या देखा?
उत्तर :
फुलझड़ियाँ छुड़ाते समय रेशमा ने देखा कि गोलू ने जिस पटाखे को बुझा हुआ मानकर छोड़ दिया था, उसमें से चिनगारियाँ निकल रही थीं।
प्रश्न 8.
सबने रेशमा की पीठ क्यों थपथपाई?
उत्तर :
सबने रेशमा की पीठ थपथपाई, क्योंकि उसने सूझ-बूझ से अपने भाई गोलू को पटाखे से जलने से बचा लिया था।
प्रश्न 9.
गोलू को हमेशा क्या याद रहेगा?
उत्तर :
गोलू को वह धक्का हमेशा याद रहेगा जो उसे पटाखे से बचाने के लिए रेशमा ने दिया था।
प्रश्न 10.
रेशमा अपना जीवन किस तरह जी रही है?
उत्तर :
रेशमा जिंदादिली और परिश्रम से अपना जीवन जी रही है।
प्रश्न 11.
रेशमा हर सुबह अपने काम में कैसे जुट जाती है?
उत्तर :
रेशमा हर सुबह नए इरादे के साथ अपने काम में जुट जाती है।
5. निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए :
दीपावली के त्यौहार के बारे में दादी ने रेशमा और गोलू को क्या बताया?
उत्तर :
दीपावली के त्यौहार के बारे में दादी ने रेशमा और गोलू को बताया कि इसी दिन श्रीराम रावण को पराजित कर अयोध्या लौटे थे। दीपावली का त्यौहार सूचित करता है कि बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की सदा जीत होती है। यह अंधकार पर उजाले की जीत का त्यौहार है।
प्रवृत्तियाँ
1. पोस्टर बनाइए:
प्रश्न 1.
पटाखे छुड़ाने से पहले ध्यान दें कि …
(1) पटाखे से आप जल सकते हैं।
(2) पटाखे से आग लग सकती है।
(3) पटाखे से वायु-प्रदूषण फैलता है।
प्रश्न 2.
पोलियोग्रस्त बच्चों को …
(1) तुम अपने आपको निराधार मत समझो।
(2) तुम हिंमत और आत्मविश्वास से जियो।
(3) तुम सब कुछ कर सकने में समर्थ हो।
2. चित्र बनाइए :
(1) एक अंधे को सड़क पार कराता हुआ एक विद्यार्थी
(2) पोलियो रसीकरण का दृश्य
(3) पहियेदार कुर्सी पर बैठा पोलियोग्रस्त बालक
(4) पटाखे न छुड़ाने के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए एक पोस्टर बनाइए।
सुबह Summary in English
Early in the morning Reshma saw that all the members of the family were engaged in cleaning the house. Someone was dusting the household things while someone was removing the webs of the spiders. Reshma thought, “There must be something special today.”
“Mama, is there anything today in the house ? All have begun cleaning the house from early morning.” Reshma asked with curiosity. “Yes, dear Rani! These are the days of festivals, aren’t they? We can enjoy the festivals well if we have cleaned all the things in the house before the festivals.” said mother touching Reshma’s cheeks lovingly.
“Oh! I have already become forgetful. But, mama, you didn’t assign me some work to do. Let me know mama! What can I do?”
“All right. First take your bath and be ready. Then I will assign you some work, there is lots of work to do.” said mother. “I also want to help you in many household works.” said Reshma in crying mood. “Indeed, I will take your help. I have thought many household works for you. Enjoy breakfast after taking your bath.
Then I will tell you.” Saying this Reshma’s mother let her sit in a wheel-chair. Reshma pushed her wheel-chair ahead and got engaged in her routine work.
When Reshma was five years old, her two legs had stopped functioning. She had a high fever and her legs below the knees became dead. Even after much more medical treatment, no life came to her legs. She had polio. But Reshma was very courageous girl. In the beginning she had to take help of others. But now she is eleven years old and she does all her works herself. She does not want to depend on her family for her own works.
All the members of her family – father, younger brother Golu, grandmother, grandfather – love her very much. She is very dear to all.Mother had cleaned all the vessels, tin-boxes, bottles after bringing them down from the shelves. She shouted Reshma, “Reshu ! if you have already taken breakfast, then please help me in my work.”
“Yes, mama! ! have already taken my breakfast. Magdal of milkmawa has become very tasty. I am coming soon after washing my hands.” Reshma reached the kitchen, pushing her wheel-chair. Reshma began to give vessels and tinpots, after sticking labels on them and her mother began to arrange them well. The kitchen began to shine again.
Father went out to his office. Mother needed some ingredients (household things) to make laddus. Golu was very young. Grandfather and Grandmother were very old. Now, who will buy the ingredients ? Mother seemed worried. Reshma said, “I will go and buy the ingredients.”
“Only give me the list of ingredients and a bag.”
“Will you alone go and buy these ingredients ?” Mother asked. “Yes, mama ! I had bought once before.” There was firmness in Reshma’s voice.
“O.K. You go and buy them, but go carefully. You will get all ingredients from the shop which is at the end of the street. After sometime Reshma returned, buying all ingredients She called Golu, “Golu ! Come, here is a chocolate for you.” Having got the chocolate, Golu began to dance with joy! Some days passed.
One day in the evening Reshma’s house began to shine with bright light of the lamps. The whole street was shining brightly. Everywhere, on the land and in the sky light was spreading. Grandmother said that Diwali is the festival of victory of light over darkness. It is the festival of victory of kindness over evil and truth over falsehood.
On this day Ram had returned to Ayodhya after victory over Ravan and this festival is celebrated in the joy of the victory. Reshma and Golu were listening to their grandmother with keen interest. After sometime all worshipped God and enjoyed prasad. Golu was very busy bursting crackers with his friends.
Reshma was bursting fulzari with her grandparents. Suddenly Reshmą saw that sparks were coming out from the cracker which Golu had thrown away believing it extinguished. Golu’s back was towards the crackers. Reshma cried out, “Golu, Golu, go away; you have a cracker behind you.”
Reshma’s voice could not be heard in the noise of crackers. Before other people could realise what has happened, Reshma hurriedly pushed the chair up and rushed to Golu. She at once pushed Golu and she herself went ahead because of her chair’s motion. ‘Dhadam’ such a loud sound happened. Reshma swiftly saved Golu from burning. Golu could not understand who pushed him and why.
As soon as mother and father heard the loud sound, they rushed out. The chair was over Reshma and Reshma was under the chair. Father turned the chair up and let Reshma sit on the chair. Mother was frightened. She spoke, “Reshu! Have you hurt yourself anywhere?” Reshma told her the fact. All praised Reshma.
Golu came to Reshma and spoke dramatically, “Didi, you have saved me today. I will always remember your strong push.” All burst out laughing. Reshma’s physical handicap did not become obstacle in her aim. Even today she lives a life full of zest and hard work. For her every morning is a new morning. She gets in her work with a new determination.
विषय-प्रवेश
प्रायः विकलांग व्यक्ति जीवन में निराशा का अनुभव करता है। उसे लगता है कि वह अपने जीवन में कुछ नहीं कर सकता। उसे दूसरों के भरोसे ही जीना पड़ेगा। लेकिन ऐसा नहीं है। हौसला हो तो विकलांग व्यक्ति भी अपने बल पर जी सकता है। अपने साहस और फुर्ती से वह सबको प्रभावित कर सकता है।
शब्दार्थ (Meanings)
व्यस्त – (काम में) लगे हुए; busy खास – विशेष; special उत्सुकता – तीव्र इच्छा, अधीरता; curiosity, eagerness, impatience त्यौहार – पर्व, उत्सव; a festival भुलक्कड़ – भूलनेवाला; forgetful रुआँसा – रोने जैसा; sad ढकेलना – आगे बढ़ाना; to push ahead दैनिक – दिन के, रोज के; daily, routine बेजान – निर्जीव, जिनमें हरकत न हो; dead इलाज – उपचार; cure medical treatment जान – प्राण, चेतना, हरकत; soul, alive परिवार – कुटुंब a family निर्भर रहना – भरोसे रहना, आधार रखना; to depend on मेवा – सूखा फल; बादाम, काजू, किसमिस आदि; dry fruits; almonds, cashewnuts, dry small grapes etc. दलिया – दरेदरे गेहूँ से बना खाद्य पदार्थ; a sweet made of wheat flour व्यवस्थित – ढंग से, तरीके से; properly चमचमाना – चमकना; to shine दफ्तर – कार्यालय, ऑफिस; office बुजुर्ग – बड़ेबूढ़े; aged, the old दृढ़ता – मजबूती; firmness नुक्कड़ – नाका, गली का छोर; end of the street दीया – दीपक; a lamp जगमगाना – चमकना; to lighten सत्य – सच; truth असत्य – झूठ; false, untruth पराजित करना – हराना; to defeat मग्न – तल्लीन; concentrated कमी – अभाव; shortage इरादा – संकल्प, निश्चय; intention, determination बाधा – रुकावट; obstacle जिंदादिली – खुशमिजाजी, विनोदप्रियता; gay, humour जुट जाना – लग जाना; to engross
वाक्य-प्रयोग
(1) काम नहीं करना – बेकार हो जाना
वाक्य : अब नानाजी का बायाँ हाथ काम नहीं करता।
(2) जान आना-चेतना आना।
वाक्य : ठंडा पानी पिया तब शरीर में जान आई।
(3) आँखों का तारा होना – बहुत प्यारा होना
वाक्य : राकेश अपनी माँ की आँखों का तारा है।
(4) आवाज देना- बुलाना, पुकारना ।
वाक्य : माँ ने खाने के लिए बच्चों को आवाज दी।
(5) हाथ बँटाना- काम में मदद करना
वाक्य : दीदी घर के कामों में माँ का हाथ बँटाती है।
(6) क्या जमीन क्या आसमान – जमीन और आसमान समान होना
वाक्य : दीपावली में, क्या जमीन क्या आसमान, चारों तरफ रोशनी ही रोशनी थी।
(7) मग्न हो जाना – तल्लीन हो जाना
वाक्य : मैदान में जाकर हम खेल में मग्न हो गए।
(8) आवाज दब जाना – आवाज सुनाई न देना
वाक्य : सोना ने मोना को पुकारा पर शोरगुल में उसकी आवाज दब गई।
(9) पीठ थपथपाना – शाबाशी देना।
वाक्य : मुझे प्रतियोगिता में इनाम मिलने पर पिताजी ने मेरी पीठ थपथपाई।
(10) खिलखिलाकर हँसना – खुलकर हँसना
वाक्य : चुटकुला सुनकर सब खिलखिलाकर हँस पड़े।